Tag: "धारा २५ सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८"
धारा २५ : वादों आदि के अंतरण करने की उच्चतम न्यायालय..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ धारा २५ : १.(वादों आदि के अंतरण करने की उच्चतम न्यायालय की शक्ति : १) किसी पक्षकार के आवेदन पर और पक्षकारों को सूचित करने के पश्चात् और उनमें से जो सुनवाई के इच्छुक हों उनको सुनने के पश्चात् यदि उच्चतम न्यायालय का किसी भी… more »