Archives for: "August 2018"
धारा ३७६ घख : १२ वर्ष से कम आयु की स्त्री के साथ सामुहिक..
भारतीय दंड संहिता १८६० हिंदी : धारा ३७६ घख: १.(१२ वर्ष से कम आयु की स्त्री के साथ सामुहिक बलात्संग के लिए दण्ड : २.(अपराध का वर्गीकरण : अपराध : १२ वर्ष से कम आयु की स्त्री के साथ सामुहिक बलात्संग. दण्ड : कठोर कारावास, किन्तु जो आजीवन कारावास , जिससे उस… more »
धारा ३७६-घक : १६ वर्ष से...सामुहिक बलात्संग के लिए दण्ड :
भारतीय दंड संहिता १८६० हिंदी : धारा ३७६ घक: १.(१६ वर्ष से कम आयु की स्त्री के साथ सामुहिक बलात्संग के लिए दण्ड : २.(अपराध का वर्गीकरण : अपराध : १६ वर्ष से कम आयु की स्त्री के साथ सामुहिक बलात्संग. दण्ड : कठोर कारावास, किन्तु जो आजीवन कारावास , जिससे उस… more »
धारा ३७६-कख : १२ वर्ष से कम आयु की स्त्री के साथ बलात्संग..
भारतीय दंड संहिता १८६० हिंदी : अध्याय १६ : धारा ३७६ कख : १.(१२ वर्ष से कम आयु की स्त्री के साथ बलात्संग के लिए दण्ड : २.(अपराध का वर्गीकरण : अपराध : १२ वर्ष से कम आयु की स्त्री के साथ बलात्संग. दण्ड : कम से कम बीस वर्ष के लिए कठोर कारावास, किन्तु जो… more »
धारा ८३ : कठिनाइयों को दूर करने की शक्ति :
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ८३ : कठिनाइयों को दूर करने की शक्ति : १) यदि इस अधिनियम के उपबंधों को कार्यान्वित करने में कोई कठिनार्स उत्पन्न होती है तो केन्द्रीय सरकार, राजपत्र में प्रकाशित आदेश द्वारा, ऐसे उपबन्ध कर सकेगी जो इस… more »
धारा ८२ : निरसन और व्यावृत्ति : १) अफीम अधिनियम, १८५७..
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ८२ : निरसन और व्यावृत्ति : १) अफीम अधिनियम, १८५७ (१८५७ का १३), अफीम अधिनियम, १८७८ (१८७८ का १) और अनिष्टकर मादक द्रव्य अधिनियम, १९३० (१९३० का २) इसके द्वारा निरसित किए जाते है । २) ऐसे निरसन के होते हुए… more »
धारा ८१ : राज्य और विशेष विधियों की व्यावृत्ति :
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ८१ : राज्य और विशेष विधियों की व्यावृत्ति : इस अधिनियम या इसके अधीन बनाए गए नियमों की कोई बात तत्समय प्रवृत्त किसी ऐसे प्रान्तीय अधिनियम की या किसी राज्य विधान-मंडल के ऐसे अधिनियम की अथवा उसके अधीन बनाए… more »
धारा ८० : ओषधि और प्रसाधन सामग्री अधिनियम, १९४० के लागू..
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ८० : ओषधि और प्रसाधन सामग्री अधिनियम, १९४० के लागू होने का वर्जित न होना : इस अधिनियम या इसके अधीन बनाए गए नियमों के उपबंध ओषधि और प्रसाधन सामग्री अधिनियम, १९४० (१९४० का २३) या उसके अधीन बनाए गए नियमों… more »
धारा ७९ : सीमाशुल्क अधिनियम, १९६२ का लागू होना :
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ७९ : सीमाशुल्क अधिनियम, १९६२ का लागू होना : स्वापक ओषधियों और मन:प्रभावी पदार्थों के भारत में आयात, भारत से निर्यात और यानान्तरणों पर इस अधिनियम द्वारा या उसके अधीन अधिरोपित सभी प्रतिषेध और निर्बन्धन… more »
धारा ७८ : नियम बनाने की राज्य सरकार की शक्ति :
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ७८ : नियम बनाने की राज्य सरकार की शक्ति : १) राज्य सरकार, इस अधिनियम के प्रयोजनों को कार्यान्वित करने के लिए नियम राजपत्र में अधिसूचना द्वारा, बना सकेगी । २) पूर्वगामी शक्ति की व्यापकता पर प्रतिकूल… more »
धारा ७७ : नियमों और अधिसूचनोओं को संसद् के समक्ष रखा..
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ७७ : नियमों और अधिसूचनोओं को संसद् के समक्ष रखा जाना : १.(केन्द्रीय सरकार द्वार इस अधिनियम के अधीन बनाया गया प्रत्येक नियम और धारा २ के खंड (सात-क), खंड (ग्यारह), खंड (तेरह-क), धारा ३, धारा ७-क, धारा… more »
धारा ७६ : नियम बनाने की केन्द्रीय सरकार की शक्ति :
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ७६ : नियम बनाने की केन्द्रीय सरकार की शक्ति : १) इस अधिनियम के अन्य उपबंन्धों के अधीन रहते हुए केन्द्रीय सरकार, इस अधिनियम के प्रयोजनों को कार्यान्वित करने के लिए नियम राजपत्र में अधिसूचना द्वारा बना… more »
धारा ७५ : प्रत्यायोजन की शक्ति : १) केन्द्रीय सरकार..
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ७५ : प्रत्यायोजन की शक्ति : १) केन्द्रीय सरकार, राजपत्र में अधिसूचना द्वारा, ऐसी शर्तों और परिसीमाओं के अधीन रहते हुए, जो अधिसूचना में विनिर्दिष्ट की जाएं, इस अधिनियम के अधीन अपनी ऐसी शक्तियां और… more »
धारा ७४-क : केन्द्रीय सरकार की निदेश देने की शक्ति :
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ७४-क : १.( केन्द्रीय सरकार की निदेश देने की शक्ति : केन्द्रीय सरकार इस अधिनियम के उपबंधों का निष्पादन करने के सम्बन्ध में राज्य सरकार को ऐसे निदेश दे सकेगी जो वह आवश्यक समझे, और राज्य सरकार ऐसे निदेशों… more »
धारा ७४ : संक्रमणकालीन उपबन्ध : इस अधिनियम के..
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ७४ : संक्रमणकालीन उपबन्ध : इस अधिनियम के प्रारम्भ से ठीक पहले किसी ऐसे विषय के संबंध में, जिसके लिए इस अधिनियम में उपबन्ध नहीं किया गया है, किन्हीं शक्तियों का प्रयोग या कर्तव्यों का पालन करने वाला… more »
धारा ७३ : अधिकारिता का वर्जन : कोइ सिविल..
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ७३ : अधिकारिता का वर्जन : कोइ सिविल न्यायालय इस अधिनियम के अधीन या इसके अधीन बनाए गए किसी नियम के अधीन किसी अधिकारी या प्राधिकरण द्वारा निम्नलिखित किसी विषय पर किए गए किसी विनिश्चय या पारित किसी आदेश के… more »
धारा ७२ : सरकार को शोध्य राशियों की वसूली :
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ७२ : सरकार को शोध्य राशियों की वसूली : १) इस अधिनियम या इसके अधीन बनाए गए किसी नियम या निकाले गए किसी आदेश के किसी उपबन्ध के अधीन केन्द्रीय सरकार या राज्य को संदेय कोई अनुज्ञप्ति फीस या किसी प्रकार की… more »
धारा ७१ : व्यसनियों की पहचान, उपचार, आदि के लिए तथा..
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ७१ : व्यसनियों की पहचान, उपचार, आदि के लिए तथा स्वापक ओषधियों और मन:प्रभावी पदार्थों के प्रदाय के लिए केन्द्र स्थापित करने की सरकार की शक्ति : १.(१) सरकार, व्यसनियों की पहचान, उपचार, शिक्षा,… more »
धारा ७० : केन्द्रीय सरकार और राज्य सरकारों द्वारा नियम..
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ७० : केन्द्रीय सरकार और राज्य सरकारों द्वारा नियम बनाते समय अंतरराष्ट्रीय कन्वेंशनों का ध्यान रखा जाना : इस अधिनियम में जहां कहीं केन्द्रीय सरकार या राज्य सरकार को नियम बनाने के लिए सशक्त किया गया है… more »
धारा ६९ : सद्भावपूर्वक की गई कार्रवाई के लिए संरक्षण :
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ अध्याय ६ : प्रक्रीर्ण : धारा ६९ : सद्भावपूर्वक की गई कार्रवाई के लिए संरक्षण : इस अधिनियम या इसके अधीन बनाए गए किसी नियम या निकाले गए किसी आदेश के अधीन सद्भावपूर्वक की गई या की जाने के लिए आशयित किसी बात के… more »
धारा ६८-य : कतिपय मामलों में सम्पत्ति निर्मुक्त करना :
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ६८-य : १.(कतिपय मामलों में सम्पत्ति निर्मुक्त करना : १) जहां निरुद्ध व्यक्ति का निरोध आदेश अपास्त कर दिया जाता है या वापस ले लिया जाता है वहां इस अध्याय के अधीन अभिगृहीत या स्थिर की गई सम्पत्तियां… more »
धारा ६८-म : उस सम्पत्ति का, जिसके बारे में इस अध्याय के..
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ६८-म : उस सम्पत्ति का, जिसके बारे में इस अध्याय के अधीन कार्यवाहियां की गई है, अर्जन करने के लिए दंड : ऐसा व्यक्ति जिसने किसी भी रीति से ऐसी कोई सम्पत्ति, जिसके बारे में इस अध्याय के अधीन कार्यवाहियां… more »
धारा ६८-भ : सूचनाओं और आदेशों की तामील : इस अध्याय..
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ६८-भ : सूचनाओं और आदेशों की तामील : इस अध्याय के अधीन जारी की गर्स किसी सूचना या किए गए किसी आदेश की तामील निम्नलिखित रुप में की जाएगी :- क) उस व्यक्ति को जिसके लिए सूचना या आदेश आशयित है या, उसके… more »
धारा ६८-ब : अन्य विधियों के अधीन निकाले गए निष्कर्षों..
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ६८-ब : अन्य विधियों के अधीन निकाले गए निष्कर्षों का इस अध्याय के अधीन कार्यवाहियों के लिए निश्चायक न होना : किसी अन्य विधि के अधीन किसी अधिकारी या प्राधिकारी का कोई निष्कर्ष इस अध्याय के अधीन किसी… more »
धारा ६८-फ : भूलों की परिशुद्धि : अभिलेख से प्रकट..
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ६८-फ : भूलों की परिशुद्धि : अभिलेख से प्रकट किन्हीं भूलों की परिशुद्धि करने के लिए, यथास्थिति, सक्षम प्राधिकारी या अपील अधिकरण उसके द्वारा किए गए किसी आदेश को उस आदेश की तारीक से एक वर्ष की अवधि के भीतर… more »
धारा ६८-प : कब्जे में लेने की शक्ति : १) जहां कोई..
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ६८-प : कब्जे में लेने की शक्ति : १) जहां कोई सम्पत्ति इस अध्याय के अधीन केन्द्रीय सरकार को समपऱ्हत घोषित कर दी गई है या जहां कोई प्रभावित व्यक्ति धारा ६८-ट की उपधारा (३) के अधीन उसके लिए अनुज्ञात समय के… more »
धारा ६८-न : कतिपय अधिकारियों का प्रशासक, सक्षम..
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ६८-न : कतिपय अधिकारियों का प्रशासक, सक्षम प्राधिकारी और अपील प्राधिकरण की सहायता करना : इस अध्याय के अधीन किसी कार्यवाही के प्रयोजनों के लिए निमन्लिखित अधिकारी धारा ६८-छ के अदीन नियुक्त प्रशासक, सक्षम… more »
धारा ६८-ध : सक्षम प्राधिकारी को जानकारी देना :
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ६८-ध : सक्षम प्राधिकारी को जानकारी देना : १) किसी अन्य विधि में किसी बात के होते हुए भी, सक्षम प्राधिकारी को केन्द्रीय सरकार या किसी राज्य सरकार या स्थानीय प्राधिकरण के किसी अधिकारी या प्राधिकारी से ऐसे… more »
धारा ६८-द : सक्षम प्राधिकारी और अपील अधिकरण के पास..
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ६८-द : सक्षम प्राधिकारी और अपील अधिकरण के पास सिविल न्यायलय की शक्तियां होना : सक्षम प्राधिकारी और अपील अधिकरण को निम्नलिखित मामलों के बारें में, सिविल प्रक्रिया संहिता, १९०८ (१९०८ का ५) के अधीन किसी… more »
धारा ६८-थ : अधिकारिता का वर्जन : इस अध्याय के अधीन..
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ६८-थ : अधिकारिता का वर्जन : इस अध्याय के अधीन पारित कोई आदेश या की गई कोई घोषणा उसमें उपबंधित के सिवाय अपीलीय नहीं होगी और किसी भी सिविल न्यायालय को किसी ऐसे मामले के संबंध में, जिसे अपील अधिकरण या कोई… more »
धारा ६८-त : वर्णन में गलती के कारण सूचना या आदेश का..
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ६८-त : वर्णन में गलती के कारण सूचना या आदेश का अविधिमान्य न होना : इस अध्याय के अधीन जारी की गई या तामील की गई कोई सूचना, की गई कोई घोषणा और पारित कोई आदेश उसमें उल्लिखित सम्पत्ति या व्यक्ति के वर्णन… more »
धारा ६८-ण : अपील : १) धारा ६८-ङ की उपधारा (१) में..
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ६८-ण : अपील : १) १.(धारा ६८-ङ की उपधारा (१) में निर्दिष्ट कोई अधिकारी या धारा ६८-च, धारा ६८-झ, धारा ६८-ट की उपधारा (१) या धारा ६८-ठ के अधीन सक्षम प्राधिकारी द्वारा किए गए किसी आदेश से व्यथित कोई… more »
धारा ६८-ढ : अपील अधिकरण का गठन : १) केन्द्रीय..
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ६८-ढ : अपील अधिकरण का गठन : १) केन्द्रीय सरकार, राजपत्र में अधिसूचना द्वारा, धारा ६८-च, धारा ६८-झ, धारा ६८-ट की उपधारा (१) या धारा ६८-ठ के अधीन किए गए आदेशों के विरुद्ध अपीलों की सुनवाई के लिए एक अपील… more »
धारा ६८-ङ : कुछ अंतरणों का अकृत और शुन्य होना :
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ६८-ङ : कुछ अंतरणों का अकृत और शुन्य होना : जहां धारा ६८-च की उपधारा (१) के अधीन कोई आदेश करने या धारा ६८-ज या धारा ६८-ठ के अधीन सूचना जारी करने के पश्चात् उक्त आदेश या सूचना में निर्दिष्ट किसी सम्पत्ति… more »
धारा ६८-ठ : कुछ न्यास सम्पत्तियों के संबंध में प्रक्रिया :
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ६८-ठ : कुछ न्यास सम्पत्तियों के संबंध में प्रक्रिया : धारा ६८-ख के उपखंड (छह) में निर्दिष्ट किसी व्यक्ति की दशा में, यदि सक्षम प्राधिकारी के पास, उसे उपलब्ध जानकारी और सामग्रियों के आधार पर यह विश्वास… more »
धारा ६८-ट : समपहरण के बदले में जुर्माना :
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ६८-ट : समपहरण के बदले में जुर्माना : १) जहां सक्षम प्राधिकारी यह घोषणा करता है कि कोई सम्पत्ति धारा ६८-झ के अधीन केन्द्रीय सरकार को समपऱ्हत हो गई है और वह ऐसा मामला है जिसमें अवैध रुप से अर्जित सम्पत्ति… more »
धारा ६८-ञ : सबूत का भार : इस अध्याय के अधीन किन्हीं..
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ६८-ञ : सबूत का भार : इस अध्याय के अधीन किन्हीं कार्यवाहियों में, यह साबित करने का भार कि धारा ६८-ज के अधीन तामील की गर्स सूचना में विनिर्दिष्ट कोई सम्पत्ति अवैध रुप से अर्जित सम्पत्ति नहीं है प्रभावित… more »
धारा ६८-झ : कुछ दशाओं में सम्पत्ति का समपहरण :
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ६८-झ : कुछ दशाओं में सम्पत्ति का समपहरण : १) सक्षम प्राधिकारी, धारा ६८-ज के अधीन हेतुक दर्शित करने के लिए जारी की गई सूचना के संबंध में दिए गए स्पष्टीकरण पर, यदि कोई हो, और अपने समक्ष उपलब्ध सामग्री पर,… more »
धारा ६८-ज : सम्पत्ति के समपहरण की सूचना :
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ६८-ज : सम्पत्ति के समपहरण की सूचना : १) यदि, सक्षम प्राधिकारी के पास किसी ऐसे व्यक्ति द्वारा जिसको यह अध्याय लागू होता है, स्वयं अपने द्वारा या उसकी और से किसी अन्य व्यक्ति की मार्फत धारित सम्पत्तियों… more »
धारा ६८-छ : इस अध्याय के अधीन अभिगृहीत या समपऱ्हत..
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ६८-छ : इस अध्याय के अधीन अभिगृहीत या समपऱ्हत सम्पत्तियों का प्रबंध : १) केन्द्रीय सरकार, राजपत्र में प्रकाशित आदेश द्वारा, किसी प्रशासक के कृत्यों का पालन करने के लिए अपने उतने अधिकारियों को (जो सरकार… more »
धारा ६८-च : ...सम्पत्ति का अभिग्रहण या रोक लगाया जाना :
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ६८-च : अवैध रुप से अर्जित सम्पत्ति का अभिग्रहण या रोक लगाया जाना : १) जहां धारा ६८-ङ के अधीन कोई जांच या अन्वेषण करने वाले किसी अधिकारी को यह विश्वास करने का कारण है कि कोई सम्पत्ति, जिसके संबंध में कोई… more »
धारा ६८-ङ : अवैध रुप से अर्जित सम्पत्ति की पहचान करना :
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ६८-ङ : अवैध रुप से अर्जित सम्पत्ति की पहचान करना : १.(१) धारा ५३ के अधीन सशक्त प्रत्येक अधिकारी और किसी पुलिस थाने का प्रत्येक भारसाधक अधिकारी, ऐसी इत्तिला की प्राप्ति पर यदि उसका यह समाधान हो जाता है… more »
धारा ६८-घ : सक्षम प्राधिकारी : १) केन्द्रीय सरकार...
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ६८-घ : सक्षम प्राधिकारी : १) केन्द्रीय सरकार, राजपत्र में प्रकाशित आदेश द्वारा, १.(किसी सीमाशुल्क आयुक्त या केन्द्रीय उत्पाद-शुल्क आयुक्त) या आय-कर आयुक्त या समतुल्य पंक्ति के केन्द्रीय सरकार के किसी… more »
धारा ६८-ग : अवैध रुप से अर्जित सम्पत्ति धारण करने का..
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ६८-ग : अवैध रुप से अर्जित सम्पत्ति धारण करने का प्रतिषेध : १) इस अध्याय के प्रारंभ से, किसी ऐसे व्यक्ति के लिए, जिसे यह अध्याय लागू होता है, अवैध रुप से अर्जित किसी सम्पत्ति को स्वयं या अपनी ओर से किसी… more »
धारा ६८-ख : परिभाषाएं : अध्याय ५-क...
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ६८-ख : परिभाषाएं : इस अध्याय में, जब तक कि संदर्भ से अन्यथा अपेक्षित न हो, - क) अपील अधिकरण से धारा ६८-ढ के अधीन गठित समपèहत सम्पत्ति अपील अधिकरण अभिप्रेत है; ख) किसी ऐसे व्यक्ति के संबंध में, जिसकी… more »
धारा ६८-क : लागू होना : १) इस अध्याय के उपबंध...
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ अध्याय ५-क : १.(२.(अवैध रुप से अर्जित संपत्ति का समपहरण : धारा ६८-क : लागू होना : १) इस अध्याय के उपबंध उपधारा (२) में विनिर्दिष्ट व्यक्तियों को ही लागू होंगे । २) उपधारा (१) में विनिर्दिष्ट व्यक्ति… more »
धारा ६८ : अपराधों के किए जाने के बारे में इत्तिला :
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ६८ : अपराधों के किए जाने के बारे में इत्तिला : इस अधिनियम या इसके अधीन बनाए गए किसी नियम या निकाले गए किसी आदेश के किसी उपबंध के अधीन उसमें निहित शक्तियों के प्रयोग में कार्य करने वाला कोई भी अधिकारी यह… more »
धारा ६७ : जानकारी आदि मांगने की शक्ति : धारा ४२ में..
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ६७ : जानकारी आदि मांगने की शक्ति : धारा ४२ में निर्दिष्ट कोई ऐसा अधिकारी, जो केन्द्रीय सरकार या राज्य सरकार द्वारा इस निमित्त प्राधिकृत किया जाता है, इस अधिनियम के किसी उपबन्ध के उल्लंघन के संबंध में… more »
धारा ६६ : कुछ मामलों में दस्तावेजों के बारे में उपधारणा :
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ६६ : कुछ मामलों में दस्तावेजों के बारे में उपधारणा : १) जहां कोई दस्तावेज - एक) इस अधिनियम या किसी अन्य विधि के अधीन किसी व्यक्ति द्वारा पेश की जाती है या दी जाती है अथवा किसी व्यक्ति की अभिरक्षा या… more »
धारा ६४-क : ऐसे व्यसनियों को अभियोजन से उन्मुक्ति जो..
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ६४-क : १.(ऐसे व्यसनियों को अभियोजन से उन्मुक्ति जो स्वेच्छया उपचार कराते है : कोई व्यसनी, जिस पर धारा २७ के अधीन दण्डनीय अपराध या स्वापक ओषधि या मन:प्रभावी पदार्थ की अल्प मात्रा से संबंधित अपराधों का… more »
धारा ६४ : अभियोजन से उन्मुक्ति देने की शक्ति :
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ६४ : अभियोजन से उन्मुक्ति देने की शक्ति : केन्द्रीय सरकार या राज्य सरकार, यदि उसकी यह राय है (ऐसी राय के लिए कारण लेखबद्ध किए जाएंगे) कि किसी ऐसे व्यक्ति का साक्ष्य अभिप्राप्त करने की दृष्टि से, जो इस… more »
धारा ६३ : अधिहरण करने में प्रक्रिया : १) इस अधिनियम..
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ६३ : अधिहरण करने में प्रक्रिया : १) इस अधिनियम के अधीन अपराधों के विचारण में, चाहे अभियुक्त को सिद्धदोष या दोषमुक्त या उन्मोचित किया जाता है, न्यायालय यह विनिश्चय करेगा कि क्या इस अधिनियम के अधीन… more »
धारा ६२ : अवैध ओषधियों..के विक्रय के आगमों का अधिहरण :
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ६२ : अवैध ओषधियों या पदार्थों के विक्रय के आगमों का अधिहरण : जहां किसी १.(स्वापक ओषधि या मन:प्रभावी पदार्थ अथवा नियंत्रित पदार्थ) का विक्रय किसी ऐसे व्यक्ति द्वारा किया जाता है जिसको यह ज्ञान या विश्वास… more »
धारा ६१ : ...छिपाने के लिए उपयोग में लाए गए माल का अधिहरण :
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ६१ : अवैध ओषधियों या पदार्थों को छिपाने के लिए उपयोग में लाए गए माल का अधिहरण : किसी १.(स्वापक ओषधि या मन:प्रभावी पदार्थ अथवा नियंत्रित पदार्थ) को, जो इस अधिनियम के अधीन अधिहरणीय है, छिपाने के लिए उपयोग… more »
धारा ६० : अवैध ओषधियों,..अधिहरण किए जाने का दायी होना :
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ६० : अवैध ओषधियों, पदार्थों, पौधों, वस्तुओं और प्रवहणों का अधिहरण किए जाने का दायी होना : १.(१) जब कभी इस अधिनियम के अधीन दण्डनीय कोई अपराध किया गया है तब ऐसी स्वापक ओषधि, मन:प्रभावी पदार्थ, नियंत्रित… more »
धारा ५९ : अधिकारी की कर्तव्य में असफलता या इस अधिनियम..
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ५९ : अधिकारी की कर्तव्य में असफलता या इस अधिनियम के उपबंधों के उल्लंघन में उसकी मौनानुकूलता : १) कोई अधिकारी, जिस पर इस अधिनियम द्वारा या इसके अधीन कोई कर्तव्य अधिरोपित किया गया है, और जो अपने पद के… more »
धारा ५८ : तंग करने वाले प्रवेश...या गिरफ्तारी के लिए दण्ड :
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ५८ : तंग करने वाले प्रवेश, तलाशी, अभिग्रहण या गिरफ्तारी के लिए दण्ड : १) धारा ४२ या धारा ४३ या धारा ४४ के अधीन सशक्त कोई व्यक्ति जो - क) सन्देह के किसी युक्तियुक्त आधार के बिना, किसी भवन, प्रवहण या… more »
धारा ५७-क : अधिसूचित अधिकारी द्वारा गिरफ्तार किए गए..
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ५७-क : १.(अधिसूचित अधिकारी द्वारा गिरफ्तार किए गए व्यक्ति की संपत्ति के अभिग्रहण की रिपोर्ट : जब कभी धारा ५३ के अधीन अधिसूचित कोई अधिकारी इस अधिनियम के अधीन कोई गिरफ्तारी या अभिग्रहण करता है और अध्याय… more »
धारा ५७ : गिरफ्तारी और अभिग्रहण की रिपोर्ट : जब कोई..
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ५७ : गिरफ्तारी और अभिग्रहण की रिपोर्ट : जब कोई व्यक्ति इस अधिनियम के अधीन कोई गिरफ्तारी या अभिग्रहण करता है तब वह, ऐसी गिरफ्तारी या अभिग्रहण के ठीक पश्चात् अडतालीस घंटों के भीतर, ऐसी गिरफ्तारी या… more »
धारा ५६ : एक दुसरे की सहायता करने अधिकारियों की बाध्यता :
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ५६ : एक दुसरे की सहायता करने अधिकारियों की बाध्यता : धारा ४२ में उल्लिखित विभिन्न विभागों के सभी अधिकारी, सूचना दिए जाने या अनुरोध किए जाने पर, इस अधिनियम के उपबन्धों को कार्यान्वित करने में एक दुसरे की… more »
धारा ५५ : अभिगृहीत और परिदत्त वस्तुओं का पुलिस द्वारा..
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ५५ : अभिगृहीत और परिदत्त वस्तुओं का पुलिस द्वारा अपने भारसाधन में लेना : किसी पुलिस थाने का कोई भारसाधक अधिकारी ऐसी सभी वस्तुओं का, जो उस पुलिस थाने के स्थानीय क्षेत्र के भीतर इस अधिनियम के अधीन… more »
धारा ५४ : अवैध वस्तुओं के कब्जे से उपधारणा : इस..
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ५४ : १.(अवैध वस्तुओं के कब्जे से उपधारणा : इस अधिनियम के अधीन विचारणों में, जब तक कि तत्प्रतिकूल साबित नहीं कर दिया जाता है, यह उपधारणा की जा सकेगी कि अपराधी ने - क) किसी ऐसी स्वापक ओषधि या मन:प्रभावी… more »
धारा ५३-क : कतिपय परिस्थितियों में कथनों की सुसंगति :
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ५३-क : १.(कतिपय परिस्थितियों में कथनों की सुसंगति : १) अपराधों का अन्वेषण करने के लिए धारा ५३ के अधीन सशक्त किसी अधिकारी के समक्ष, ऐसे अधिकारी द्वारा की गई किसी जांच या कार्यवाही के दौरान किसी व्यक्ति… more »
धारा ५३ : पुलिस थाने के भारसाधक अधिकारी की शक्तियां कुछ..
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ५३ : पुलिस थाने के भारसाधक अधिकारी की शक्तियां कुछ विभागों के अधिकारियों में विनिहित करने की शक्तियां : १) केन्द्रीय सरकार, राज्य सरकार से परामर्श करने पश्चात्, राजपत्र में प्रकाशित अधिसूचना द्वारा, इस… more »
धारा ५२-क : अभिगृहीत स्वापक ओषधियों और मन:प्रभावी..
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ५२-क : १.( अभिगृहीत स्वापक ओषधियों और मन:प्रभावी पदार्थों का व्ययन : २.(१) केन्द्रीय सरकार, किन्ही स्वापक ओषधियों, मन:प्रभावी पदार्थों, नियंत्रित पदार्थों या हस्तांतरणों के संबंध में, परिसंकटमय प्रकृति,… more »
धारा ५२ : गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों और अभिगृहीत वस्तुओं..
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ५२ : गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों और अभिगृहीत वस्तुओं का निपटारा : १) धारा ४१, धारा ४२, धारा ४३ या धारा ४४ के अधीन किसी व्यक्ति को गिरफ्तार करने वाला कोई अधिकारी, यथाशीघ्र, उसे ऐसी गिरफ्तारी के आधारों की… more »
धारा ५१ : दण्ड प्रक्रिया संहिता, के उपबन्धों का वारन्ट..
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ५१ : दण्ड प्रक्रिया संहिता, १९७३ के उपबन्धों का वारन्ट, गिरफ्तारी, तलाशी और अभिग्रहण को लागू होना : दण्ड प्रक्रिया संहिता, १९७३ (१९७४ का २) के उपबन्ध जहां तक वे इस अधिनियम के उपबन्धों से असंगत नहीं है,… more »
धारा ५०-क : नियंत्रित परिदान जिम्मे लेने की शक्ति :
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ५०-क : १.(नियंत्रित परिदान जिम्मे लेने की शक्ति : धारा ४ की उपधारा (३) के अधीन गठित स्वापक नियंत्रण ब्यूरो का महानिदेशक या उसके द्वारा इस निमित्त प्राधिकृत कोई अन्य अधिकारी इस अधिनियम में किसी बात के… more »
धारा ५० : वे शर्तें जिनके अधीन व्यक्तियों की तलाशी ली..
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ५० : वे शर्तें जिनके अधीन व्यक्तियों की तलाशी ली जाएगी : १) जब धारा ४२ के अधीन सम्यक् रुप से प्राधिकृत कोई अधिकारी, धारा ४१, धारा ४२ या धारा ४३ के उपबन्धों के अधीन किसी व्यक्ति की तलाशी लेने वाला है तब… more »
धारा ४९ : प्रवहण को रोकने और उसकी तलाशी लेने की शक्ति :
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ४९ : प्रवहण को रोकने और उसकी तलाशी लेने की शक्ति : धारा ४२ के अधीन प्राधिकृत कोई अधिकारी, यदि उसके पास यह संदेह करने का कारण है कि किसी जीवजंतु या प्रवहण का उपयोग किसी ऐसी स्वापक ओषधि या मन:प्रभावी… more »
धारा ४८ : अवैध रुप से की गई खेती...करने की शक्ति :
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ४८ : अवैध रुप से की गई खेती की फसल को कुर्क करने की शक्ति : कोई महानगर मजिस्ट्रेट, प्रथम वर्ग न्यायिक मजिस्ट्रेट या कोई ऐसा मजिस्ट्रेट, जिसे राज्य सरकार १.(धारा ४२ के अधीन सशक्त राजपत्रित पंक्ति के किसी… more »
धारा ४७ : अवैध खेती की इत्तिला..अधिकारियों का कर्तव्य :
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ४७ : अवैध खेती की इत्तिला देने का कुछ अधिकारियों का कर्तव्य : सरकार का प्रत्येक अधिकारी और प्रत्येक पंच, सरपंच और किसी भी प्रकार का अन्य ग्राम अधिकारी, जैसे ही उसकी जानकारी में यह आए कि किसी भूमि पर… more »
धारा ४६ : अवैध खेती की इत्तिला देने का...का कर्तव्य :
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ४६ : अवैध खेती की इत्तिला देने का भू-धारक का कर्तव्य : प्रत्येक भू-धारक किसी ऐसे अफीम पोस्त, कैनेबिस के पौधे या कोका के पौधे के बारे में, जिसकी खेती उसकी भूमि में अवैध रुप से की जाती है, इत्तिला तुरन्त… more »
धारा ४५ : जहां अधिहरण के लिए दायी माल का अभिग्रहण...
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ४५ : जहां अधिहरण के लिए दायी माल का अभिग्रहण साक्ष्य नहीं है वहां प्रक्रिया : जहां किसी ऐसे माल का (जिसके अंतर्गत खडी फसल है) जो इस अधिनियम के अधीन अधिहरण के लिए दायी है, अभिग्रहण साध्य नहीं है वहां… more »
धारा ४४ : कोका के पौधे, अफीम पोस्त और कैनबिस के पौधे..
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ४४ : कोका के पौधे, अफीम पोस्त और कैनबिस के पौधे से संबंधित अपराधों में प्रवेश, तलाशी, अभिग्रहण और गिरफ्तार करने की शक्ति : धारा ४१, धारा ४२ और धारा ४३ के उपबंध, जहां तक हो सके, अध्याय ४ के अधीन दण्डनीय… more »
धारा ४३ : लोक स्थान में ...और गिरफ्तार करने की शक्ति :
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ४३ : लोक स्थान में अभिग्रहण और गिरफ्तार करने की शक्ति : धारा ४२ में उल्लिखित किसी विभाग का कोई अधिकारी - क) किसी लोक स्थान में या अभिवहन में, किसी ऐसी स्वापक ओषधि या मन:प्रभावी पदार्थ अथवा नियंत्रित… more »
धारा ४२ : वारंट या प्राधिकार के बिना प्रवेश, तलाशी...
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ४२ : वारंट या प्राधिकार के बिना प्रवेश, तलाशी, अभिग्रहण और गिरफ्तार करने की शक्ति : १) केन्द्रीय उत्पाद-शुल्क, स्वापक, सीमाशुल्क, राजस्व आसूचना विभागों या केन्द्रीय सरकार के किसी अन्य विभाग का, जिसके… more »
धारा ४१ : वारंट जारी करने की शक्ति और प्राधिकार :
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ अध्याय ५ : प्रक्रिया : धारा ४१ : १.( वारंट जारी करने की शक्ति और प्राधिकार : १) महानगर मजिस्ट्रेट या प्रथम वर्ग मजिस्ट्रेट या इस निमित्त राज्य सरकार द्वारा विशेष रुप से सशक्त द्वितीय वर्ग मजिस्ट्रेट, किसी… more »
धारा ४० : कुछ अपराधियों के नामों, कारबार के स्थान आदि..
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ४० : कुछ अपराधियों के नामों, कारबार के स्थान आदि को प्रकाशित करने की न्यायालय की शक्ति : १) जहां किसी व्यक्ति को, धारा १५ से धारा २५ (दोनों सहित), धारा २८, धारा २९ या धारा ३० के अधीन दण्डनीय किसी अपराध… more »
धारा ३९ : ..अपराधियों को...निर्मुक्त करने की न्यायालय की शक्ति :
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ३९ : कुछ अपराधियों को परिवीक्षा पर निर्मुक्त करने की न्यायालय की शक्ति : १) जब किसी व्यसनी को १.(धारा २९ के अधीन या किसी स्वापक ओषधि या मन:प्रभावी पदार्थ की अल्प मात्रा से संबंधित अपराधों के लिए) दंडनीय… more »
धारा ३८ : कंपनियों द्वारा अपराध : १) जहां इस अधिनियम..
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ३८ : कंपनियों द्वारा अपराध : १) जहां इस अधिनियम के अधीन कोई अपराध किसी कंपनी द्वारा किया गया है वहां प्रत्येक व्यक्ति, जो उस अपराध के किए जाने के समय उस कंपनी के कारबार के संचालन के लिए उस कंपनी का… more »
धारा ३७ : अपराधों का संज्ञेय और अजामनतीय होना :
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ३७ : १.(अपराधों का संज्ञेय और अजामनतीय होना : १) दंड प्रक्रिया संहिता, १९७३ (१९७४ का २) में किसी बात के होते हुए भी, - क) इस अधिनियम के अधीन दंडनीय प्रत्येक अपराध संज्ञेय होगा ; ख) २.(धारा १९ या धारा २४… more »
धारा ३६-घ : संक्रमणकालीन उपबन्ध : १) धारा ३६ के अधीन..
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ३६-घ : १.(संक्रमणकालीन उपबन्ध : १) धारा ३६ के अधीन किसी विशेष न्यायालय का गठन होने तक, स्वापक ओषधि और मन:प्रभावी पदार्थ (संशोधन) अधिनियम, १९८८ (१९८९ का २) के प्रारम्भ पर या उसके पश्चात् इस अधिनियम के… more »
धारा ३६-ग : विशेष न्यायालय ... को संहिता का लागू होना :
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ३६-ग : विशेष न्यायालय के समक्ष कार्यवाहियों को संहिता का लागू होना : इस अधिनियम में जैसा, अन्यथा उपबंधित है उसके सिवाय, दंड प्रक्रिया संहिता, १९७३ (१९७४ का २) के उपबंध (जिसके अंतर्गत जमानत और बंधपत्रों… more »
धारा ३६-ख : अपील और पुनरीक्षण : उच्च न्यायालय, जहां..
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ३६-ख : अपील और पुनरीक्षण : उच्च न्यायालय, जहां तक लागू हो सके, दंड प्रक्रिया संहिता, १९७३ (१९७४ का २) के अध्याय २९ और अध्याय ३० द्वारा उच्च न्यायालय को प्रदत्त सभी शक्तियों का प्रयोग ऐसे कर सकेगा मानो… more »
धारा ३६-क : विशेष न्यायालयों द्वारा विचारणीय अपराध :
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ३६-क : १.(विशेष न्यायालयों द्वारा विचारणीय अपराध : १) दंड प्रक्रिया संहिता, १९७३ (१९७४ का २) में किसी बात के होते हुए भी, - क) इस अधिनियम के अधीन ऐसे सभी अपराध, जो तीन वर्ष से अधिक की अवधि के कारावास से… more »
धारा ३६ : विशेष न्यायालयों का गठन : १) सरकार...
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ३६ : १.(विशेष न्यायालयों का गठन : १) सरकार, इस अधिनियम के अधीन अपराधों का शीघ्र विचारण करने के प्रयोजन के लिए, राजपत्र में अधिसूचना द्वारा, उतने विशेष न्यायालयों का, जितने ऐसे क्षेत्र या क्षेत्रों के… more »
धारा ३५ : आपराधिक मानसिक दशा की उपधारणा : १) इस..
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ३५ : आपराधिक मानसिक दशा की उपधारणा : १) इस अधिनियम के अधीन किसी ऐसे अपराध के किसी अभियोजन में, जिसमें अभियुक्त की मानसिक दशा अपेक्षित है, न्यायालय यह उपधारणा करेगा कि अभियुक्त की ऐसी मानसिक दशा है… more »
धारा ३४ : अपराध के किए जाने..रहने के लिए प्रतिभूति :
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ३४ : अपराध के किए जाने से प्रवरित रहने के लिए प्रतिभूति : १) जब कभी कोई व्यक्ति अध्याय ४ के किसी उपबन्ध के अधीन दण्डनीय किसी अपराध का सिद्धदोष ठहराया जाता है और उसे सिद्धदोष ठहराने वाले न्यायालय की यह… more »
धारा ३३ : दंड प्रक्रिया संहिता, १९७३ की धारा ३६० और..
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ३३ : दंड प्रक्रिया संहिता, १९७३ की धारा ३६० और अपराधी परिवीक्षा अधिनियम, १९५८ का लागू होना : दंड प्रकिया संहिता, १९७३ (१९७४ का २) की धारा ३६० या अपराधी परिवीक्षा अधिनियम, १९५८ (१९५८ का २०) की कोई बात इस… more »
धारा ३२-ख : न्यूनतम दंड से उच्चतर दंड अधिरोपित करने..
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ३२-ख : १.(न्यूनतम दंड से उच्चतर दंड अधिरोपित करने के लिए विचार में लिए जाने वाली बातें : जहां इस अधिनियम के अधीन किए गए किसी अपराध के लिए कारावास की कोई न्यूनतम अवधि या जुर्माने की रकम विहित है, वहां… more »
धारा ३२-क : इस अधिनियम के अधीन दिए गए किसी दंडादेश..
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ३२-क : १.(इस अधिनियम के अधीन दिए गए किसी दंडादेश का निलंबन, परिहार या लघुकरण न होना : दंड प्रक्रिया संहिता, १९७३ (१९७४ का २) या तत्समय प्रवृत्त किसी अन्य विधि में किसी बात के होते हुए भी, किन्तु धारा ३३… more »
धारा ३२ : ऐसे अपराधों के लिए दण्ड जिनके लिए किसी दंड..
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ३२ : ऐसे अपराधों के लिए दण्ड जिनके लिए किसी दंड का उपबंध नहीं किया गया है : जो कोई इस अधिनियम के किसी उपबन्ध या उसके अधीन बनाए गए किसी नियम या निकाले गए किसी आदेश का दी गई किसी अनुज्ञप्ति, अनुज्ञापत्र… more »
धारा ३१-क : पूर्व दोष....अपराधों के लिए मृत्यु दंड :
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ३१-क : १.( पूर्व दोषसिद्धि के पश्चात् कुछ अपराधों के लिए मृत्यु दंड : १) धारा ३१ में किसी बात के होते हुए भी, २.( धारा १९, धारा २४, धारा २७-क के अधीन दंडनीय किसी अपराध के किए जाने या करने का प्रयत्न… more »
धारा ३१ : पूर्व दोषसिद्ध के पश्चात् अपराधों के लिए ..
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ३१ : १.(पूर्व दोषसिद्ध के पश्चात् अपराधों के लिए वर्धित दंड : १) यदि कोई व्यक्ति, जिसको इस अधिनियम के अधीन दंडनीय कोई अपराध करने या करने का प्रयत्न करने या उसका दुष्प्रेरण करने या करने का आपराधिक… more »
धारा ३० : तैयारी : यदि कोई व्यक्ति, ऐसा कोई कार्य...
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ३० : तैयारी : यदि कोई व्यक्ति, ऐसा कोई कार्य, जो १.(धारा १९, धारा २४ और धारा २७-क के किसी उपबंध के अधीन दंडनीय अपराध और किसी ऐसे अपराध के लिए जो किसी स्वापक ओषधि या मन:प्रभावी पदार्थ की वाणिज्यिक मात्रा… more »
धारा २९ : दुष्प्रेरण और आपराधिक षडयंत्र के लिए दंड :
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा २९ : दुष्प्रेरण और आपराधिक षडयंत्र के लिए दंड : १) जो कोई इस अध्याय के अधीन दंडनीय किसी अपराध का दुष्प्रेरण करेगा या ऐसा कोई अपराध करने के आपराधिक षडयंत्र का पक्षकार होगा, वह चाहे ऐसा अपराध ऐसे… more »
धारा २८ : अपराध करने के प्रयत्नों के लिए दंड :
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा २८ : अपराध करने के प्रयत्नों के लिए दंड : जो कोई इस अध्याय के अधीन दंडनीय कोई अपराध करने का या ऐसे अपराध का किया जाना कारित करने का प्रयत्न करेगा और ऐसा प्रयत्न करने में उस अपराध के संबंध में कोई कार्य… more »
धारा २७-ख : धारा ८-क के उल्लंघन के लिए दंड : जो कोई..
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा २७-ख : १.(धारा ८-क के उल्लंघन के लिए दंड : जो कोई, धारा ८-क के उपबंध का उल्लंघन करेगा, ऐसी अवधि के, जो तीन वर्ष से कम की नहीं होगी, किन्तु जो दस वर्ष तक की हो सकेगी, कठोर कारावास से दंडनीय होगा और… more »
धारा २७-क : अवैध व्यापार..अपराधियों को संश्रय देने के लिए दंड :
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा २७-क : १.(अवैध व्यापार का वित्त पोषण करने और अपराधियों को संश्रय देने के लिए दंड : जो कोई, प्रत्यक्षत: या अप्रत्यक्षत:, धारा २ के खंड (आंठ-क) के उपखंड (एक) से उपखंड (पांच) तक में विनिर्दिष्ट किसी… more »
धारा २७ : किसी स्वापक ओषधि..पदार्थ के उपभोग के लिए दंड :
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा २७ : १.( किसी स्वापक ओषधि या मन:प्रभावी पदार्थ के उपभोग के लिए दंड : जो कोई, किसी स्वापक ओषधि या मन:प्रभावी पदार्थ का उपभोग करेगा, वह, - क) जहां ऐसी स्वापक ओषधि या मन:प्रभावी पदार्थ, जिसका उपभोग किया… more »