Archives for: "April 2019"
आदेश ४२ नियम २ : न्यायालय की यह निदेश देने की शक्ति..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ४२ : नियम २ : १.(न्यायालय की यह निदेश देने की शक्ति कि उसके द्वारा बनाए गए प्रश्न पर अपील सुनी जाए : आदेश ४१ के नियम ११ के अधीन द्वितीय अपील की सुनवाई के लिए आदेश किए जाने के समय, न्यायालय धारा १०० द्वारा यथा अपेक्षित… more »
आदेश ४२ नियम १ : प्रक्रिया :
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ४२ : अपीली डिक्रियों की अपीलें : नियम १ : प्रक्रिया : आदेश ४१ के नियम अपीली डिक्रियों की अपीलों को, जहां तक हो सके, लागू होंगे । INSTALL Android APP * नोट (सूचना) : इस वेबसाइट पर सामग्री या जानकारी केवल शिक्षा या… more »
आदेश ४१ नियम ३७ : डिक्री की प्रमाणित प्रति उस न्यायालय..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ४१ : नियम ३७ : डिक्री की प्रमाणित प्रति उस न्यायालय को भेजी जाएगी जिसकी डिक्री की अपील की गई थी : निर्णय और डिक्री की एक प्रति अपील न्यायालय द्वारा या ऐसे अधिकारी द्वारा जो वह इस निमित्त करे, प्रमाणित की जाकर उस न्यायालय… more »
आदेश ४१ नियम ३६ : पक्षकारों को निर्णय और डिक्री की..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ४१ : नियम ३६ : पक्षकारों को निर्णय और डिक्री की प्रतियों का दिया जाना : अपील के निर्णय और डिक्री की प्रभाणित प्रतियां पक्षकारों को अपील न्यायालय से आवेदन करने पर और उनके व्यय पर दी जाएंगी । INSTALL Android APP * नोट… more »
आदेश ४१ नियम ३४ : विसम्मति का लेखबद्ध किया जाना :
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ४१ : नियम ३४ : विसम्मति का लेखबद्ध किया जाना : जहां अपील एक से अधिक न्यायाधीशों द्वारा सुनी जाती है वहां न्यायालय के निर्णय से विसम्मत कोइ भी न्यायाधीश उस विनिश्चय या आदेश का जो वह समझता है कि अपील में पारित किया जाना… more »
आदेश ४१ नियम ३५ : डिक्री की तारीख और अन्तर्वस्तु :
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ४१ : अपील में की डिक्री : नियम ३५ : ३.(डिक्री की तारीख और अन्तर्वस्तु : १) अपील न्यायालय की डिक्री पर उस दिन की तारीख होगी जिस दिन निर्णय सुनाया गया था । २) डिक्री में अपील के संख्यांक, अपीलार्थी और प्रत्यर्थी के नाम और… more »
आदेश ४१ नियम ३३ : अपील न्यायालय की शक्ति :
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ४१ : नियम ३३ : अपील न्यायालय की शक्ति : अपील न्यायालय की यह शक्ति होगी कि वह कोई ऐसी डिक्री पारित करे या कोई ऐसा आदेश करे जो पारित की जानी चाहिए थी या जो किया जाना चाहिए था, और ऐसा या अतिरिक्त या अन्य डिक्री या आदेश… more »
आदेश ४१ नियम ३२ : निर्णय क्या निदेश दे सकेगा :
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ४१ : नियम ३२ : निर्णय क्या निदेश दे सकेगा : निर्णय उस डिक्री को जिसकी अपील की गई है, पुष्ट करने, उसमें फेरफार करने या उसे उलटने के लिए हो सकेगा या यदि अपील के पक्षकार की डिक्री के प्ररुप के बारे में या अपील में किए जाने… more »
आदेश ४१ नियम ३१ : निर्णय की अन्तर्वस्तु, तारीख और..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ४१ : नियम ३१ : निर्णय की अन्तर्वस्तु, तारीख और हस्ताक्षर : अपील न्यायालय का निर्णय लिखित होगा और उसमें - क) अवधार्य प्रश्न ; ख) उन पर विनिश्चय ; ग) विनिश्चय के लिए कारण ; तथा घ) जहां वह डिक्री जिसकी अपील की गई है उलट दी… more »
आदेश ४१ नियम ३० : निर्णय कब और कहां सुनाया जाएगा :
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ४१ : अपील का निर्णय : नियम ३० : निर्णय कब और कहां सुनाया जाएगा : १.(१)) अपील न्यायालय पक्षकारों को या उनके प्लीडरों को सुनने के पश्चात् और अपील की या उस न्यायालय की जिसकी डिक्री की अपील की गई है, कार्यवाहियों के ऐसे किसी… more »
आदेश ४१ नियम २९ : विषय-बिन्दुओं का परिभाषित और लेखबद्ध..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ४१ : नियम २९ : विषय-बिन्दुओं का परिभाषित और लेखबद्ध किया जाना : जहां अतिरिक्त साक्ष्य लेने का निदेश दिया जाता है या अनुज्ञा दी जाती है वहां अपील न्यायालय उन विषय-बिन्दुओं को विनिर्दिष्ट करेगा जिन तक साक्ष्य को सीमित रखना… more »
आदेश ४१ नियम २८ : अतिरिक्त साक्ष्य लेने की रीति :
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ४१ : नियम २८ : अतिरिक्त साक्ष्य लेने की रीति : जहां कही अतिरिक्त साक्ष्य पेश करने की अनुज्ञा दी जाती है वहां अपील न्यायालय ऐसा साक्ष्य स्वयं ले सकेगा या उस न्यायालय को जिसकी डिक्री की अपील की गई है या किसी अन्य अधीनस्थ… more »
आदेश ४१ नियम २७ : अपील न्यायालय में अतिरिक्त साक्ष्य का..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ४१ : नियम २७ : अपील न्यायालय में अतिरिक्त साक्ष्य का पेश किया जाना : १) अपील के पक्षकार अपील न्यायालय में अतिरिक्त साक्ष्य चाहे वह मौखिक हो या दस्तावेजी, पेश करने के हकदार नहीं होंगे किन्तु यदि - क) उस न्यायालय ने जिसकी… more »
आदेश ४१ नियम २६-क : प्रतिप्रेषण के आदेश में अगली सुनवाई..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ४१ : नियम २६-क : १.(प्रतिप्रेषण के आदेश में अगली सुनवाई का उल्लेख किया जाना : जहां अपील न्यायालय नियम २३ या नियम २३-क के अधीन मामला प्रतिप्रेषित करता है या नियम २५ के अधीन विवाद्यकों की विरचना करता है और उन्हें विचारण के… more »
आदेश ४१ नियम २६ : निष्कर्ष और साक्ष्य का अभिलेख में..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ४१ : नियम २६ : निष्कर्ष और साक्ष्य का अभिलेख में सम्मिलित किया जाना । निष्कर्ष पर आक्षेप : १) ऐसा साक्ष्य और ऐसे निष्कर्ष वाद के अभिलेख का भाग होंगे और दोनों पक्षकारों में से कोई भी ऐसे समय के भीतर जो अपील न्यायालय… more »
आदेश ४१ नियम २५ : अपील न्यायालय कहां विवाद्यकों की..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ४१ : नियम २५ : अपील न्यायालय कहां विवाद्यकों की विरचना कर सकेगा और उन्हें उस न्यायलय को विचारण के लिए निर्दिष्ट कर सकेगा जिसकी डिक्री की अपील की गई है : जहां उस न्यायालय ने जिसकी डिक्री की अपील की गई है, ऐसे किसी… more »
आदेश ४१ नियम २४ : जहां अभिलेक में का साक्ष्य पर्याप्त है..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ४१ : नियम २४ : जहां अभिलेक में का साक्ष्य पर्याप्त है वहां अपील न्यायालय मामले का अन्तिम रुप से अवधारण कर सकेगा : जहां अभिलेख में का साक्ष्य अपील न्यायालय द्वारा निर्णय सुनाए जाने के लिए पर्याप्त है वहां अपील न्यायालय,… more »
आदेश ४१ नियम २३-क : अन्य मामलों में प्रतिप्रेषण :
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ४१ : नियम २३-क : १.(अन्य मामलों में प्रतिप्रेषण : जहां उस न्यायालय ने जिसकी डिक्री की अपील की गई है मामले का निपटारा किसी प्रारम्भिक बात पर करनेसे अन्यथा कर दिया है और डिक्री अपील में उलट दी गई है और पुनर्विचारण आवश्यक… more »
आदेश ४१ नियम २३ : मामले का अपील न्यायालय द्वारा..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ४१ : नियम २३ : मामले का अपील न्यायालय द्वारा प्रतिप्रेषण : जहां उस न्यायालय ने जिसकी डिक्री की अपील की गई है, वाद का निपटारा किसी प्रारम्भिक बात पर कर दिया है और डिक्री अपील में उलट दी गई है वहां यदि अपील न्यायालय ऐसा… more »
आदेश ४१ नियम २२ : सुनवाई में प्रत्यर्थी डिक्री के विरुद्ध ऐसे..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ४१ : नियम २२ : सुनवाई में प्रत्यर्थी डिक्री के विरुद्ध ऐसे आक्षेप कर सकेगा मानो उसने पृथक् अपील की हो : १) कोई भी प्रत्यर्थी, यद्यपि उसने डिक्री के किसी भाग के विरुद्ध अपील न की हो, १.(न केवल डिक्री का समर्थन कर सकेगा… more »
आदेश ४१ नियम २१ : उस प्रत्यर्थी के आवेदन पर पुन:सुनवाई..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ४१ : नियम २१ : उस प्रत्यर्थी के आवेदन पर पुन:सुनवाई जिसके विरुद्ध एकपक्षीय डिक्री की गई है : जहां अपील एकपक्षीय सुनी जाती है और प्रत्यर्थी के विरुद्ध निर्णय सुना दिया जाता है वहां वह अपील न्यायालय से अपील का पुन: सुनने… more »
आदेश ४१ नियम २० : सुनवाई को स्थगित करने और ऐसे व्यक्ति..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ४१ : नियम २० : सुनवाई को स्थगित करने और ऐसे व्यक्तियों को जो हितबद्ध प्रतीत होते हों, प्रत्यर्थी बनाए जाने के लिए निर्दिष्ट करने की शक्ति : १.(१)) जहां सुनवाई में न्यायालय में न्यायालय को यह प्रतीत होता है कि कोई व्यक्ति… more »
आदेश ४१ नियम १९ : व्यतिक्रम के लिए खारिज की गई अपील..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ४१ : नियम १९ : व्यतिक्रम के लिए खारिज की गई अपील को पुन: ग्रहण करना : जहां अपील नियम ११ के उपनियम (२) या नियम १७ १.(***) के अधीन खारिज की जाती है वहां अपीलार्थी अपील न्यायालय में अपील के पुन: ग्रहण किए जाने के लिए आवेदन… more »
आदेश ४१ नियम १७ : अपीलार्थी के व्यतिक्रम के लिए अपील का..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ४१ : नियम १७ : अपीलार्थी के व्यतिक्रम के लिए अपील का खारिज किया जाना : १) जहां नियत दिन को या किसी अन्य दिन को, जिसके लिए सुनवाई स्थगित की गई है, अपीलार्थी अपील की सुनवाई के लिए पुकार होने पर उपसंजात नहीं होता है वहां… more »
आदेश ४१ नियम १६ : शुरु करने का अधिकार :
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ४१ : सुनवाई की प्रक्रिया : नियम १६ : शुरु करने का अधिकार : १) नियम दिन को या ऐसे किसी अन्य दिन को जिसके लिए सुनवाई स्थगित की गई हो, अपीलार्थी को अपील के समर्थन में सुना जाएगा । २) तब यदि न्यायालय अपील को तुरन्त खारिज न… more »
आदेश ४१ नियम १४ : अपील की सुनवाई के दिन की सूचना का..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ४१ : नियम १४ : अपील की सुनवाई के दिन की सूचना का प्रकाशन और तामील : १) नियम १२ के अधीन नियत किए गए दिन की सूचना अपील न्याय-सदन में लगाई जाएगी और वैसी ही सूचना अपील न्यायालय द्वारा उस न्यायालय को भेजी जाएगी जिसकी डिक्री… more »
आदेश ४१ नियम १२ : अपील की सुनवाई के लिए दिन :
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ४१ : नियम १२ : अपील की सुनवाई के लिए दिन : १) यदि अपील न्यायालय नियम ११ के अधीन अपील को खारिज न कर दे तो वह अपील की सुनवाई के लिए दिन नियत करेगा । १.(२) ऐसा दिन न्यायालय के चालू कारबार को ध्यान में रखते हुए नियत किया… more »
आदेश ४१ नियम ११-क : समय जिसके भीतर नियम ११ के अधीन..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ४१ : नियम ११-क : १.(समय जिसके भीतर नियम ११ के अधीन सुनवाई समाप्त हो जानी चाहिए : प्रत्येक अपील नियम ११ के अधीन यथासंभव शीघ्रता से सुनी जाएगी और ऐसी सुनवाई को उस तारीख से जिसको अपील का ज्ञापन फाइल किया गया है, साठ दिन के… more »
आदेश ४१ नियम ११ : निचले न्यायालय को सूचना भेजे बिना अपील..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ४१ : नियम ११ : निचले न्यायालय को सूचना भेजे बिना अपील खारीज करने की शक्ति : १.(१) अपील न्यायालय, अपीलार्थी या उसके प्लीडर को सुनने के लिए दिन नियत करने के पश्चात् और यदि वह उस दिन उपसंजात होता है तो तद्नुसार उसे सुनने के… more »
आदेश ४१ नियम १० : अपील न्यायालय अपीलार्थी से खर्चो के..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ४१ : नियम १० : अपील न्यायालय अपीलार्थी से खर्चो के लिए प्रतिभूति देने की अपेक्षा कर सकेगा : १) अपील न्यायालय या तो प्रत्यर्थी के उपसंजात होने और उत्तर देने के लिए बुलाए जाने के पहले या तत्पश्चात् प्रत्यर्थी के आवेदन पर… more »
आदेश ४१ नियम ९ : अपीलों के ज्ञापन का रजिस्टर में चढाया..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ४१ : अपील के ग्रहण पर प्रक्रिया : नियम ९ : १.(अपीलों के ज्ञापन का रजिस्टर में चढाया जाना : १) वह न्यायालय जिसकी डिक्री के विरुद्ध अपील होती है, अपील के ज्ञापन को ग्रहण करेगा और उस पर उसके उपस्थापित किए जाने की तारीख… more »
आदेश ४१ नियम ८ : डिक्री के निष्पादन में किए गए आदेश की..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ४१ : नियम ८ : डिक्री के निष्पादन में किए गए आदेश की अपील में शक्तियों को प्रयोग : जहां अपील डिक्री के विरुद्ध नहीं बल्कि डिक्री के निष्पादन में किए गए आदेश के विरुद्ध की जाए या की गई है वहां नियम ५ और नियम ६ द्वारा… more »
आदेश ४१ नियम ७ : कुछ मामलों में सरकार से या लोक..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ४१ : नियम ७ : १.(कुछ मामलों में सरकार से या लोक अधिकारी से कोई प्रतिभूति अपेक्षित न की जाए : भारत शासन (भारतीय विधि अनुकूलन) आदेश १९३७ द्वारा निरसित ।) ------ १. उपरोक्त आदेश २७ का नियम ८-क देखिए । INSTALL Android APP *… more »
आदेश ४१ नियम ६ : डिक्री के निष्पादन के लिए आदेश की दशा..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ४१ : नियम ६ : डिक्री के निष्पादन के लिए आदेश की दशा में प्रतिभूति : १) जहां ऐसी डिक्री के निष्पादन के लिए आदेश किया गया है जिसकी अपील लम्बित है वहां डिक्री पारित करने वाला न्यायालय अपीलार्थी द्वारा पर्याप्त हेतुक दर्शित… more »
आदेश ४१ नियम ५ : अपील न्यायालय द्वारा रोका जाना :
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ४१ : कार्यवाहियों का और निष्पादन का रोका जाना : नियम ५ : अपील न्यायालय द्वारा रोका जाना : १) अपील का प्रभाव जिस डिक्री या आदेश की अपील की गई है, उसके अधीन की कार्यवाहियों को रोकना नहीं होगा, किन्तु यदि अपील न्यायालय आदेश… more »
आदेश ४१ नियम ४ : कई वादियों या प्रतिवादियों में से एक..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ४१ : नियम ४ : कई वादियों या प्रतिवादियों में से एक पूरी डिक्री को उलटवा सकेगा जहां वह ऐसे आधार पर दी गई है जो उन सभी के लिए सामान्य है : जहां वाद में एक से अधिक वादी या प्रतिवादी है और वह डिक्री जिसकी अपील की जाती है,… more »
आदेश ४१ नियम ३-क : विलम्ब की माफी के लिए आवेदन :
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ४१ : नियम ३-क : १.(विलम्ब की माफी के लिए आवेदन : १) जब कोई अपील उसके लिए विहित परिसीमाकाल के पश्चात् उपस्थापित की जाती है, तब उसके साथ ऐसे शपथपत्र द्वारा समर्थित आवेदन होगा जिसमें वे तथ्य उपवर्णित होंगे जिन पर अपीलार्थी… more »
आदेश ४१ नियम ३ : ज्ञापन का नामंजूर किया जाना या संशोधन :
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ४१ : नियम ३ : ज्ञापन का नामंजूर किया जाना या संशोधन : १) जहां अपील का ज्ञापन इसमें इसके पूर्व विहित रीति से लिखा नहीं गया है वहां वह नामंजूर किया जा सकेगा या अपीलार्थी को ऐसे समय के भीतर संशोधित किए जाने के प्रयोजन से जो… more »
आदेश ४१ नियम २ : आधार जो अपील में लिए जा सकेंगे :
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ४१ : नियम २ : आधार जो अपील में लिए जा सकेंगे : अपीलार्थी, न्यायालय की इजाजत के बिना, आक्षेप के किसी भी ऐसे आधार को जो अपील के ज्ञापन में उपवर्णित नहीं है, न तो पेश करेगा और न उसके समर्थन में सुना ही जाएगा, किन्तु अपील… more »
आदेश ४१ नियम १ : अपील का प्ररुप १ ज्ञापन के साथ क्या..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ४१ : मूल डिक्रियों की अपीलें : नियम १ : अपील का प्ररुप १ ज्ञापन के साथ क्या-क्या दिया जाएगा : १) हर अपील अपीलार्थी या उसके प्लीडर द्वारा हस्ताक्षरित ज्ञापन के रुप में की जाएगी और न्यायालय में या ऐसे अधिकारी के समक्ष जो… more »
आदेश ४० नियम ५ : कलक्टर कब रिसीवर नियुक्त किया जा ..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ४० : नियम ५ : कलक्टर कब रिसीवर नियुक्त किया जा सकेगा : जहां सम्पत्ति सरकार को राजस्व देने वाली भूमि है या ऐसी भूमि है जिसके राजस्व का समनुदेशन या मोचन कर दिया गया है और न्यायालय का यह विचार है कि सम्बन्धित व्यक्तियों के… more »
आदेश ४० नियम ४ : रिसीवर के कर्तव्यों को प्रवर्तित करना :
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ४० : नियम ४ : रिसीवर के कर्तव्यों को प्रवर्तित करना : जहां रिसीवर - क) अपने लेखाओं को ऐसी अविधियों पर और ऐसे प्ररुप में जो न्यायालय निदिष्ट करे, देने में असफल रहता है, अथवा ख) अपने द्वारा शोध्य रकम ऐसे देने में असफल रहता… more »
आदेश ४० नियम ३ : कर्तव्य :
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ४० : नियम ३ : कर्तव्य : इस प्रकार नियुक्त किया गया हर रिसीवर - क) सम्पत्ति की बाबत वह जो कुछ प्राप्त करेगा उसका सम्यक् रुप से लेखा देने के लिए ऐसी प्रतिभूति (यदि कोई हो) देगा जो न्यायालय ठीक समझे । ख) अपने लेखाओं को ऐसी… more »
आदेश ४० नियम २ : पारिश्रमिक :
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ४० : नियम २ : पारिश्रमिक : न्यायालय रिसीवर की सेवाओं के लिए पारिश्रमिक के रुप में दी जाने वाली रकम को साधारण या विशेष आदेश द्वारा नियत कर सकेगा । INSTALL Android APP * नोट (सूचना) : इस वेबसाइट पर सामग्री या जानकारी केवल… more »
आदेश ४० नियम १ : रिसीवरों की नियुक्ति :
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ४० : रिसीवरों की नियुक्ति : नियम १ : रिसीवरों की नियुक्ति : १) जहां न्यायालय को यह न्यायसंगत और सुविधापूर्ण प्रतीत होता है वहां न्यायालय आदेश द्वारा - क) किसी सम्पत्ति का रिसीवर चाहे डिक्री के पहले या पश्चात् नियुक्त कर… more »
आदेश ३९ नियम १० : न्यायालय में धन, आदि का जमा किया..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ३९ : नियम १० : न्यायालय में धन, आदि का जमा किया जाना : जहां वाद की विषय-वस्तु धन या कोई ऐसी अन्य चीज है, जिसका परिदान किया जा सकता है, और उसका कोई भी पक्षकार यह स्वीकार करता है कि वह ऐसे धन या ऐसी अन्य चीज को किसी अन्य… more »
आदेश ३९ नियम ९ : जो भूमि वाद की विषय-वस्तु है उस पर..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ३९ : नियम ९ : जो भूमि वाद की विषय-वस्तु है उस पर पक्षकार का तुरन्त कब्जा कब कराया जा सकेगा : जहां सरकार को राजस्व देने वाली भूमि या विक्रय के दायित्व के अधीन भू-धृति वाद की विषय-वस्तु है वहां, यदि वह पक्षकार जो ऐसी भूमि… more »
आदेश ३९ नियम ८ : ऐसे आदेशों के लिए आवेदन सूचना के..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ३९ : नियम ८ : ऐसे आदेशों के लिए आवेदन सूचना के पश्चात् किया जाएगा : १) वादी द्वारा नियम ६ और नियम ७ के अधीन आदेश के लिए आवेदन वाद के संस्थित किए जाने के पश्चात् किसी भी १.(*) किया जा सकेगा । २) प्रतिवादी द्वारा ऐसे ही… more »
आदेश ३९ नियम ७ : वाद की विषय-वस्तु का निरोध, परिरक्षण,..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ३९ : नियम ७ : वाद की विषय-वस्तु का निरोध, परिरक्षण, निरीक्षण आदि : १) न्यायालय वाद के किसी भी पक्षकार के आवेदन पर और ऐसे निबन्धनों पर जो वह ठीक समझे, - क) किसी भी ऐसी सम्पत्ति के, जो ऐसे वाद की विषय-वस्तु है या जिसके… more »
आदेश ३९ नियम ६ : अन्तरिम विक्रय का आदेश देने की शक्ति :
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ३९ : अंतर्वर्ती आदेश : नियम ६ : अन्तरिम विक्रय का आदेश देने की शक्ति : न्यायालय वाद के किसी भी पक्षकार के आवेदन पर ऐसे आदेश में नामित किसी भी व्यक्ति द्वारा और ऐसी रीति से और ऐसे निबन्धनों पर जो न्यायालय ठीक समझे, किसी… more »
आदेश ३९ नियम ५ : निगम को निर्दिष्ट व्यादेश उसके..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ३९ : नियम ५ : निगम को निर्दिष्ट व्यादेश उसके अधिकारियों पर आबद्धकर होगा : किसी निगम को निर्दिष्ट व्यादेश न केवल निगम पर ही आबद्धकर होगा बल्कि निगम के उन सभी सदस्यों और अधिकारियों पर भी आबद्धकर होगा जिनके वैयक्तिक कार्य… more »
आदेश ३९ नियम ४ : व्यादेश के आदेश को प्रभावोन्मुक्त, ..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ३९ : नियम ४ : व्यादेश के आदेश को प्रभावोन्मुक्त, उसमें फेरफार या उसे अपास्त किया जा सकेगा : व्यादेश के किसी भी आदेश को उस आदेश से असन्तुष्ट किसी पक्षकार द्वारा न्यायालय से किए गए आवेदन पर उस न्यायालय द्वारा… more »
आदेश ३९ नियम ३-क : व्यादेश के लिए आवेदन का न्यायालय..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ३९ : नियम ३-क : १.(व्यादेश के लिए आवेदन का न्यायालय द्वारा तीस दिन के भीतर निपटाया जाना : जहां कोई व्यादेश विरोधी पक्षकार को सूचना दिए बिना दिया गया है वहां न्यायालय आवेदन को ऐसी तारीख से जिसको व्यादेश दिया गया ता, तीस… more »
आदेश ३९ नियम ३ : व्यादेश देने से पहले न्यायालय निदेश..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ३९ : नियम ३ : व्यादेश देने से पहले न्यायालय निदेश देगा कि विरोधी पक्षकार को सूचना दे दी जाए : वहां के सिवाय जहां यह प्रतीत होता है कि व्यादेश देने का उद्देश विलम्ब द्वारा निष्फल हो जाएगा, न्यायालय सब मामलों में व्यादेश… more »
आदेश ३९ नियम २-क : व्यादेश की अवज्ञा या भंग का..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ३९ : नियम २-क : १.(व्यादेश की अवज्ञा या भंग का परिणाम : १) नियम १ या नियम २ के अधीन दिए गए किसी व्यादेश या किए गए अन्य आदेश की अवज्ञा की दशा में या जिन निबन्धनों पर व्यादेश देने वाला या आदेश करने वाला न्यायालय या ऐसा कोई… more »
आदेश ३९ नियम २ : भंग की पुनरावृत्ति या जारी रखना अवरुद्ध..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ३९ : नियम २ : भंग की पुनरावृत्ति या जारी रखना अवरुद्ध करने के लिए व्यादेश : १) संविदा भंग करने से या किसी भी प्रकार की अन्य क्षति करने से प्रतिवादी को अवरुद्ध करने के किसी भी वाद में, चाहे वाद में प्रतिकर का दावा किया… more »
आदेश ३९ नियम १ : वे दशाएं जिनमें अस्थायी व्यादेश दिया..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ३९ : अस्थायी व्यादेश और अन्तर्वर्ती आदेश : अस्थायी व्यादेश : नियम १ : वे दशाएं जिनमें अस्थायी व्यादेश दिया जा सकेगा : जहां किसी वाद में शपतथपत्र द्वारा या अन्यथा यह साबित कर दिया जाता है कि - क) वाद में विवादग्रस्त किसी… more »
आदेश ३८ नियम १३ : लघुवाद न्यायालय स्थावर सम्पत्ति को..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ३८ : नियम १३ : १.(लघुवाद न्यायालय स्थावर सम्पत्ति को कुर्क नहीं करेगा : इस आदेश की कोइ भी बात स्थावर सम्पत्ति की कुर्की के लिए आदेश करने को किसी लघुवाद न्यायालय को सशक्त करने वाली नहीं समझी जाएगी ।) ------ १. १९२६ के… more »
आदेश ३८ नियम १२ : कृषि-उपज निणय के पूर्व कुर्क नहीं..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ३८ : नियम १२ : कृषि-उपज निणय के पूर्व कुर्क नहीं होगी : इस आदेश की कोई भी बात किसी कृषक के कब्जे में की किसी कृषि-उपज की कुर्की के लिए आवेदन करने की वादी को प्राधिकृत करने वाली या ऐसी उपज को कुर्क करने या पेश करने का… more »
आदेश ३८ नियम ११-क : कुर्की को लागू होने वाले उपबन्ध :
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ३८ : नियम ११-क : १.(कुर्की को लागू होने वाले उपबन्ध : १) इस संहिता के ऐसे उपबंध जो डिक्री के निष्पादन में की गई कुर्की को लागू होते है, निर्णय के पूर्व की गई ऐसी कुर्की को, जहां तक हो सके, लागू होंगे जो निर्णय के पश्चात्… more »
आदेश ३८ नियम ११ : निर्णय से पहले कुर्क की गई सम्पत्ति..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ३८ : नियम ११ : निर्णय से पहले कुर्क की गई सम्पत्ति डिक्री के निष्पादन में पुन: कुर्क नहीं की जाएगी : जहां सम्पत्ति इस आदेश के उपबंधों के आधार पर कि गई कुर्की के अधीन हो और वादी के पक्ष में तत्पश्चात् डिक्री पारित कर दी… more »
आदेश ३८ नियम १० : निर्णय से पहले की गई कुर्की से न तो पर..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ३८ : नियम १० : निर्णय से पहले की गई कुर्की से न तो पर व्यक्तियों के अधिकार प्रभावित होंगे और न विक्रय के लिए आवेदन करने से डिक्रीदार वर्जित होगा : निर्णय से पहले की गई कुर्की से न तो उन व्यक्तियों के जो वाद के पक्षकार… more »
आदेश ३८ नियम ९ : प्रतिभूति दे दी जाने पर या वाद खारिज ..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ३८ : नियम ९ : प्रतिभूति दे दी जाने पर या वाद खारिज कर दिए जाने पर कुर्की का हटा लिया जाना : जहां निर्णय के पूर्व कुर्की के लिए आदेश किया जाता है वहां जब प्रतिवादी अपेक्षित प्रतिभूति, उस प्रतिभूति के सहित जो कुर्की के… more »
आदेश ३८ नियम ८ : निर्णय के पूर्व कुर्क की गई सम्पत्ति के..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ३८ : नियम ८ : १.(निर्णय के पूर्व कुर्क की गई सम्पत्ति के दावे का न्यायनिर्णयन : जहां कोई दावा निर्णय के पूर्व कुर्क की गई सम्पत्ति के लिए किया गया है वहां ऐसे दावे का न्यायनिर्णयन उस रीति से किया जाएगा जो धन के संदाय के… more »
आदेश ३८ नियम ७ : कुर्की करने की रीति :
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ३८ : नियम ७ : कुर्की करने की रीति : अभिव्यक्त रुप से जैसा उपबन्धित है उसके सिवाय, कुर्की उस रीति से की जाएगी जो डिक्री के निष्पादन में सम्पत्ति की कुर्की के लिए उपबंधित है । INSTALL Android APP * नोट (सूचना) : इस वेबसाइट… more »
आदेश ३८ नियम ६ : जहां हेतुक दर्शित नहीं किया जाता या..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ३८ : नियम ६ : जहां हेतुक दर्शित नहीं किया जाता या प्रतिभूति नहीं दी जाती वहां कुर्की : १) जहां प्रतिवादी न्यायालय द्वारा नियत समय के भीतर यह हेतुक दर्शित करने में असफल रहता है कि उसे प्रतिभूति क्यों नहीं देनी जाहिए या… more »
आदेश ३८ नियम ५ : सम्पत्ति पेश करने के लिए प्रतिभूति देने..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ३८ : निर्णय के पहले कुर्की : नियम ५ : सम्पत्ति पेश करने के लिए प्रतिभूति देने की अपेक्षा प्रतिवादी से कब की जा सकेगी : १) जहां वाद के किसी भी प्रक्रम में न्यायलय का शपथपत्र द्वारा या अन्यथा यह समाधान हो जाता है कि… more »
आदेश ३८ नियम ४ : जहां प्रतिवादी प्रतिभूति देने में या..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ३८ : नियम ४ : जहां प्रतिवादी प्रतिभूति देने में या प्रतिभूति लाने में असफल रहता है वहां प्रक्रिया : जहां प्रतिवादी नियम २ या नियम ३ के अधीन किसी आदेश का अनुपालन करने में असफल रहता है वहां न्यायालय उसे सिविल कारागार को तब… more »
आदेश ३८ नियम ३ : उन्मोचित किए जाने के लिए प्रतिभू के..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ३८ : नियम ३ : उन्मोचित किए जाने के लिए प्रतिभू के आवेदन पर प्रक्रिया : १) प्रतिवादी की उपसंजाति के लिए प्रतिभू उस न्यायालय से जिसमें वह ऐसा प्रतिभू हुआ है, अपनी बाध्यता से उन्मोचित किए जाने के लिए किसी भी समय आवेदन कर… more »
आदेश ३८ नियम २ : प्रतिभूति :
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ३८ : नियम २ : प्रतिभूति : १) जहां प्रतिवादी ऐसा हेतुक दर्शित करने में असफल रहता है वहां न्यायालय या तो उसे अपने विरुद्ध दावे के उत्तर के लिए पर्याप्त धन या अन्य सम्पत्ति न्यायालय में जमा करने के लिए या उस समय तक जब तक… more »
आदेश ३८ नियम १ : उपसंजाति के लिए प्रतिभूति देने की मांग..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ३८ : निर्णय के पहले गिरफ्तारी और कुर्की : निर्णय के पहले गिरफ्तारी : नियम १ : उपसंजाति के लिए प्रतिभूति देने की मांग प्रतिवादी से कब की जा सकेगी : जहां धारा १६ के खण्ड (क) से खण्ड (घ) तक में निर्दिष्ट प्रकृति के वाद से… more »
आदेश ३७ नियम ७ : वादों में प्रक्रिया :
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ३७ : नियम ७ : वादों में प्रक्रिया : इस आदेश द्वारा जैसा उपबन्धित है उसके सिवाय, इसक अधीन वादों में प्रक्रिया वही होगी जो मामूली रीति से संस्थित किए गए वादों में होती है । INSTALL Android APP * नोट (सूचना) : इस वेबसाइट पर… more »
आदेश ३७ नियम ६ : अनादृत विनिमय-पत्र या वचन-पत्र के..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ३७ : नियम ६ : अनादृत विनिमय-पत्र या वचन-पत्र के अप्रतिग्रहण का टिप्पण करने के खर्च की वसूली : हर अनादृत विनिमय-पत्र या वचन-पत्र के धारक को ऐसे अनादरण के कारण उसके अप्रतिग्रहण या असंदाय का टिप्पण कराने में या अन्यथा उपगत… more »
आदेश ३७ नियम ५ : विनिमय-पत्र, आदि को न्यायालय के अधिकारी..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ३७ : नियम ५ : विनिमय-पत्र, आदि को न्यायालय के अधिकारी के पास जमा करने का आदेश देने की शक्ति : इस आदेश के अधीन किसी भी कार्यवाही में न्यायालय आदेश दे सकेगा कि वह विनिमय-पत्र, हुण्डी या वचन-पत्र, जिस पर वाद आधारित है,… more »
आदेश ३७ नियम ४ : डिक्री को अपास्त करने की शक्ति :
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ३७ : नियम ४ : डिक्री को अपास्त करने की शक्ति : डिक्री देने के पश्चात् यदि न्यायालय को विशेष परिस्थितियों के अधीन ऐसा करना युक्तियुक्त लगे तो वह ऐसे निबन्धनों पर जो न्यायालय ठीक समझे, डिक्री को अपास्त कर सकेगा और यदि… more »
आदेश ३७ नियम ३ : प्रतिवादी की उपसंजाति के लिए..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ३७ : नियम ३ : १.(प्रतिवादी की उपसंजाति के लिए प्रकिया : १) किसी ऐसे वाद में जिसे यह आदेश लागू होता है, वादी प्रतिवादी पर वादपत्र और उसके उपाबन्धों की एक प्रति नियम २ के अधीन समन के साथ तामील करेगा और प्रतिवादी ऐसी तामील… more »
आदेश ३७ नियम २ : संक्षिप्त वादों का संस्थित किया..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ३७ : नियम २ : १.( संक्षिप्त वादों का संस्थित किया जाना : १) यदि वादी किसी ऐसे वाद को जिसे यह आदेश लागू होता है, इसके अधीन आगे चलाने की वांछा करता है तो वह ऐसा वादपत्र करके उपस्थापित करके संस्थित किया जा सकेगा, जिसमें… more »
आदेश ३७ नियम १ : वे न्यायालय और वादों के वर्ग जिन्हें..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ३७ : २.(***) संक्षिप्त प्रक्रिया : नियम १ : ३.(वे न्यायालय और वादों के वर्ग जिन्हें यह आदेश लागू होना है : १) यह आदेश निम्नलिखित न्यायालयों को लागू होगा, अर्थात् - क) उच्च न्यायालय, नगर सिविल न्यायालय और लघुवाद न्यायालय… more »
आदेश ३६ नियम ६ : नियम ५ के अधीन पारित डिक्री की अपील..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ३६ : नियम ६ : १.(नियम ५ के अधीन पारित डिक्री की अपील न होना : नियम ५ के अधीन पारित की कोई अपील नहीं होगी ।ख) ------- १. १९७६ के अधिनियम सं. १०४ की धारा ८३ द्वारा (१-२-१९७७ से) अन्त:स्थापित । INSTALL Android APP * नोट… more »
आदेश ३६ नियम ५ : मामले की सुनवाई और निपटारा :
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ३६ : नियम ५ : मामले की सुनवाई और निपटारा : १) वह मामला मामूली रीति से संस्थित वाद के रुप में सुनवाई के लिए रखा जाएगा और ऐसे वाद को इस संहिता के उपबन्ध वहां तक लागू होंगे जहां तक कि वे लागू होने योग्य है । २) जहां… more »
आदेश ३६ नियम ४ : पक्षकार न्यायालय की अधिकारिता के अधीन..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ३६ : नियम ४ : पक्षकार न्यायालय की अधिकारिता के अधीन होंगे : जहां करार इस प्रकार फाइल कर दिया गया है वहां उसमें के पक्षकार न्यायालय की अधिकारिता के अधीन होंगे और उसमें अन्तर्विष्ट कथनों से आबद्ध होंगे । INSTALL Android… more »
आदेश ३६ नियम ३ : करार वाद के रुप में फाइल किया जाएगा..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ३६ : नियम ३ : करार वाद के रुप में फाइल किया जाएगा और रजिस्टर में चढाया जाएगा : यदि करार इसमें इसके पूर्व अन्तर्विष्ट नियमों के अनुसार विरचित किया गया है १.(तो वह उस न्यायालय में आवेदन के साथ फाइल किया जा सकेगा जिसको) ऐसा… more »
आदेश ३६ नियम २ : विषय-वस्तु का मूल्य कहां कथित करना..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ३६ : नियम २ : विषय-वस्तु का मूल्य कहां कथित करना होगा : जहां करार किसी सम्पत्ति के परिदान के लिए या किसी विशिष्ट कार्य को करने से विरत रहने के लिए है वहां जो सम्पत्ति परिदत्त की जानी है या जिसके प्रति विनिर्दिष्ट कार्य… more »
आदेश ३६ नियम १ : न्यायालय की राय के लिए मामले का कथन..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ३६ : विशेष मामला : नियम १ : न्यायालय की राय के लिए मामले का कथन करने की शक्ति : १) जो पक्षकार तथ्य या विधि के किसी प्रश्न के विनिश्चय में हितबद्ध होने का दावा करते हैं वे ऐसा लिखित करार कर सकेंगे जिसमें ऐसे प्रश्न का… more »
आदेश ३५ नियम ६ : वादी के खर्चों का भार :
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ३५ : नियम ६ : वादी के खर्चों का भार : जहां वाद उचित रुप से संस्थित किया गया है वहां न्यायालय मूल वादी के खर्चों के लिए उपबन्ध दावाकृत चीज पर उसका भार डाल कर अन्य प्रभावी तौर पर कर सकेगा । INSTALL Android APP * नोट… more »
आदेश ३५ नियम ५ : अभिकर्ता और अभिधारी अन्तराभिवाची वाद..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ३५ : नियम ५ : अभिकर्ता और अभिधारी अन्तराभिवाची वाद संस्थित नहीं कर सकेंगे : इस आदेश की किसी भी बात के बारे में यह नहीं समझा जाएगा कि वह अभिकर्ताओं को अपने मालिकों पर, या अभिधारियों को अपने भू-स्वामियों पर, इस प्रयोजन से… more »
आदेश ३५ नियम ४ : पहली सुनवाई में प्रक्रिया :
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ३५ : नियम ४ : पहली सुनवाई में प्रक्रिया : १) पहली सुनवाई में न्यायालय - क) घोषित कर सकेगा कि वादी दावाकृत चीज के सम्बन्ध में प्रतिवादियों के प्रति सभी दायित्व से उन्मोचित हो गया है, उसे उसके खर्चे अधिनिर्णीत कर सकेगा और… more »
आदेश ३५ नियम ३ : प्रक्रिया जहां प्रतिवादी वादी पर वाद..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ३५ : नियम ३ : प्रक्रिया जहां प्रतिवादी वादी पर वाद चला रहा है : जहां अन्तराभिवाची वाद के प्रतिवादियों में से कोई प्रतिवादी, वादी पर ऐसे वाद की विषय-वस्तु की बाबत वास्तव में वाद चला रहा है वहां वह न्यायालय जिसमें वादी के… more »
आदेश ३५ नियम २ : दावाकृत चीज का न्यायालय में जमा किया..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ३५ : नियम २ : दावाकृत चीज का न्यायालय में जमा किया जाना : जहां दावाकृत चीज ऐसी है कि वह न्यायालय में जमा की जा सकती है या न्यायालय की अभिरक्षा में रखी जा सकती है वहां वादी से अपेक्षा की जा सकेगी कि वह वाद में किसी भी… more »
आदेश ३५ नियम १ : अन्तराभिवाची वाद में वादपत्र :
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ३५ : अन्तराभिवाची (अन्तर्वाद / विरोधी वाद) : नियम १ : अन्तराभिवाची वाद में वादपत्र : हर एक अन्तराभिवाची वाद के वादपत्रों में, वादपत्रों के लिए आवश्यक अन्य कथनों के अतिरिक्त, - क) यह कथन होगा कि वादी प्रभारों या खर्चों के… more »
आदेश ३४ नियम १५ : हक विलेखों के निक्षेप द्वारा बंधक..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ३४ : नियम १५ : १.(हक विलेखों के निक्षेप द्वारा बंधक और भार : २.(१) इस आदेश के वे सभी उपबन्ध जो साधारण बन्धक को लागू हैं, सम्पत्ति अन्तरण अधिनियम १८८२ (१८८२ का ४ ) की धारा ५८ के अर्थ में हक विलेखों के निक्षेप द्वारा बन्धक… more »
आदेश ३४ नियम १४ : बन्धक सम्पत्ति का विक्रय कराने के लिए..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ३४ : नियम १४ : बन्धक सम्पत्ति का विक्रय कराने के लिए आवश्यक विक्रय का वाद : १) जहां बन्धकदार ने बन्धक के अधीन उद्भूत होने वाले दावे की तुष्टि में धन के संदाय के लिए डिक्री अभिप्राप्त कर ली है वहां वह बन्धक के प्रवर्तन के… more »
आदेश ३४ नियम १३ : आगमों का उपयोजन :
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ३४ : नियम १३ : आगमों का उपयोजन : १) ऐसे आगम न्यायालय में लाए जाएंगे और निम्न प्रकार से उपयोजित किए जाएंगे, - प्रथमत: विक्रय से आनुषंगिक या किसी प्रयतित विक्रय में उचित रुप से उपगत व्ययों का संदाय करने में ; द्वितीयत:,… more »
आदेश ३४ नियम १२ : पूर्विक बन्धक के अधीन सम्पत्ति का..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ३४ : नियम १२ : पूर्विक बन्धक के अधीन सम्पत्ति का विक्रय : जहां कोई सम्पत्ति जिसका विक्रय इस आदेश के अधीन निदिष्ट किया गया है, पूर्विक बन्धक के अधीन है वहां न्यायालय पूर्विक बन्धकदार की सहमति से यह निदेश दे सकेगा कि ऐसे… more »
आदेश ३४ नियम ११ : ब्याज का संदाय :
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ३४ : नियम ११ : ब्याज का संदाय : पुरोबन्ध, विक्रय या मोचन के वाद में पारित किसी भी डिक्री में न्यायालय जहां ब्याज वैध रुप से वसूलीय हो, यह आदेश दे सकेगा कि बन्धकदार को निम्नलिखित ब्याज दिया जाए, अर्थात् :- क) प्रारम्भिक… more »
आदेश ३४ नियम १०-क : अन्त:कालीन लाभ का संदाय करने के..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ३४ : नियम १०-क : १.(अन्त:कालीन लाभ का संदाय करने के लिए बन्धकदार को निदेश देने की न्यायालय की शक्ति : जहां पुरोबन्ध के वाद में बन्धककर्ता ने बन्धक पर शोध्य राशि या ऐसी राशि जो न्यायालय की राय में सारत: कम नहीं है, वाद के… more »
आदेश ३४ नियम १० : बन्धकदार के खर्चे जो डिक्री के..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ३४ : नियम १० : १.(बन्धकदार के खर्चे जो डिक्री के पश्चात् हुए है : पुरोबन्ध, विक्रय या मोचन की दशा में जो रकम बन्धकदार को दी जानी है उसका अन्तिम रुप से समायोजन करने में न्यायालय तब के सिवाय जब कि वाद में के खर्चें की दशा… more »
आदेश ३४ नियम ९ : डिक्री जहां कुछ भी शोध्य नहीं पाया जाए..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ३४ : नियम ९ : डिक्री जहां कुछ भी शोध्य नहीं पाया जाए या जहां बंधकदार को अतिसंदाय कर दिया गया हो : यदि नियम ७ में निर्दिष्ट लेखा लेने पर यह प्रतीत हो कि प्रतिवादी को कुछ भी शोध्य नहीं है या उसे अतिसंदाय कर दिया गया है तो… more »
आदेश ३४ नियम ८-क : मोचन के वाद में बन्धक पर शोध्य..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ३४ : नियम ८-क : १.(मोचन के वाद में बन्धक पर शोध्य बाकी रकम की वसूली : जहां २.(नियम ८) के अधीन किए गए किसी भी विक्रय के शुद्ध आगम प्रतिवादी को शोध्य रकम का संदाय करने के लिए अपर्याप्त पाए जाते है वहां यदि बाकी रकम विक्रीत… more »
आदेश ३४ नियम ८ : मोचन के वाद में अन्तिम डिक्री :
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ३४ : नियम ८ : मोचन के वाद में अन्तिम डिक्री : १) जहां बन्धक सम्पत्ति के मोचन कराने के सभी अधिकारों से वादी को विवर्जित करने वाली अन्तिम डिक्री पारित किए जाने के पूर्व या इस नियम के उपनियम (३) के अधीन पारित अन्तिम डिक्री… more »