Tag: "भारत का संविधान"
अनुच्छेद ३७८क : आंध्र प्रदेश विधान सभा की अवधि के बारे में विशेष..
भारत का संविधान : अनुच्छेद ३७८क : १(आंध्र प्रदेश विधान सभा की अवधि के बारे में विशेष उपबंध । अनुच्छेद १७२ में किसी बात के होते हुए भी, राज्य पुनर्गठन अधिनियम, १९५६ की धारा २८ और २९ के उपबंधों के अधीन गठित आंध्र प्रदेश राज्य की विधान सभा, यदि पहले ही… more »
अनुच्छेद ३७८ : लोक सेवा आयोगों के बारे में उपबंध ।
भारत का संविधान : अनुच्छेद ३७८ : लोक सेवा आयोगों के बारे में उपबंध । १) इस संविधान के प्रारंभ से ठीक पहले भारत डोमिनियन के लोक सेवा आयोग के पद धारण करने वाले सदस्य, यदि वे अन्यथा निर्वाचन न कर चुके हों तो ऐसे प्रारंभ पर संघ के लोक सेवा आयोग के सदस्य हो… more »
अनुच्छेद ३७७ : भारत के नियंत्रक महालेखापरीक्षक के बारे में ...
भारत का संविधान : अनुच्छेद ३७७ : भारत के नियंत्रक महालेखापरीक्षक के बारे में उपबंध । इस संविधान के प्रारंभ से ठीक पद धारण करने वाला भारत का महालेखापरीक्षक, यदि वह अन्यथा निर्वाचन न कर चुका हो तो, ऐसे प्रारंभ पर भारत का नियंत्रक-महालेखापरीक्षक हो जाएगा… more »
अनुच्छेद ३७६ : उच्च न्यायालयों के न्यायाधीशों के बारे में उपबंध ।
भारत का संविधान : अनुच्छेद ३७६ : उच्च न्यायालयों के न्यायाधीशों के बारे में उपबंध । १) अनुच्छेद २१७ के खंड (२) में किसी बात के होते हुए भी, इस संविधान के प्रारंभ से ठीक पहले किसी प्रांत के उच्च न्यायालय के पद धारण करने वाले न्यायाधीश, यदि वे अन्यथा… more »
अनुच्छेद ३७५ : संविधान के उपबंधों के अधीन रहते हुए न्यायालयों,..
भारत का संविधान : अनुच्छेद ३७५ : संविधान के उपबंधों के अधीन रहते हुए न्यायालयों, प्राधिकारियों और अधिकारियों का कृत्य करते रहना । भारत के राज्यक्षेत्र में सर्वत्र सिविल, दांडिक औ राजस्व अधिकारिता वाले सभी न्यायालय और सभी न्यायिक, कार्यपालक और अनुसचिवीय… more »
अनच्छेद ३७४ : फेडरल न्यायालय के न्यायाधीशों और फेडरल ..
भारत का संविधान : अनच्छेद ३७४ : फेडरल न्यायालय के न्यायाधीशों और फेडरल न्यायालय में या सपरिषद् हिज मजेस्टी के समक्ष लंबित कार्यवाहियों के बारे में उपबंध । १) इस संविधान के प्रारंभ से ठीक पहले फेडरल न्यायालय के पद धारण करने वाले न्यायाधीश, यदि वे अन्यथा… more »
अनुच्छेद ३७३ : निवारक निरोध में रखे गए व्यक्तियों के संबंध में ..
भारत का संविधान : अनुच्छेद ३७३ : निवारक निरोध में रखे गए व्यक्तियों के संबंध में कुछ दशाओं में आदेश करने की राष्ट्रपति की शक्ति । जब तक अनुच्छेद २२ के खंड (७) के अधीन संसद् उपबंध नहीं करती है या जब तक इस संविधान के प्रारंभ से एक वर्ष समाप्त नहीं हो जाता… more »
अनुच्छेद ३७२क : विधियों का अनुकूलन करने की राष्ट्रपति की शक्ति ।
भारत का संविधान : अनुच्छेद ३७२क : १.(विधियों का अनुकूलन करने की राष्ट्रपति की शक्ति । १)संविधान (सातवां संशोधन) अधिनियम, १९५६ के प्रारंभ से ठीक पहले भारत में या उसके किसी भाग में प्रवृत्त किसी विधि के उपबंधों को उस अधिनियम द्वारा यथासंशोधित इस संविधान… more »
अनुच्छेद ३७२ : विद्यमान विधियों का प्रवृत्त बने रहना और उनका ..
भारत का संविधान : अनुच्छेद ३७२ : विद्यमान विधियों का प्रवृत्त बने रहना और उनका अनुकूलन । १)अनुच्छेद ३९५ में निर्दिष्ट अधिनियमितियों का इस संविधान द्वारा निरसन होने पर भी, किंतु इस संविधान के अन्य उपबंधों के अधीन रहते हुए, इस संविधान के प्रारंभ से ठीक… more »
अनुच्छेद ३७१ञ : कर्नाटक राज्य के संबंध में विशेष उपबंध ।
भारत का संविधान : अनुच्छेद ३७१ञ : १.(कर्नाटक राज्य के संबंध में विशेष उपबंध । १) राष्ट्रपति, कर्नाटक राज्य के संबंध में किए गए आदेश द्वारा ,- क) हैदराबाद-कर्नाटक क्षेत्र के लिए, एक पृथक् विकास बोर्ड की स्थापना के लिए, इस उपबंध सहित कि इस बोर्ड के… more »