Archives for: "May 2020"
धारा ७ : न्यायाधिकारी का वेतन, भत्ते और सेवा के ..
ग्राम न्यायालय अधिनियम २००८ धारा ७ : न्यायाधिकारी का वेतन, भत्ते और सेवा के अन्य निबंधन और शर्ते : न्यायाधिकारी को संदेय वेतन और अन्य भत्ते तथा उसकी सेवा के अन्य निबंधन और शर्ते वे होंगी, जो प्रथम वर्ग न्यायिक मजिस्ट्रेट को लागू हों । INSTALL Android… more »
धारा ६ : न्यायाधिकारी की नियुक्ति के लिए अर्हताएं :
ग्राम न्यायालय अधिनियम २००८ धारा ६ : न्यायाधिकारी की नियुक्ति के लिए अर्हताएं : १)कोई व्यक्ति, न्यायाधिकारी के रूप में नियुक्त किए जाने के लिए तभी अर्हित होगा, जब वह प्रथम वर्ग न्यायिक मजिस्ट्रेट के रूप में नियुक्त किए जाने के लिए पात्र हो ।… more »
धारा ५ : न्यायाधिकारी की नियुक्ति :
ग्राम न्यायालय अधिनियम २००८ धारा ५ : न्यायाधिकारी की नियुक्ति : राज्य सरकार, उच्च न्यायालय के परामर्श से, प्रत्येक ग्राम न्यायालय के लिए एक न्यायाधिकारी की नियुक्ति करेगी । INSTALL Android APP * नोट (सूचना) : इस वेबसाइट पर सामग्री या जानकारी केवल शिक्षा… more »
धारा ४ : ग्राम न्यायालय का मुख्यालय :
ग्राम न्यायालय अधिनियम २००८ धारा ४ : ग्राम न्यायालय का मुख्यालय : प्रत्येक ग्राम न्यायालय का मुख्यालय उस मध्यवर्ती पंचायत के मुख्यालय पर जिसमें ग्राम न्यायालय स्थापित है या ऐसे अन्य स्थान पर अवस्थित होगा, जो राज्य सरकार द्वारा अधिसूचित किए जाए । INSTALL… more »
धारा ३ : ग्राम न्यायालयों की स्थापना :
ग्राम न्यायालय अधिनियम २००८ अध्याय २ : ग्राम न्यायालय : धारा ३ : ग्राम न्यायालयों की स्थापना : १) राज्य सरकार, इस अधिनियम द्वारा ग्राम न्यायालय को प्रदत्त अधिकारिता और शक्तियों का प्रयोग करने के प्रयोजन के लिए, उच्च न्यायालय से परामर्श करने के पश्चात्,… more »
धारा २ ग्राम न्यायालय अधिनियम २००८
ग्राम न्यायालय अधिनियम २००८ धारा २ : परिभाषाएं : इस अधिनियम में, जब तक कि संदर्भ से अन्यथा अपेक्षित न हो, - क) ग्राम न्यायालय से धारा ३ की उपधारा (१) के अधीन स्थापित न्यायालय अभिप्रेत है; ख) ग्राम पंचायत से संविधान के अनुच्छेद २४३ ख के अधीन ग्रामीण… more »
ग्राम न्यायालय अधिनियम २००८ धारा १
ग्राम न्यायालय अधिनियम २००८ (२००९ का अधिनियम संख्यांक ४) नागरिकों की उनके निकटतम स्थान पर न्याय तक पहुंच उपलब्ध कराने के प्रयोजनों के लिए ग्रामीण स्तर पर ग्राम न्यायालयों की स्थापना करने और यह सुनिश्चित करने के लिए कि कोई नागरिक सामाजिक, आर्थिक या अन्य… more »
धारा ६३ : लोकायुक्त की स्थापना :
लोकपाल और लोकायुक्त अधिनियम २०१३ भाग ३ : लोकायुक्त की स्थापना : धारा ६३ : लोकायुक्त की स्थापना : प्रत्येक राज्य, इस अधिनियम के प्रारंभ होने की तारीख से एक वर्ष की अवधि के भीतर कतिपय लोक कृत्यकारियों के विरूध्द भ्रष्टाचार से संबंधित शिकायतों के संबंध में… more »
धारा ६२ : कठिनाइयों को दूर करने की शक्ति :
लोकपाल और लोकायुक्त अधिनियम २०१३ धारा ६२ : कठिनाइयों को दूर करने की शक्ति : १)यदि इस अधिनियम के उपबंधों को प्रभावी करने में कोई कठिनाई उत्पन्न होती है तो केंद्रीय सरकार, राजपत्र में प्रकाशित आदेश द्वारा ऐसे उपबंध कर सकेगी, जो इस अधिनियम के उपबंधों से… more »
धारा ६१ : नियमों और विनियमों का रखा जाना :
लोकपाल और लोकायुक्त अधिनियम २०१३ धारा ६१ : नियमों और विनियमों का रखा जाना : इस अधिनियम के अधीन बनाया गया प्रत्येक निगम और विनियम, बनाए जाने के पश्चात् यथाशीघ्र, संसद् के प्रत्येक सदन के समक्ष, जब वह सत्र में हो, कुल तीस दिन की अवधि के लिए रखा जाएगा । यह… more »
धारा ६० : विनियम बनाने की लोकपाल की शक्ति :
लोकपाल और लोकायुक्त अधिनियम २०१३ धारा ६० : विनियम बनाने की लोकपाल की शक्ति : १)लोकपाल, इस अधिनियम और उसके अधीन बनाए गए नियमों के उपबंधों के अधीन रहते हुए, राजपत्र में अधिसूचना द्वारा, इस अधिनियम के उपबंधों को कार्यान्वित करने के लिए विनियम बना सकेगा।… more »
धारा ५९ : नियम बनाने की शक्ति :
लोकपाल और लोकायुक्त अधिनियम २०१३ धारा ५९ : नियम बनाने की शक्ति : १)केन्द्रीय सरकार, इस अधिनियम के उपबंधों को कार्यान्वित करने के लिए नियम राजपत्र में अधिसूचना द्वारा, बना सकेगी । २)विशिष्टतया और पूर्वगामी शक्ति की व्यापकता पर प्रतिकूल प्रभाव डाले बिना,… more »
धारा ५८ : कतिपय अधिनियमितियों का संशोधन :
लोकपाल और लोकायुक्त अधिनियम २०१३ धारा ५८ : कतिपय अधिनियमितियों का संशोधन : अनुसूची में विनिर्दिष्ट अधिनियमितियों को उसमें विनिर्दिष्ट रीति से संशोधित किया जाएगा । INSTALL Android APP * नोट (सूचना) : इस वेबसाइट पर सामग्री या जानकारी केवल शिक्षा या… more »
धारा ५७ : इस अधिनियम के उपबंधों का अन्य विधियों..
लोकपाल और लोकायुक्त अधिनियम २०१३ धारा ५७ : इस अधिनियम के उपबंधों का अन्य विधियों के अतिरिक्त होना : इस अधिनियम के उपबंध तत्समय प्रवृत्त किसी अन्य विधि के अतिरिक्त होंगे न कि उसके अल्पीकरण में । INSTALL Android APP * नोट (सूचना) : इस वेबसाइट पर सामग्री… more »
धारा ५६ : अधिनियम का अध्यारोही प्रभाव होना :
लोकपाल और लोकायुक्त अधिनियम २०१३ धारा ५६ : अधिनियम का अध्यारोही प्रभाव होना : इस अधिनियम के उपबंध, इस अधिनियम से भिन्न किसी अधिनियमिति या इस अधिनियम से भिन्न किसी अधिनियमिति के कारण प्रभाव रखने वाली किसी लिखत में अंतर्विष्ट उससे असंगत किसी बात के होते… more »
धारा ५५ : विधिक सहायता :
लोकपाल और लोकायुक्त अधिनियम २०१३ धारा ५५ : विधिक सहायता : लोकपाल, प्रत्येक ऐसे व्यक्ति को, जिसके विरूध्द इस अधिनियम के अधीन उसके समक्ष कोई शिकायत फाइल की गई है, लोकपाल के समक्ष उसके मामले की प्रतिरक्षा करने के लिए, यदि ऐसी सहायता के लिए अनुरोध किया जाता… more »
धारा ५४ : अधिकारिता का वर्जन :
लोकपाल और लोकायुक्त अधिनियम २०१३ धारा ५४ : अधिकारिता का वर्जन : किसी सिविल न्यायालय को, किसी ऐसे विषय के संबंध में अधिकारिता नहीं होंगी, जिसका लोकपाल इस अधिनियम द्वारा उसके अधीन अवधारण करने के लिए सशक्त है । INSTALL Android APP * नोट (सूचना) : इस… more »
धारा ५३ : कतिपय मामलों में परिसीमा का लागू होना :
लोकपाल और लोकायुक्त अधिनियम २०१३ धारा ५३ : कतिपय मामलों में परिसीमा का लागू होना : लोकपाल, ऐसी किसी शिकायत की जांच या अन्वेषण नहीं करेगा, यदि शिकायत, ऐसी तारीख से, जिसको ऐसी शिकायत में उल्लिखित अपराध के किए जाने का अभिकथन किया गया है, सात वर्ष की अवधि… more »
धारा ५२ : लोकपाल के सदस्यों, अधिकारियों और कर्मचारियों का..
लोकपाल और लोकायुक्त अधिनियम २०१३ धारा ५२ : लोकपाल के सदस्यों, अधिकारियों और कर्मचारियों का लोक सेवक होना : लोकपाल ,के अध्यक्ष सदस्यों, अधिकारियों और अन्य कर्मचारियों के बारे में, जब वे इस अधिनियम के किन्हीं उपबंधों के अनुसरण में कोई कार्य कर रहे हैं या… more »
धारा ५१ : अन्य व्यक्तियों द्वारा सभ्दावपूर्वक की गई..
लोकपाल और लोकायुक्त अधिनियम २०१३ धारा ५१ : अन्य व्यक्तियों द्वारा सभ्दावपूर्वक की गई कार्रवाई के लिए संरक्षण : इस अधिनियम या उसके अधीन बनाए गए नियमों या विनियमों के अधीन सभ्दावपूर्वक की गई या किए जाने के लिए आशयित कोई भी वाद, अभियोजन या अन्य विधिक… more »
धारा ५० : .. लोक सेवक द्वारा सभ्दावपूर्वक की गई कार्रवाई..
लोकपाल और लोकायुक्त अधिनियम २०१३ धारा ५० : किसी लोक सेवक द्वारा सभ्दावपूर्वक की गई कार्रवाई के लिए संरक्षण : इस अधिनियम के अधीन सभ्दावपूर्वक की गई या उसके पदीय कृत्यों के निर्वहन में या उसकी शक्तियों के प्रयोग में किए जाने के लिए आशयित किसी बात के संबंध… more »
धारा ४९ : लोकपाल का तत्समय प्रवृत्त किसी अन्य विधि..
लोकपाल और लोकायुक्त अधिनियम २०१३ धारा ४९ : लोकपाल का तत्समय प्रवृत्त किसी अन्य विधि से उद्भूत होने वाली अपीलों के संबंध में अपील प्राधिकारी के रूप में कार्य करना : लोकपाल, ऐसे मामलों में, जहां विनिश्चय में, भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, १९८८ (१९८८ का ४९)… more »
धारा ४८ : लोकपाल की रिपोर्टें :
लोकपाल और लोकायुक्त अधिनियम २०१३ अध्याय १५ : प्रकीर्ण : धारा ४८ : लोकपाल की रिपोर्टें : लोकपाल का यह कर्तव्य होगा कि वह लोकपाल द्वारा किए गए कार्य के संबंध में एक रिपोर्ट प्रतिवर्ष राष्ट्रपति को प्रस्तुत करे और राष्ट्रपति, ऐसी रिपोर्ट के प्राप्त होने पर… more »
धारा ४७ : सोसाइटी या व्यक्तियों के संगम या न्यास द्वारा..
लोकपाल और लोकायुक्त अधिनियम २०१३ धारा ४७ : सोसाइटी या व्यक्तियों के संगम या न्यास द्वारा मिथ्या शिकायत किया जाना : १)जहां धारा ४६ की उपधारा (१) के अधीन कोई अपराध किसी सोसाइटी या व्यक्तियों के संगम या न्यास (चाहे वह रजिस्ट्रीकृत है अथवा नहीं ) द्वारा… more »
धारा ४६ : मिथ्या शिकायत के लिए अभियोजन और लोक सेवक ..
लोकपाल और लोकायुक्त अधिनियम २०१३ अध्याय १४ : अपराध और शास्तियां : धारा ४६ : मिथ्या शिकायत के लिए अभियोजन और लोक सेवक को प्रतिकर आदि का संदाय : १)इस अधिनियम में किसी बात के होते हुए भी, जो कोई इस अधिनियम के अधीन कोई मिथ्या और तुच्छ या तंग करने वाली… more »
धारा ४५ : कतिपय मामलों में भ्रष्ट साधनों द्वारा आस्तियों..
लोकपाल और लोकायुक्त अधिनियम २०१३ धारा ४५ : कतिपय मामलों में भ्रष्ट साधनों द्वारा आस्तियों के अर्जन के बारे में उपधारणा : यदि कोई लोक सेवक जानबूझकर या ऐसे कारणों से जो न्यायोचित नहीं हैं, - क)अपनी आस्तियों की घोषणा करने में असफल रहता है; या ख)ऐसी… more »
धारा ४४ : १.(आस्तियों की घोषणा :
लोकपाल और लोकायुक्त अधिनियम २०१३ अध्याय १३ : आस्तियों की घोषणा : धारा ४४ : १.(आस्तियों की घोषणा : इस अधिनियम के प्रारंभ की तारीख से ही प्रत्येक लोक सेवक, ऐसे प्ररुप और रीति में, जो विहित की जाए, अपनी आस्तियों और दायित्वों की घोषणा करेगा ।) ---------- १.… more »
धारा ४३ : केन्द्रीय सरकार को विवरणियां..प्रस्तुत करना :
लोकपाल और लोकायुक्त अधिनियम २०१३ धारा ४३ : केन्द्रीय सरकार को विवरणियां, आदि प्रस्तुत करना : लोकपाल, केन्द्रीय सरकार को ऐसी विवरणियां और विवरण तथा लोकपाल की अधिकारिता के अधीन किसी विषय के संबंध में ऐसी विशिष्टियां, जिनकी केन्द्रीय सरकार समय-समय पर… more »
धारा ४२ : लेखाओं का वार्षिक विवरण :
लोकपाल और लोकायुक्त अधिनियम २०१३ धारा ४२ : लेखाओं का वार्षिक विवरण : १)लोकपाल, उचित लेखा और अन्य सुसंगत अभिलेख रखेगा और ऐसे प्ररूप में, जो केन्द्रीय सरकार द्वारा भारत के नियंत्रक-महालेखापरीक्षक के परामर्श से विहित किया जाए, लेखाओं का वार्षिक विवरण तैयार… more »
धारा ४१ : केन्द्रीय सरकार द्वारा अनुदान :
लोकपाल और लोकायुक्त अधिनियम २०१३ धारा ४१ : केन्द्रीय सरकार द्वारा अनुदान : केन्द्रीय सरकार, इस निमित्त विधि द्वारा, संसद् द्वारा किए गए सम्यक् विनियोग के पश्चात्, लोकपाल को ऐसी धनराशियां अनुदत्त कर सकेगी,जो अध्यक्ष और सदस्यों को संदेय वेतन तथा भत्तों और… more »
धारा ४० : बजट :
लोकपाल और लोकायुक्त अधिनियम २०१३ अध्याय १२ : वित्त,लेखा और संपरीक्षा : धारा ४० : बजट : लोकपाल, प्रत्येक वित्तीय वर्ष में ऐसे प्ररूप में और ऐसे समय पर, जो विहित किए जाएं, अगले वित्तीय वर्ष के लिए, लोकपाल की प्राक्कलित प्राप्तियों और व्यय को दर्शाते हुए… more »
धारा ३९ : विशेष न्यायालय द्वारा हानि का निर्धारण और..
लोकपाल और लोकायुक्त अधिनियम २०१३ अध्याय ११ : विशेष न्यायालय द्वारा हानि का निर्धारण और उसकी वसूली : धारा ३९ : विशेष न्यायालय द्वारा हानि का निर्धारण और उसकी वसूली : यदि कोई लोक सेवक, विशेष न्यायालय द्वारा भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, १९८८ (१९८८ का ४९) के… more »
धारा ३८ : लोकपाल के पदाधिकारियों के विरूध्द शिकायतें :
लोकपाल और लोकायुक्त अधिनियम २०१३ धारा ३८ : लोकपाल के पदाधिकारियों के विरूध्द शिकायतें : १)भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, १९८८ (१९८८ का ४९) के अधीन दंडनीय किसी अपराध के लिए लोकपाल के अधीन या उससे सहयुक्त किसी अधिकारी या कर्मचारी या अभिकरण (जिसके अंतर्गत… more »
धारा ३७ : लोकपाल के अध्यक्ष और सदस्यों का हटाया जाना..
लोकपाल और लोकायुक्त अधिनियम २०१३ अध्याय १० : लोकपाल के अध्यक्ष, सदस्यों और पदधारियों के विरूध्द शिाकयतें : धारा ३७ : लोकपाल के अध्यक्ष और सदस्यों का हटाया जाना और उनका निलंबन : १)लोकपाल, अध्यक्ष या किसी सदस्य के विरूध्द की गई किसी शिकायत की जांच नहीं… more »
धारा ३६ : कतिपय मामलों में संविदाकारी राज्य को अनुरोध..
लोकपाल और लोकायुक्त अधिनियम २०१३ धारा ३६ : कतिपय मामलों में संविदाकारी राज्य को अनुरोध पत्र : १)इस अधिनियम या दंड प्रक्रिया संहिता,१९७३ (१९७४ का २) में किसी बात के होते हुए भी, यदि, इस अधिनियम के अधीन किसी अपराध या अन्य कार्यवाही में किसी प्रारंभिक जांच… more »
धारा ३५ : केन्द्रीय सरकार द्वारा विशेष न्यायालयों को गठित..
लोकपाल और लोकायुक्त अधिनियम २०१३ अध्याय ९ : विशेष न्यायालय : धारा ३५ : केन्द्रीय सरकार द्वारा विशेष न्यायालयों को गठित किया जाना : १) केन्द्र्रीय सरकार, भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, १९८८ (१९८८ का ४९ ) या इस अधिनियम के अधीन उद्भूत मामलों की सुनवाई और उनका… more »
धारा ३४ : प्रत्यायोजन की शक्ति :
लोकपाल और लोकायुक्त अधिनियम २०१३ धारा ३४ : प्रत्यायोजन की शक्ति : लोकपाल, साधारण या विशेष लिखित आदेश द्वारा और ऐसी शर्तों और परिसीमाओं के अधीन रहते हुए, जो उसमें विनिर्दिष्ट की जाएं, यह निदेश दे सकेगा कि उसको प्रदत्त किसी प्रशासनिक या वित्तीय शक्ति का,… more »
धारा ३३ : प्रारंभिक जांच के दौरान अभिलेखों के नष्ट किए..
लोकपाल और लोकायुक्त अधिनियम २०१३ धारा ३३ : प्रारंभिक जांच के दौरान अभिलेखों के नष्ट किए जाने को रोकने के लिए निदेश देने की लोकपाल की शक्ति : लोकपाल, इस अधिनियम के अधीन अपने कृत्यों के निर्वहन में किसी ऐेसे लोक सेवक को, जिसको किसी दस्तावेज या अभिलेख को… more »
धारा ३२ : भ्रष्टाचार के अभिकथन से संबध्द लोक सेवक के..
लोकपाल और लोकायुक्त अधिनियम २०१३ धारा ३२ : भ्रष्टाचार के अभिकथन से संबध्द लोक सेवक के स्थानांतरण या निलंबन की सिफारिश करने की लोकपाल की शक्ति : १)जहां लोकपाल का, भ्रष्टाचार के अभिकथनों की प्रारंभिक जांच करते समय, उपलब्ध साक्ष्य के आधार पर प्रथमदृष्टया… more »
धारा ३१ : विशेष परिस्थितियों में भ्रष्टाचार के साधनों..
लोकपाल और लोकायुक्त अधिनियम २०१३ धारा ३१ : विशेष परिस्थितियों में भ्रष्टाचार के साधनों द्वारा उद्भूत या उपाप्त आस्तियों, आगमों, प्राप्तियों और फायदों का अधिहरण : १)धारा २९ और धारा ३० के उपबंधों पर प्रतिकूल प्रभाव डाले बिना, जहां विशेष न्यायालय के पास,… more »
धारा ३० : आस्तियों की कुर्की की पुष्टि :
लोकपाल और लोकायुक्त अधिनियम २०१३ धारा ३० : आस्तियों की कुर्की की पुष्टि : १)लोकपाल, जब वह धारा २९ की उपधारा (१) के अधीन किसी संपत्ति को अनंतिम रूप से कुर्क करता है, ऐसी कुर्की की तीस दिन की अवधि के भीतर अपने अभियोजन खंड को विशेष न्यायालय के समक्ष ऐसी… more »
धारा २९ : आस्तियों की अनंतिम कुर्की :
लोकपाल और लोकायुक्त अधिनियम २०१३ धारा २९ : आस्तियों की अनंतिम कुर्की : १) जहां लोकपाल या उसके द्वारा इस निमित्त प्राधिकृत किसी अधिकारी के पास, उसके कब्जे में की सामग्री के आधार पर ऐसे विश्वास के कारण लेखबध्द करते हुए यह विश्वास करने का कारण है कि -… more »
धारा २८ : केन्द्रीय या राज्य सरकार के अधिकारियों की सेवाओं..
लोकपाल और लोकायुक्त अधिनियम २०१३ धारा २८ : केन्द्रीय या राज्य सरकार के अधिकारियों की सेवाओं का उपयोग करने की लोकपाल की शक्ति : १)लोकपाल, कोई प्रारंभिक जांच या अन्वेषण करने के प्रयोजन के लिए, यथास्थिति, केन्द्रीय सरकार या किसी राज्य सरकार के किसी अधिकारी… more »
धारा २७ : कतिपय मामले में लोकपाल को सिविल न्यायालय की..
लोकपाल और लोकायुक्त अधिनियम २०१३ धारा २७ : कतिपय मामले में लोकपाल को सिविल न्यायालय की शक्तियां होना : १)इस धारा के उपबंधों के अधीन रहते हुए,किसी प्रारंभिक जांच के प्रयोजन के लिए लोकपाल के जांच खंड को किसी वाद का विचारण करते समय निम्नलिखित विषयों के… more »
धारा २६ : तलाशी और अभिग्रहण :
लोकपाल और लोकायुक्त अधिनियम २०१३ धारा २६ : तलाशी और अभिग्रहण : १)यदि लोकपाल के पास यह विश्वास करने का कारण है कि ऐसा कोई दस्तावेज, जो उसकी राय में, इस अधिनियम के अधीन किसी अन्वेषण के लिए उपयोगी या उससे सुसंगत होगा, किसी स्थान में छिपाया गया है तो वह ऐसे… more »
धारा २५ : लोकपाल की अधीक्षण संंबंधी शक्तियां :
लोकपाल और लोकायुक्त अधिनियम २०१३ अध्याय ८ : लोकपाल की शक्तियां : धारा २५ : लोकपाल की अधीक्षण संंबंधी शक्तियां : १) लोकपाल को, दिल्ली विशेष पुलिस स्थापन अधिनियम, १९४६ (१९४६ का २५ ) की धारा ४ और केन्द्रीय सतर्कता आयोग अधिनियम,२००३ (२००३ का ४५) की धारा ८… more »
धारा २४ : ऐसे लोक सेवक के विरूध्द, जो प्रधानमंत्री, मंत्री..
लोकपाल और लोकायुक्त अधिनियम २०१३ धारा २४ : ऐसे लोक सेवक के विरूध्द, जो प्रधानमंत्री, मंत्री या संसद् सदस्य है, अन्वेषण पर कार्रवाई : जहां अन्वेषण पूरा हो जाने के पश्चात्, लोकपाल के निष्कषों से धारा १४ की उपधारा (१) के खंड (क) या खंड (ख) या खंड (ग) में… more »
धारा २३ : अभियोजन प्रारंभ करने के लिए मंजूरी देने की..
लोकपाल और लोकायुक्त अधिनियम २०१३ धारा २३ : अभियोजन प्रारंभ करने के लिए मंजूरी देने की लोकपाल की शक्ति : १)दंड प्रक्रिया संहिता, १९७३ (१९७४ का २) की धारा १९७ या दिल्ली विशेष पुलिस स्थापन अधिनियम,१९४६ (१९४६ का २५ ) की धारा ६क या भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम,… more »
धारा २२ : लोकपाल द्वारा किसी लोक सेवक या किसी अन्य..
लोकपाल और लोकायुक्त अधिनियम २०१३ धारा २२ : लोकपाल द्वारा किसी लोक सेवक या किसी अन्य व्यक्ति से सूचना आदि प्रस्तुत करने की अपेक्षा करना : इस अधिनियम के उपबंधों के अधीन रहते हुए, किसी प्रारंभिक जांच या अन्वेषण के प्रयोजन के लिए, यथास्थिति, लोकपाल या… more »
धारा २१ : उन व्यक्तियों को सुना जाना जिन पर प्रतिकूल..
लोकपाल और लोकायुक्त अधिनियम २०१३ धारा २१ : उन व्यक्तियों को सुना जाना जिन पर प्रतिकूल प्रभाव पडने की संभावना है : यदि कार्यवाही के किसी प्रक्रम पर लोकपाल , - क)अभियुक्त से भिन किसी व्यक्ति के आचरण की जाचं करना आवश्यक समझता है; या ख)की यह राय है कि… more »
धारा २० : शिकायतों और प्रारंभिक जांच तथा अन्वेषण से..
लोकपाल और लोकायुक्त अधिनियम २०१३ अध्याय ७ : प्रारंभिक जांच और अन्वेषण के संबंध में प्रक्रिया : धारा २० : शिकायतों और प्रारंभिक जांच तथा अन्वेषण से संबंधित उपबंध : १)लोकपाल, कोई शिकायत प्राप्त होने पर, यदि वह आगे कार्यवाही करने का विनिश्चय करता है तो वह… more »
धारा १९ : बहुमत द्वारा विनिश्चय किया जाना :
लोकपाल और लोकायुक्त अधिनियम २०१३ धारा १९ : बहुमत द्वारा विनिश्चय किया जाना : यदि समसंख्या में सदस्यों से मिलकर बनी किसी न्यायपीठ के सदस्यों के बीच किसी प्रश्न पर मतभेद है तो वे उस प्रश्न या प्रश्नों का, जिन पर उनमें मतभेद है, कथन करेंगे और अध्यक्ष को… more »
धारा १८ : अध्यक्ष की मामले अंतरित करने की शक्ति :
लोकपाल और लोकायुक्त अधिनियम २०१३ धारा १८ : अध्यक्ष की मामले अंतरित करने की शक्ति : अध्यक्ष, शिकायतकर्ता या लोक सेवक द्वारा अंतरण के लिए किए गए किसी आवेदन पर, यथास्थिति, शिकायतकर्ता या लोक सेवक को सुनवाई का अवसर प्रदान करने के पश्चात्, एक न्यायपीठ के… more »
धारा १७ : न्यायपीठों के बीच कार्य का वितरण :
लोकपाल और लोकायुक्त अधिनियम २०१३ धारा १७ : न्यायपीठों के बीच कार्य का वितरण : जहां न्यायपीठें गठित की जाती हैं वहां अध्यक्ष, समय-समय पर, अधिसूचना द्वारा, न्यायपीठों के बीच लोकपाल के कार्यों का वितरण करने के बारे में उपबंध कर सकेगा और ऐसे विषयों के लिए… more »
धारा १६ : लोकपाल की न्यायपीठों का गठन :
लोकपाल और लोकायुक्त अधिनियम २०१३ धारा १६ : लोकपाल की न्यायपीठों का गठन : १)इस अधिनियम के उपबंधों के अधीन रहते हुए - क)लोकपाल की अधिकारिता का प्रयोग उसकी न्यायपीठों द्वारा किया जा सकेगा; ख)कोई न्यायपीठ, अध्यक्ष, ऐसे दो या अधिक सदस्यों से, जो अध्यक्ष ठीक… more »
धारा १५ : किसी न्यायालय या समिति या प्राधिकारी के समक्ष..
लोकपाल और लोकायुक्त अधिनियम २०१३ धारा १५ : किसी न्यायालय या समिति या प्राधिकारी के समक्ष जांच के लिए लंबित मामलों का प्रभावित न होना : यदि भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, १९८८ (१९८८ का ४९ ) के अधीन भ्रष्टाचार के अभिकथन से संबंधित कोई मामला या कार्यवाही इस… more »
धारा १४ : प्रधानमंत्री,मंत्रियों, संसद् सदस्यों, केन्द्रीय..
लोकपाल और लोकायुक्त अधिनियम २०१३ अध्याय ६ : जांच के संबंध में अधिकारिता : धारा १४ : प्रधानमंत्री,मंत्रियों, संसद् सदस्यों, केन्द्रीय सरकार के समूह क, समूह ख, समूह ग और समूह घ अधिकारियों औ पदाधिकारियों का लोकपाल की अधिकारिता के अंतर्गत होना : १)इस… more »
धारा १३ : लोकपाल के व्ययों का भारत की संचिव निधि पर..
लोकपाल और लोकायुक्त अधिनियम २०१३ अध्याय ५ : लोकपाल के व्ययों का भारत की संचित निधि पर भारित होना : धारा १३ : लोकपाल के व्ययों का भारत की संचिव निधि पर भारित होना : लोकपाल के प्रशासनिक व्यय, जिनके अंतर्गत लोकपाल के अध्यक्ष, सदस्यों या सचिव या अन्य… more »
धारा १२ : अभियोजन खंड :
लोकपाल और लोकायुक्त अधिनियम २०१३ अध्याय ४ : अभियोजन खंड : धारा १२ : अभियोजन खंड : १)लोकपाल, अधिसूचना द्वारा, इस अधिनियम के अधीन लोकपाल द्वारा किसी शिकायत के संबंध में,लोक सेवकों का अभियोजन करने के प्रयोजन के लिए, एक अभियोजन खंड का गठन करेगा, जिसका… more »
धारा ११ : जांच खंड :
लोकपाल और लोकायुक्त अधिनियम २०१३ अध्याय ३ : जांच खंड : धारा ११ : जांच खंड : १)तत्समय प्रवृत्त किसी विधि में किसी बात के होते हुए भी, लोकपाल, भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, १९८८ (१९८८ का ४९ ) के अधीन दंडनीय ऐसे किसी अपराध की, जिसके बारे में यह अभिकथन है कि… more »
धारा १० : लोकपाल का सचिव , अन्य अधिकारी ..कर्मचारिवृंद :
लोकपाल और लोकायुक्त अधिनियम २०१३ धारा १० : लोकपाल का सचिव , अन्य अधिकारी तथा कर्मचारिवृंद : १)लोकपाल का सचिव, भारत सरकार के सचिव की पंक्ति का होगा, जिसको केंद्रीय सरकार द्वारा भेजे गए नामों के पैनल से अध्यक्ष द्वारा नियुक्त किया जाएगा । २)एक जांच निदेशक… more »
धारा ९ : कतिपय परिस्थितियों में सदस्य का अध्यक्ष के..
लोकपाल और लोकायुक्त अधिनियम २०१३ धारा ९ : कतिपय परिस्थितियों में सदस्य का अध्यक्ष के रूप में कार्य करना या उसके कृत्यों का निर्वहन करना : १)अध्यक्ष की मृत्यु, त्यागपत्र के कारण या अन्यथा, उसके पद पर कोई रिक्ति होने की दशा में, राष्ट्रपति, अधिसूचना… more »
धारा ८ : अध्यक्ष और सदस्यों द्वारा पद पर न रहने के..
लोकपाल और लोकायुक्त अधिनियम २०१३ धारा ८ : अध्यक्ष और सदस्यों द्वारा पद पर न रहने के पश्चात् नियोजन पर निर्बंधन : १) अध्यक्ष और प्रत्येक सदस्य, पद पर न रहने के पश्चात्- एक)लोकपाल के अध्यक्ष या सदस्य के रूप में पुनर्नियुक्ति के लिए अपात्र होगा; दो)किसी… more »
धारा ७ : अध्यक्ष और सदस्यों का वेतन, भत्ते और सेवा की..
लोकपाल और लोकायुक्त अधिनियम २०१३ धारा ७ : अध्यक्ष और सदस्यों का वेतन, भत्ते और सेवा की अन्य शर्तें : एक)अध्यक्ष का वेतन, भत्ते और सेवा की अन्य शर्ते वही होंगी, जो भारत के मुख्य न्यायमूर्ति की हैं; दो)अन्य सदस्यों का वेतन, भत्ते और सेवा की अन्य शर्तें… more »
धारा ६ : अध्यक्ष और सदस्यों की पदावधि :
लोकपाल और लोकायुक्त अधिनियम २०१३ धारा ६ : अध्यक्ष और सदस्यों की पदावधि : अध्यक्ष और प्रत्येक सदस्य, चयन समिति की सिफारिशों पर, राष्ट्रपति द्वारा अपने हस्ताक्षर और मुद्रा सहित अधिपत्र द्वारा नियुक्त किया जाएगा और वह उस तारीख से, जिसको वह अपना पदग्रहण… more »
धारा ५ : अध्यक्ष या सदस्यों की रिक्तियों का भरा जाना :
लोकपाल और लोकायुक्त अधिनियम २०१३ धारा ५ : अध्यक्ष या सदस्यों की रिक्तियों का भरा जाना : राष्ट्रपति, यथास्थिति, ऐसे अध्यक्ष या सदस्य की पदावधि की समाप्ति के कम से कम तीन मास पूर्व, इस अधिनियम मे अधिकथित प्रक्रिया के अनुसार, नए अध्यक्ष और सदस्यों की… more »
धारा ४ : चयन समिति की सिफारिशों पर अध्यक्ष और सदस्यों..
लोकपाल और लोकायुक्त अधिनियम २०१३ धारा ४ : चयन समिति की सिफारिशों पर अध्यक्ष और सदस्यों की नियुक्ति : १)अध्यक्ष और सदस्यों की नियुक्ति, राष्ट्रपति द्वारा निम्नलिखित से मिलकर बनने वाली चयन समीति की सिफारिशें अभिप्राप्त करने के पश्चात् की जाएगी ,-… more »
धारा ३ : लोकपाल की स्थापना :
लोकपाल और लोकायुक्त अधिनियम २०१३ अध्याय २ : लोकपाल की स्थापना : धारा ३ : लोकपाल की स्थापना : १)इस अधिनियम के प्रारंभ से ही, इस अधिनियम के प्रयोजन के लिए, लोकपाल नामक एक निकाय की स्थापना की जाएगी । २)लोकपाल निम्नलिखित से मिलकर बनेगा, - क)एक अध्यक्ष, जो… more »
लोकपाल और लोकायुक्त अधिनियम २०१३ धारा २
लोकपाल और लोकायुक्त अधिनियम २०१३ भाग २ : संघ के लिए लोकपाल : अध्याय १ : परिभाषाएं : धारा २ : परिभाषाएं : १)इस अधिनियम में, जब तक कि संदर्भ से अन्यथा अपेक्षित न हो, - क)न्यायपीठ से लोकपाल की न्यायपीठ अभिप्रेत है; ख)अध्यक्ष से लोकापाल का अध्यक्ष अभिप्रेत… more »
लोकपाल और लोकायुक्त अधिनियम २०१३ धारा १
लोकपाल और लोकायुक्त अधिनियम २०१३ (२०१४ का अधिनियम संख्यांक १) (१ जनवरी, २०१४) कतिपय लोक कृत्यकारियों के विरूध्द भ्रष्टाचार के अभिकथनों की जांच करने हेतु संघ के लिए एक लोकपाल और राज्यों के लिए लोकायुक्त के निकाय की स्थापना करने और उनसे संबंधित या उनके… more »
धारा २५ : निरसन और व्यावृत्तियां :
अनैतिक व्यापार (निवारण) अधिनियम १९५६ धारा २५ : निरसन और व्यावृत्तियां : १) इस अधिनियम की धारा १ से भिन्न उपबन्धों के किसी राज्य में प्रवृत्त होने की तारीख से १.(व्यक्तियों) के अनैतिक व्यापार के दमन से अथवा वेश्यावृत्ति के निवारण से सम्बन्धित सब राज्य… more »
धारा २४ : अधिनियम का कुछ अन्य अधिनियमों का अल्पीकारक..
अनैतिक व्यापार (निवारण) अधिनियम १९५६ धारा २४ : अधिनियम का कुछ अन्य अधिनियमों का अल्पीकारक न होना : इस अधिनियम की किसी बात का यह अर्थ नहीं लगाया जाएगा कि वह सुधार विद्यालय अधिनियम १८९७ (१८९७ का ८) या उक्त अधिनियम को उपांतरित करने के लिए अधिनियमित या… more »
धारा २३ : नियम बनाने की शक्ति :
अनैतिक व्यापार (निवारण) अधिनियम १९५६ धारा २३ : नियम बनाने की शक्ति : १) राज्य सरकार इस अधिनियम के प्रयोजनों को कार्यान्वित करने के लिए नियम शासकीय राजपत्र में अधिसूचना द्वारा बना सकेगी । २) विशिष्टत: और पूर्वगामी शक्तियों की व्यापकता पर प्रतिकूल प्रभाव… more »
धारा २२ख : मामलों का संक्षिप्त विचारण करने करने की..
अनैतिक व्यापार (निवारण) अधिनियम १९५६ धारा २२ख : मामलों का संक्षिप्त विचारण करने करने की न्यायालयों की शक्ति : दंड प्रक्रिया संहिता १९७३ (१९७४ का २) में किसी बात के होते हुए भी, राज्य सरकार, यदि वह ऐसा करना आवश्यक समझे तो यह निदेश दे सकेगी कि इस अधिनियम… more »
धारा २२कक : केन्द्रीय सरकार की विशेष न्यायालय स्थापित..
अनैतिक व्यापार (निवारण) अधिनियम १९५६ धारा २२कक : १.( केन्द्रीय सरकार की विशेष न्यायालय स्थापित करने की शक्ति : १) यदि केन्द्रीय सरकार का समाधान हो जाता है कि इस अधिनियम के अधीन और एक से अधिक राज्यों मे किए गए अपराधों के शीघ्र विचारण के लिए उपबंध करने के… more »
धारा २२क : १.(विशेष न्यायालयों की स्थापना करने की शक्ति :
अनैतिक व्यापार (निवारण) अधिनियम १९५६ धारा २२क : १.(विशेष न्यायालयों की स्थापना करने की शक्ति : १) यदि राज्य सरकार का समाधान हो जाता है कि किसी जिला या महानगर क्षेत्र में इस अधिनियम के अधीन अपराधों के शीघ्र विचारण का उपबन्ध करने के प्रयोजन के लिए यह… more »
धारा २२ : विचारण :
अनैतिक व्यापार (निवारण) अधिनियम १९५६ धारा २२ : विचारण : १.(किसी महानगर मजिस्ट्रेट या प्रथम वर्ग न्यायिक मजिस्ट्रेट से) अवर कोई न्यायालय धारा ३, धारा ४, धारा ५, धारा ६, धारा ७ या धारा ८ के अधीन किसी अपराध का विचारण नहीं करेगा । -------- १. १९७८ के… more »
धारा २१क : १.(अभिलेखों का पेश किया जाना :
अनैतिक व्यापार (निवारण) अधिनियम १९५६ धारा २१क : १.(अभिलेखों का पेश किया जाना : प्रत्येक व्यक्ति या प्राधिकारी जो धारा २१ की उपधारा (३) के अधीन कोई सुरक्षा गृह या सुधार संस्था, यथास्थिति, स्थापित करने या अनुरक्षित रखने के लिए अनुज्ञप्त है, जब कभी… more »
धारा २१ : संरक्षा गृह :
अनैतिक व्यापार (निवारण) अधिनियम १९५६ धारा २१ : संरक्षा गृह : १) राज्य सरकार इस अधिनियम के अधीन १.(इतने संरक्षा गृह और इतनी सुधार संस्थाएं जितनी वह ठीक समझती है स्वविवेकानुसार स्थापित कर सकेगी और ऐसे गृह और संस्थाएं जब स्थापित हो जाएं तब ऐसी रीति से… more »
धारा २० : वेश्या का किसी स्थान से हटाया जाना :
अनैतिक व्यापार (निवारण) अधिनियम १९५६ धारा २० : वेश्या का किसी स्थान से हटाया जाना : १) कोई मजिस्ट्रेट यह इत्तिला मिलने पर कि उसकी अधिकारिता की स्थानीय सीमाओं के अन्दर किसी स्थान में रहने वाला या प्राय: जाने वाला कोई १.(व्यक्ति) वेश्या है, प्राप्त… more »
धारा १९ : १.( संरक्षा गृह में रखे जाने या न्यायालय द्वारा..
अनैतिक व्यापार (निवारण) अधिनियम १९५६ धारा १९ : १.( संरक्षा गृह में रखे जाने या न्यायालय द्वारा देख-रेख और संरक्षण प्रदान करने के लिए आवेदन : १) कोई २.(व्यक्ति) जो वेश्यावृत्ति कर रहा है या जिससे वेश्यावृत्ति करवाई जा रही है, उस मजिस्ट्रेट को जिसकी… more »
धारा १८ : वेश्यागृह को बन्द करना और परिसरों से अपराधियों..
अनैतिक व्यापार (निवारण) अधिनियम १९५६ धारा १८ : वेश्यागृह को बन्द करना और परिसरों से अपराधियों की बेदखली : १) कोई मजिस्ट्रेट पुलिस से या अन्यथा यह इत्तिला मिलने पर कि धारा ७ की उपधारा (१) में निर्दिष्ट किसी सार्वजनिक स्थान से १.(दो सौ मीटर) की दूरी के… more »
धारा १७क : १.(धारा १६ के अधीन छुडाए गए व्यक्तियों को..
अनैतिक व्यापार (निवारण) अधिनियम १९५६ धारा १७क : १.(धारा १६ के अधीन छुडाए गए व्यक्तियों को माता-पिता या संरक्षकों के अधीन रखने के पूर्व पालन की जाने वाली शर्ते : धारा १७ की उपधारा (२) में किसी बात के होते हुए भी, धारा १७ के अधीन जांच करने वाला मजिस्ट्रेट… more »
धारा १७ : धारा १५ के अधीन हटाए गए या धारा १६ के अधीन..
अनैतिक व्यापार (निवारण) अधिनियम १९५६ धारा १७ : धारा १५ के अधीन हटाए गए या धारा १६ के अधीन छुडाए गए व्यक्तियों की अन्त:कालीन अभिरक्षा : १) जब धारा १५ की उपधारा (४) के अधीन किसी १.(व्यक्ति) को हटाने वाला कोई विशेष पुलिस अधिकारी या धारा १६ की उपधारा (१) के… more »
धारा १६ : १.(व्यक्ति को छुडाना :
अनैतिक व्यापार (निवारण) अधिनियम १९५६ धारा १६ : १.(व्यक्ति को छुडाना : १) जहां पुलिस से प्राप्त सूचना या राज्य सरकार द्वारा इस निमित्त प्राधिकृत किसी अन्य व्यक्ति से प्राप्त सूचना के आधार पर अथवा अन्यथा किसी मजिस्ट्रेट के पास यह विश्वास करने का कारण है… more »
धारा १५ : वारण्ट के बिना तलाशी :
अनैतिक व्यापार (निवारण) अधिनियम १९५६ धारा १५ : वारण्ट के बिना तलाशी : १) तत्समय प्रवृत्त किसी अन्य विधि में किसी बात के होते हुए भी, जब कभी १.(यथास्थिति, विशेष पुलिस अधिकारी या दुव्र्यापार पुलिस अधिकारी) के पास यह विश्वास करने के लिए युक्तियुक्त आधार… more »
धारा १४ : अपराधों का संज्ञेय होना :
अनैतिक व्यापार (निवारण) अधिनियम १९५६ धारा १४ : अपराधों का संज्ञेय होना : १.(दंड प्रक्रिया संहिता १९७३ (१९७३ का २)) में किसी बात के होते हुए भी यह है कि इस अधिनियम के अधीन दंडनीय कोई अपराध उस संहिता के अर्थ में संज्ञेय अपराध समझा जाएगा : परन्तु यह कि उस… more »
धारा १३ : विशेष पुलिस अधिकारी और सलाहकार निकाय :
अनैतिक व्यापार (निवारण) अधिनियम १९५६ धारा १३ : विशेष पुलिस अधिकारी और सलाहकार निकाय : १) राज्य सरकार द्वारा उस निमित्त विनिर्दिष्ट किए जाने वाले प्रत्येक क्षेत्र के लिए एक विशेष पुलिस अधिकारी उस क्षेत्र में इस अधिनियम के अधीन अपराध के संबंध में… more »
धारा १२ : आभ्यासिक अपराधियों से सदाचरण की प्रतिभूति :
अनैतिक व्यापार (निवारण) अधिनियम १९५६ धारा १२ : आभ्यासिक अपराधियों से सदाचरण की प्रतिभूति : स्त्री तथा लडकी अनैतिक व्यापार दमन (संशोधन) अधिनियम १९८६ (१९८६ का ४४) की धारा १३ द्वारा (२६-१-१९८७ से) निरसित । #pita act hindi section 12 #section 12 pita act… more »
धारा ११ : तत्पूर्व सिद्धदोष अपराधियों के पते की अधिसूचना :
अनैतिक व्यापार (निवारण) अधिनियम १९५६ धारा ११ : तत्पूर्व सिद्धदोष अपराधियों के पते की अधिसूचना : १) जब कोई व्यक्ति जो - क) इस अधिनियम के अधीन दंडनीय या भारतीय दंड संहिता (१८६० का ४५) की धारा ३६३, धारा ३६५, धारा ३६६, धारा ३६६क, धारा ३६६ख, धारा ३६७, धारा… more »
धारा १०क : सुधार संस्था में निरोध :
अनैतिक व्यापार (निवारण) अधिनियम १९५६ धारा १०क : सुधार संस्था में निरोध : १) जहां क) कोई अपराधी नारी धारा ७ या ८ के अधीन किसी अपराध के लिए सिद्धदोष ठहराई जाती है १.(***); और ख) अपराधी का चरित्र, स्वास्थ्य, उसकी मानसिक दशा और मामले की अन्य परिस्थितियां… more »
धारा १० : १.(सदाचरण की परिवीक्षा पर या सस्यकख भत्र्सना..
अनैतिक व्यापार (निवारण) अधिनियम १९५६ धारा १० : १.(सदाचरण की परिवीक्षा पर या सस्यकख भत्र्सना देकर निर्मुक्त किया जाना : स्त्री तथा लडकी अनैतिक व्यापार दमन (संशोधन) अधिनियम १९८६ (१९८६ का ४४) की धारा १३ द्वारा (२६-१-१९८७ से) निरसित । --------- १. १९७८ के… more »
धारा ९ : अभिरक्षा में के व्यक्ति को विलुब्ध करना :
अनैतिक व्यापार (निवारण) अधिनियम १९५६ धारा ९ : अभिरक्षा में के व्यक्ति को विलुब्ध करना : १.(*) कोई व्यक्ति जो २.(किसी ३.(व्यक्ति) को अपनी अभिरक्षा, अपने भाराधीन या देख-रेख में रखते हुए या उस पर प्राधिकार की स्थिति में रहते हुए) उस ३.(व्यक्ति) को… more »
धारा ८ : वेश्यावृत्ति के प्रयोजनों के लिए विलुब्ध करना..
अनैतिक व्यापार (निवारण) अधिनियम १९५६ धारा ८ : वेश्यावृत्ति के प्रयोजनों के लिए विलुब्ध करना या याचना करना : जो कोई किसी सार्वजनिक स्थान पर या किसी सार्वजनिक स्थान पर दिखाई देते हुए और ऐसी रिति में जिससे दिखाई दे या सुनाई दे, चाहे किसी भवन या घर के अन्दर… more »
धारा ७ : सार्वजनिक स्थान में या उनके समीप वेश्यावृत्ति :
अनैतिक व्यापार (निवारण) अधिनियम १९५६ धारा ७ : सार्वजनिक स्थान में या उनके समीप वेश्यावृत्ति : १.(१) वेश्यावृत्ति करने वाला कोई २.(व्यक्ति) और वह व्यक्ति जिसके साथ ऐसी वेश्यावृत्ति ऐसे किन्हीं परिसरों में की जाएगी - क) जो उपधारा (३) के अधिन अधिसूचित… more »
धारा ६ : किसी व्यक्ति को ऐसे परिसर में निरुद्ध करना..
अनैतिक व्यापार (निवारण) अधिनियम १९५६ धारा ६ : किसी व्यक्ति को ऐसे परिसर में निरुद्ध करना जहां वेश्यावृत्ति की जाती है : १) कोई व्यक्ति जो १.(किसी अन्य व्यक्ति) को चाहे उसकी सम्मति से या उसके बिना - क) किसी वेश्यागृह में निरुद्ध करेगा, या ख) किसी परिसर… more »
धारा ५ : १.(व्यक्ति) को वेश्यावृत्ति के लिए उपाप्त करना,..
अनैतिक व्यापार (निवारण) अधिनियम १९५६ धारा ५ : १.(व्यक्ति) को वेश्यावृत्ति के लिए उपाप्त करना, उत्प्रेरित करना या ले जाना : १) कोई व्यक्ति जो - क) किसी १.(व्यक्ति) को चाहे उसकी सम्मति से या उसके बिना वेश्यावृत्ति के प्रयोजनों के लिए उपाप्त करेगा या… more »
धारा ४ : वेश्यावृत्ति के उपार्जनों पर जीवन निर्वाह के..
अनैतिक व्यापार (निवारण) अधिनियम १९५६ धारा ४ : वेश्यावृत्ति के उपार्जनों पर जीवन निर्वाह के लिए दण्ड : १) अठारह वष की आयु से अधिक का कोई व्यक्ति जो जानबूझकर १.(किसी अन्य व्यक्ति) की वेश्यावृत्ति के उपार्जनों पर पूर्णत: या भागत: जीवन निर्वाह करेगा, वह… more »
धारा ३ : वेश्यागृह चलाने या परिसरों को वेश्यागृह के रुप में..
अनैतिक व्यापार (निवारण) अधिनियम १९५६ धारा ३ : वेश्यागृह चलाने या परिसरों को वेश्यागृह के रुप में प्रयुक्त करने देने के लिए दण्ड : १) कोई व्यक्ति जो कोई वेश्यागृह चलाता है या उसका प्रबन्धन करता है अथवा उसको चलाने या उसके प्रबन्ध में काम करता है या सहायता… more »
धारा २क : १.( जम्मू-काश्मीर को लागू न होने वाली..
अनैतिक व्यापार (निवारण) अधिनियम १९५६ धारा २क : १.( जम्मू-काश्मीर को लागू न होने वाली अधिनियमितियों की बाबत अर्थान्वयन का नियम : इस अधिनियम में किसी ऐसी विधि के, जो जम्मू-कश्मीर राज्य में प्रवृत्त नहीं है, प्रति किसी निर्देश का उस राज्य के सम्बन्ध में यह… more »