Tag: "धारा १३७"
धारा १३७ : जहाँ लोक अधिकार के अस्तित्व से इन्कार किया..
दण्ड प्रक्रिया संहिता १९७३ अध्याय १० : ख - लोक न्यूसेंस (कंटक / व्याधा / बाधा ) : धारा १३७ : जहाँ लोक अधिकार के अस्तित्व से इन्कार किया जाता है वहाँ प्रकिया : १) जहाँ किसी मार्ग, नदी, जलसारणी या स्थान के उपयोग में जनता को होने वाली बाधा, न्यूसेंन्स या… more »
धारा १३७ : मुख्य परिक्षा : किसी साक्षी की..
भारतीय साक्ष्य अधिनियम १८७२ अध्याय १० : साक्षियों की परीक्षा के विषय में : धारा १३७ : मुख्य परिक्षा : किसी साक्षी की उस पक्षकार द्वारा, जो उसे बुलाता है, परीक्षा उसकी मुख्य परीक्षा कहलाएगी । प्रतिपरिक्षा - किसी साक्षी की प्रतिपक्षी द्वारा की गई परिक्षा… more »
धारा १३७ : मास्टर (अध्यक्ष / प्रधान) की उपेक्षा से किसी..
भारतीय दंड संहिता १८६० हिंदी : धारा १३७ : मास्टर (अध्यक्ष / प्रधान) की उपेक्षा (लापरवाही) से किसी वाणिज्यिक जलयान पर छिपा हुआ अभित्याजक (संपरित्यागी / छोडकर भागा हुआ / पलायन फरारी ) : अपराध का वर्गीकरण : अपराध : मास्टर या भारसाधक व्यक्ति की उपेक्षा से… more »