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लिखित कथन : प्ररुप संख्यांक ८ : प्रतिलिप्यधिकार के अतिलंघन..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ परिशिष्ट क : लिखित कथन प्ररुप संख्यांक ८ : प्रतिलिप्यधिकार के अतिलंघन के वादों में प्रतिरक्षा : १. वादी लेखक (समनुदेशिती, इत्यादि) नहीं है । २. पुस्तक रजिस्ट्रीकृत नहीं थी । ३. प्रतिवादी ने अतिलंघन नहीं किया । INSTALL Android… more »