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धारा ४०७ : मामलों और अपीलों को अंतरित करने की उच्च ...
दण्ड प्रक्रिया संहिता १९७३ अध्याय ३१ : आपराधिक मामलों का अन्तरण : धारा ४०७ : मामलों और अपीलों को अंतरित करने की उच्च न्यायालय की शक्ति : १)जब कभी उच्च न्यायालय को यह प्रतीत कराया जाता है कि- क)उसके अधीनस्थ किसी दण्ड न्यायालय में ऋजु और पक्षपात रहित जाँच… more »
धारा ४०७ : वाहक, आदि द्वारा आपराधिक न्यासभंग ..
भारतीय दंड संहिता १८६० हिंदी : धारा ४०७ : वाहक, आदि द्वारा आपराधिक न्यासभंग (विश्वासघात) : अपराध का वर्गीकरण : अपराध : वाहक, घाटवाल, आदि द्वारा आपराधिक न्यासभंग । दण्ड :सात वर्ष के लिए कारावास, और जुर्माना । संज्ञेय या असंज्ञेय :संज्ञेय । जमानतीय या… more »