Archives for: "June 2020"
धारा १२२ : यान को खतरनाक स्थिति में छोडना :
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा १२२ : यान को खतरनाक स्थिति में छोडना : किसी मोटर यान का भारसाधक व्यक्ति किसी यान या ट्रेलर को किसी सार्वजनिक स्थान पर न तो ऐसी स्थिति में, न ऐसी हालत में और न ऐसी परिस्थितियों में छोडेगा या रहने देगा या छाडने या रहने देने की… more »
धारा १२१ : संकेत और संकेतन युक्तियां :
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा १२१ : संकेत और संकेतन युक्तियां : किसी मोटर यान का ड्राइवर ऐसे संकेत ऐसे अवसरों पर करेगा जो केन्द्रीय सरकार विहित करे : परन्तु दाई या बाई ओर मुडने के या रोकने के आशय का संकेत - क)दाई ओर के स्टीयरिंग नियंत्रण वाले मोटर यान की… more »
धारा १२० : बाईं ओर के नियंत्रण वाले यान :
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा १२० : बाईं ओर के नियंत्रण वाले यान : कोई व्यक्ति बाईं ओर के स्टीयरिंग नियंत्रण वाले ऐेसे किसी मोटर यान को किसी सार्वजनिक स्थान में तभी चलाएगा या चलवाएगा या चलाने देगा, जब उसमें विहित प्रकार की यांत्रिक या विद्युत संकेतन युक्ति… more »
धारा ११९ : यातायात चिहनों का अनुसण करने का कर्तव्य :
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा ११९ : यातायात चिहनों का अनुसण करने का कर्तव्य : १) मोटर यान का प्रत्येक ड्राइवर यान को किसी आज्ञापक यातायात चिहन द्वारा दिए गए संकेत के अनुरूप और केन्द्रीय सरकार द्वारा बनाए गए चालन विनियमों के अनुरूप चलाएगा और उन सभी निदेशों… more »
धारा ११८ : चालन विनियम :
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा ११८ : चालन विनियम : केन्द्रीय सरकार, राजपत्र में अधिसूचना द्वारा, मोटर यानों के चलाने के लिए विनियम बना सकेगी । #Motor Vehicles Act 1988 Hindi section 118 #MVActHindi Section 118 INSTALL Android APP * नोट (सूचना) : इस वेबसाइट… more »
धारा ११७ : पार्किंग-स्थल और विराम स्थल :
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा ११७ : पार्किंग-स्थल और विराम स्थल : राज्य सरकार या राज्य सरकार द्वारा इस निमित्त प्राधिकृत कोई अधिकारी संबंधित क्षेत्र में अधिकारिता रखने वाले स्थानीय प्राधिकारी से परामर्श करके ऐसे स्थान अवधारित कर सकेगा जहां मोटर यान या तो… more »
धारा ११६ : यातायात चिहन लगावाने की शक्ति :
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा ११६ : यातायात चिहन लगावाने की शक्ति : १) क) राज्य सरकार या राज्य सरकार द्वारा इस निमित्त प्राधिकृत कोई प्राधिकारी धारा ११२ की उपधारा (२) के अधीन नियत किन्हीं गति सीमाओं को या धारा ११५ के अधीन अधिरोपित किन्हीं प्रतिषेधों या… more »
धारा ११५ : यानों का उपयोग निर्बंधित करने की शक्ति :
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा ११५ : यानों का उपयोग निर्बंधित करने की शक्ति : यदि राज्य सरकार का या राज्य सरकार द्वारा इस निमित्त प्राधिकृत किसी प्राधिकारी का समाधान हो जाता है कि सार्वजनिक सुरक्षा या सुविधा की दृष्टि से या किसी सडक या पुल के स्वरूप के कारण… more »
धारा ११४ : यान तुलवाने की शक्ति :
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा ११४ : यान तुलवाने की शक्ति : १)१.(यदि राज्य सरकार द्वारा इस निमित्त प्राधिकृत मोटर यान विभाग के किसी अधिकारी के पास यह विश्वास करने का कारण है कि किसी माल यान या ट्रेलर का उपयोग धारा ११३ का उल्लंघन करके किया जा रहा है तो वह… more »
धारा ११३ : भार की सीमाएं और उपयोग किए जाने के बारे में..
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा ११३ : भार की सीमाएं और उपयोग किए जाने के बारे में निर्बन्धन : १) राज्य सरकार राज्य या प्रादेशिक परिवहन प्राधिकरणों द्वारा १(परिवहन यानों) के लिए परमिट दिए जाने के संबंध में शर्तें विहित कर सकेगी तथा किसी क्षेत्र में या मार्ग… more »
धारा ११२ : गति सीमा :
मोटर यान अधिनियम १९८८ अध्याय ८ : यातायात का नियंत्रण : धारा ११२ : गति सीमा : १) कोई व्यक्ति किसी सार्वजनिक स्थान में कसी मोटर यान को न तो उस अधिकतम गति से अधिक या न्यूनतम गति से कम गति पर चलाएगा, न चलवाएगा और न चलाने देगा जो इस अधिनियम के अधीन या उस समय… more »
धारा १११ : राज्य सरकार की नियम बनाने की शक्ति :
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा १११ : राज्य सरकार की नियम बनाने की शक्ति : १) कोई राज्य सरकार, मोटर यानों और ट्रेलरों के निर्माण, उपस्कर और अनुरक्षण का विनियमन करने के लिए धारा ११० की उपधारा (१) में विनिर्दिेष्ट बातों से भिन्न सभी बातों की बाबत नियम बना… more »
धारा ११० : केन्द्रीय सरकार की नियम बनाने की शक्ति :
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा ११० : केन्द्रीय सरकार की नियम बनाने की शक्ति : १) केन्द्रीय सरकार मोटर यानों और ट्रेलरों के निर्माण, उपस्कर और अनुरक्षण का विनियमन करने के लिए निम्नलिखित सभी बातों या उनमें से किसी की बाबत नियम बना सकेगी, अर्थात् :- क)यानों की… more »
धारा १०९ : यानों के निर्माण औ अनुरक्षण संबंधी साधारण..
मोटर यान अधिनियम १९८८ अध्याय ७ : मोटर यानों का निर्माण, उपस्कर और अनुरक्षण : धारा १०९ : यानों के निर्माण औ अनुरक्षण संबंधी साधारण उपबन्ध : १) प्रत्येक मोटर यान का निर्माण ऐसे किया जाएगा और उसे ऐसे अनुरक्षित रखा जाएगा कि वह हर समय उसे चलाने वाले व्यक्ति… more »
धारा १०८ : राज्य सरकार की कुछ शक्तियों का केन्द्रीय सरकार..
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा १०८ : राज्य सरकार की कुछ शक्तियों का केन्द्रीय सरकार द्वारा प्रयोग किया जा सकना : राज्य सरकार को इस अध्याय के अधीन प्रदत्त शक्तियां, ऐसे निगम या कम्पनी के सम्बन्ध में, जो केन्द्रीय सरकार के अथवा केन्द्रीय सरकार और एक या अधिक… more »
धारा १०७ : राज्य सरकार की नियम बनाने की शक्ति :
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा १०७ : राज्य सरकार की नियम बनाने की शक्ति : १) राज्य सरकार इस अध्याय के उपबन्धों को कार्यान्वित करने के प्रयोजन के लिए नियम बना सकेगी । २)विशिष्टतया और पूर्वगामी शक्ति की व्यापकता पर प्रतिकूल प्रभाव डाले बिना, ऐसे नियम… more »
धारा १०६ : यानों में पाई गई वस्तुओं का व्ययन :
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा १०६ : यानों में पाई गई वस्तुओं का व्ययन : जहां राज्य परिवहन उपक्रम द्वारा चलाए जा रहे किसी परिवहन यान में पाई गई किसी वस्तु पर उसके स्वामी द्वारा विहित अवधि के अन्दर दावा नहीं किया जाता वहां राज्य परिवहन उपक्रम उस वस्तु को… more »
धारा १०५ : प्रतिकर अवधारित करने के सिध्दांत और रीति..
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा १०५ : प्रतिकर अवधारित करने के सिध्दांत और रीति तथा उसका संदाय : १) जहां धारा १०३ की उपधारा (२) के खण्ड (ख) या खण्ड (ग) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए कोई विद्यमान परमिट रद्द किया जाता है या उसके निबन्धनों में… more »
धारा १०४ : अधिसूचित क्षेत्र या अधिसूचित मार्ग की बाबत..
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा १०४ : अधिसूचित क्षेत्र या अधिसूचित मार्ग की बाबत परमिट दिए जाने पर निर्बन्धन : जहां किसी अधिसूचित क्षेत्र या अधिसूचित मार्ग की बाबत कोई स्कीम धारा १०० की उपधारा (३) के अधीन प्रकाशित की गर्स है वहां, यथास्थिति, राज्य परिवहन… more »
धारा १०३ : राज्य परिवहन उपक्रमों को परमिट दिया जाना :
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा १०३ : राज्य परिवहन उपक्रमों को परमिट दिया जाना : १) जहां किसी अनुमोदित स्कीम के अनुसरण में कोई राज्य परिवहन उपक्रम अधिसूचित क्षेत्र या अधिसूचित मार्ग की बाबत मंजिली गाडी परमिट या माल वाहक परमिट या ठेका गाडी परमिट के लिए ऐसी… more »
धारा १०२ : स्क्रीम का रद्द या उपांतरित किया जाना :
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा १०२ : स्क्रीम का रद्द या उपांतरित किया जाना : १) यदि राज्य सरकार किसी भी समय लोकहित में ऐसा करना आवश्यक समझती है तो वह प्रस्तावित उपान्तरण की बाबत- १) राज्य परिवहन उपक्रम को; और २)किसी अन्य व्यक्ति को जिसका राज्य सरकार की राय… more »
धारा १०१ : राज्य परिवहन उपक्रम द्वारा कतिपय परिस्थिति..
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा १०१ : राज्य परिवहन उपक्रम द्वारा कतिपय परिस्थितियों में अतिरिक्त सेवाओं का चलाया जाना : धारा ८७ में किसी बात के होते हुए भी, कोई राज्य परिवहन उपक्रम, लोकहित में, विशेष अवसरों पर, जैसे मेलों और धार्मिक सम्मेलनों की ओर से… more »
धारा १०० : प्रस्थापना पर आपत्ति :
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा १०० : प्रस्थापना पर आपत्ति : १) राजपत्र में किसी स्कीम के संबंध में प्रस्थापना के प्रकाशन पर तथा उस क्षेत्र या मार्ग में, जिसमें ऐसी स्कीम चलाने की प्रस्थापना है, परिचालित प्रादेशिक भाषा के कम से कम एक समाचारपत्र में प्रकाशन… more »
धारा ९९ : राज्य परिवहन उपक्रम की सडक परिवहन सेवा के संबंध..
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा ९९ : राज्य परिवहन उपक्रम की सडक परिवहन सेवा के संबंध में प्रस्थापना का तैयार किया जाना और प्रकाशन : १.(१) जहां किसी राज्य सरकार की यह राय है कि एक दक्ष, यथोचित, मितव्ययी और समुचित रूप से समन्वित सडक परिवहन सेवा उपलब्ध कराने के… more »
धारा ९८ : इस अध्याय का अध्याय ५ और अन्य विधियों पर..
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा ९८ : इस अध्याय का अध्याय ५ और अन्य विधियों पर अध्यारोही होना : इस अध्याय और इसके अधीन बनाए गए नियम या किए गए आदेश के उपबंध अध्याय ५ में इस समय प्रवृत्त किसी अन्य विधि में अथवा किसी ऐसी विधि के आधार पर प्रभावी किसी लिखत में… more »
धारा ९७ : परिभाषा :
मोटर यान अधिनियम १९८८ अध्याय ६ : राज्य परिवहन उपक्रमों के बारे में विशेष उपबंध : धारा ९७ : परिभाषा : इस अध्याय में, जब तक कि संदर्भ से अन्यथा अपेक्षित न हो, सडक परिवहन सेवा से भाडे या पारिश्रमिक पर सडक से यात्री या माल अथवा दोनों का वहन करने वाले मोटर… more »
धारा ९६ : इस अध्याय के प्रयोजनों के लिए राज्य सरकार की..
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा ९६ : इस अध्याय के प्रयोजनों के लिए राज्य सरकार की नियम बनाने की शक्ति : १) राज्य सरकार इस अध्याय के उपबंधों को कार्यान्वित करने के प्रयोजन के लिए नियम बना सकेगी । २)पूर्वगामी शक्ति की व्यापकता पर प्रतिकूल प्रभाव डाले बिना इस… more »
धारा ९५ : मंजिली गाडियों और ठेका गाडियों की बाबत राज्य..
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा ९५ : मंजिली गाडियों और ठेका गाडियों की बाबत राज्य सरकार की नियम बनाने की शक्ति : १)राज्य सरकार मंजिली गाडियों और ठेका गाडियों की बाबत और ऐसे यानों में यात्रियों के आचरण का विनियमन करने के लिए नियम बना सकेगी । २)पूर्वगामी उपबंध… more »
धारा ९४ : सिविल न्यायालयों को अधिकारिता का वर्जन :
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा ९४ : सिविल न्यायालयों को अधिकारिता का वर्जन : किसी भी सिविल न्यायालय को इस अधिनियम के अधीन परमिट दिए जाने से संबंधित किसी प्रश्न के ग्रहण करने की अधिकारिता नहीं होगी, और इस अधिनियम के अधीन परमिट दिए जाने के संबंध में सम्यक्… more »
धारा ९३ : अभिकर्ता या प्रचारक द्वारा अनुज्ञप्ति..
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा ९३ : अभिकर्ता या प्रचारक द्वारा अनुज्ञप्ति अभिप्राप्त करना : कोई भी व्यक्ति- एक)सार्वजनिक सेवा यानों द्वारा यात्री के लिए टिकटों के विक्रय में अभिकर्ता या प्रचारक के रूप में अथवा ऐसे यानों के लिए ग्राहकों की अन्य रूप में याचना… more »
धारा ९२ : दायित्व का निर्बंधन करने वाली संविदाओं को..
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा ९२ : दायित्व का निर्बंधन करने वाली संविदाओं को शून्यकरण : मंजिली-गाडी या ठेका गाडी में, जिसकी बाबत इस अध्याय के अधीन परमिट दिया गया है, यात्री वहन करने की कोई संविदा वहां तक शून्य होगी जहां तक वह किसी व्यक्ति के ऐसे दायित्व के… more »
धारा ९१ : ड्राइवरों के काम के घंटों के बारे में निबंधन :
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा ९१ : ड्राइवरों के काम के घंटों के बारे में निबंधन : १.((१) किसी परिवहन यान को चलाने में लगे किसी व्यक्ति के काम के घंटे उतने होंगे, जितने मोटर परिवहन कर्मकार अधिनियम, १९६१ (१९६१ का २) में उपबंधित हैं।) २)राज्य सरकार, आपात की… more »
धारा ९० : पुनरीक्षण :
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा ९० : पुनरीक्षण : राज्य परिवहन अपील अधिकरण, उसे आवेदक किए जाने पर, ऐसे किसी मामले का अभिलेख मंगा सकेगा जिसमें कोई ऐसा आदेश राज्य परिवहन प्राधिकरण या प्रादेशिक परिवहन प्राधिकरण द्वारा दिया गया है जिसके विरूध्द कोई अपील नहीं होती… more »
धारा ८९ : अपील :
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा ८९ : अपील : १)कोई भी व्यक्ति, जो - क)राज्य या प्रादेशिक परिवहन प्राधिकरण द्वारा परमिट देने से इंकार करने या उसे दिए गए परमिट पर लगाई गर्स किसी शर्त से व्यथित है, या ख)परमिट के प्रतिसंहरण या निलंबन से या उसकी शर्तों में किए गए… more »
धारा ८८ : जिस प्रदेश में परमिट दिए हैं, उससे बाहर उनका..
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा ८८ : जिस प्रदेश में परमिट दिए हैं, उससे बाहर उनका उपयोग किए जाने के लिए उनका विधिमान्यकरण : १) जैसा कि अन्यथा विहित किया जाए उसके सिवाय, कोई परमिट जो किसी एक प्रदेश के प्रादेशिक परिवहन प्राधिकरण ने दिया है, किसी अन्य प्रदेश… more »
धारा ८७ : अस्थायी परमिट :
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा ८७ : अस्थायी परमिट : १)प्रादेशिक परिवहन प्राधिकरण और राज्य परिवहन प्राधिकरण धारा ८० में अधिकथित प्रक्रिया का अनुसरण किए बिना, ऐसे परमिट दे सकेंगे जो हर मामले में अधिक से अधिक चार मास की सीमित अवधि के लिए प्रभावी होंगे और जो… more »
धारा ८६ : परमिटों का रद्द किया जाना और उनका निलंबन :
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा ८६ : परमिटों का रद्द किया जाना और उनका निलंबन : १)जिस परिवहन प्राधिकरण ने परमिट दिया है वहा निम्नलिखित दशाओं में परमिट रद्द कर सकेगा या इतनी अवधि के लिए निलंबित कर सकेगा जितनी वह ठीक समझे, अर्थात् :- क)धारा ८४ में विनिर्दिष्ट… more »
धारा ८५ : परमिटों का साधारण प्ररूप :
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा ८५ : परमिटों का साधारण प्ररूप : इस अधिनियम के अधीन दिया गया प्रत्येक परमिट अपने आप में पूर्ण होगा और उसमें परमिट की सब आवश्यक विशिष्टियां होंगी और उस पर लगाई गई शर्तें दी हुई होंगी । #Motor Vehicles Act 1988 Hindi section 85… more »
धारा ८४ : सभी परमिटों से संलग्न साधारण शर्तें :
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा ८४ : सभी परमिटों से संलग्न साधारण शर्तें : प्रत्येक परमिट की निम्नलिखित शर्ते होंगी - क)परमिट से संबंधित यान के पास धारा ५६ के अधीन दिया गया ठीक हालत में होने का विधिमान्य प्रमाणपत्र है और उन्हें सर्वदा ऐसी हालत में बनाए रखा… more »
धारा ८३ : यानों का बदला जाना :
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा ८३ : यानों का बदला जाना : परमिट का धारक उस प्राधिकरण की अनुज्ञा से, जिसने परमिट दिया था, परमिट के अंतर्गत किसी यान को उसी किस्म के किसी अन्य यान से बदल सकेगा । #Motor Vehicles Act 1988 Hindi section 83 #MVActHindi Section 83… more »
धारा ८२ : परमिट का अंतरण :
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा ८२ : परमिट का अंतरण : १)उपधारा (२) में जैसा उपबंधित है उसके सिवाय, कोई भी परमिट उस परिवहन प्राधिकरण की, जिसने वह परमिट दिया था, अनुज्ञा के बिना एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को अंतरणीय न होगा, तथा ऐसी अनुज्ञा के बिना ऐसे किसी… more »
धारा ८१ : परमिटों को अस्तित्वावधि और उनका नवीकरण :
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा ८१ : परमिटों को अस्तित्वावधि और उनका नवीकरण : १)धारा ८७ के अधीन दिए गए अस्थायी परमिट या धारा ८८ की उपधारा (८) के अधीन दिए गए विशेष परमिट से भिन्न परमिट १.(उसके दिए जाने या नवीकरण की तारीख से) पांच वर्ष की अवधि के लिए प्रभावी… more »
धारा ८० : परमिटों के लिए आवेदन करने और उन्हें देने के..
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा ८० : परमिटों के लिए आवेदन करने और उन्हें देने के लिए प्रक्रिया : १)किसी भी प्रकार के परमिट के लिए आवेदन किसी भी समय किया जा सकेगा। २)१.(प्रादेशिक परिवहन प्राधिकरण, राज्य परिवहन प्राधिकरण या धारा ६६ की उपधारा (१) में निर्दिष्ट… more »
धारा ७९ : माल वाहन परमिट का दिया जाना :
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा ७९ : माल वाहन परमिट का दिया जाना : १) प्रादेशिक परिवहन प्राधिकरण धारा ७७ के अधीन उसे आवेदन किए जाने पर राज्य में सर्वत्र विधिमान्य होने वाला या उस आवेदन के अनुसार अथवा ऐसे उपांतरणों सहित जो वह ठीक समझे माल वाहन परमिट दे सकेगा… more »
धारा ७८ : माल वाहन परमिट के लिए आवेदन पर विचार किया जाना :
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा ७८ : माल वाहन परमिट के लिए आवेदन पर विचार किया जाना : प्रादेशिक परिवहन प्राधिकरण, माल वाहन परमिट के लिए आवेदन पर विचार करते समय निम्नलिखित बातों को ध्यान में रखेगा, अर्थात् :- क)वहन किए जाने वाले माल का, विशेष रूप से मानव जीवन… more »
धारा ७७ : माल वाहन परमिट के लिए आवेदन :
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा ७७ : माल वाहन परमिट के लिए आवेदन : भाडे पर या पारिश्रमिक के लिए, माल वहन के लिए या आवेदक द्वारा किए जा रहे व्यापार या कारबार के लिए या उसके संबंध में माल वहन के लिए मोटर यान का उपयोग करने के परमिट के लिए आवेदन में (जिसे इस… more »
धारा ७६ : प्राइवेट सेवा यान परमिट के लिए आवेदन :
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा ७६ : प्राइवेट सेवा यान परमिट के लिए आवेदन : १) कोई प्रादेशिक परिवहन प्राधिकरण, उसको किए गए आवेदन पर, आवेदन के अनुसार या ऐसे उपांतरण सहित जो वह ठीक समझे, प्राइवेट सेवा यान परमिट दे सकेगा या ऐसा परमिट देने से इंकार कर सकेगा :… more »
धारा ७५ : मोटर टैक्सियों को किराए पर देने के लिए स्कीम :
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा ७५ : मोटर टैक्सियों को किराए पर देने के लिए स्कीम : १) केन्द्रीय सरकार राजपत्र में अधिसूचना द्वारा, १.(ऐसे व्यक्तियों को जो अपने उपयोग के लिए स्वयं या ड्राइवरों के माध्यम से मोटर टैक्सी या मोटर साइकिल चलाने की वांछा रखते हैं,… more »
धारा ७४ : ठेका गाडी परमिट का दिया जाना :
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा ७४ : ठेका गाडी परमिट का दिया जाना : १) उपधारा (३) के उपबंधों के अधीन रहते हुए, प्रादेशिक परिवहन प्राधिकरण धारा ७३ के अधीन उसे आवेदन किए जाने पर उस आवेदन के अनुसार या ऐसे उपांतरणों सहित, जो वह ठीक समझता है, ठेका गाडी परमिट दे… more »
धारा ७३ : ठेका गाडी परमिट के लिए आवेदन :
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा ७३ : ठेका गाडी परमिट के लिए आवेदन : ठेका गाडी के परमिट के लिए (जिसे इस अध्याय में ठेका गाडी परमिट कहा गया है ) आवेदन में निम्नलिखित विशिष्टियां दी जाएंगी, अर्थात् :- क)यान की किस्म और उसमें बैठने के स्थान; ख)वह क्षेत्र जिसके… more »
धारा ७२ : मंजिली-गाडी परमिटों का दिया जाना :
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा ७२ : मंजिली-गाडी परमिटों का दिया जाना : १) धारा ७१ के उपबंधों के अधीन रहते हुए, प्रादेशिक परिवहन प्राधिकरण, धारा ७० के अधीन उसे आवेदन किए जाने पर, उस आवेदन के अनुसार या ऐसे उपांतरणों सहित, जो वह ठीक समझता है, मंजिली- गाडी… more »
धारा ७१ : मंजिली-गाडी परमिट के लिए आवेदन पर विचार करने..
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा ७१ : मंजिली-गाडी परमिट के लिए आवेदन पर विचार करने में प्रादेशिक परिवहन प्राधिकरण की प्रक्रिया : १)प्रादेशिक परिवहन प्राधिकरण मंजिली-गाडी परमिट के लिए आवेदन पर विचार करते समय इस अधिनियम के उद्देश्यों को ध्यान में रखेगा : १.(* *… more »
धारा ७० : मंजिली- गाडी परमिट के लिए आवेदन :
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा ७० : मंजिली- गाडी परमिट के लिए आवेदन : १)मंजिली-गाडी की बाबत परमिट के लिए (जिसे इस अध्याय में मंजिली- गाडी परमिट कहा गया है ) या आरक्षित मंजिली-गाडी के रूप में परमिट के लिए आवेदन में यथाशक्य निम्नलिखित विशिष्टियां दी जाएंगी,… more »
धारा ६९ : परमिटों के लिए आवेदनों संबंधी साधारण उपबंध :
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा ६९ : परमिटों के लिए आवेदनों संबंधी साधारण उपबंध : १) परमिट के लिए प्रत्येक आवेदन उस प्रदेश के प्रादेशिक परिवहन प्राधिकरण को किया जाएगा जिसमें यान या यानों को उपयोग में लाना प्रस्थापित है : परन्तु यदि ऐसे दो या अधिक प्रदेशों… more »
धारा ६८ : परिवहन प्राधिकरण :
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा ६८ : परिवहन प्राधिकरण : १) राज्य सरकार, राजपत्र में अधिसूचना द्वारा, राज्य के लिए एक राज्य परिवहन प्राधिकरण गठित करेगी जो उपधारा (३) में विनिर्दिष्ट शक्तियों का प्रयोग और कृत्यों का निर्वहन करेगा और इसी प्रकार प्रादेशिक परिवहन… more »
धारा ६७ : राज्य सरकार की सडक परिवहन का नियंत्रण..
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा ६७ : राज्य सरकार की सडक परिवहन का नियंत्रण करने की शक्ति : १) राज्य सरकार- क) मोटर परिवहन के विकास से जनता, व्यापार और उद्योग को होने वाले फायदे ; ख) सडक और रेल परिवहन में समन्वय करने की वांछनीयता ; ग) सडक प्रणाली का क्षय होने… more »
धारा ६६ : परमिटों की आवश्यकता :
मोटर यान अधिनियम १९८८ अध्याय ५ : परिवहन यानों का नियंत्रण : धारा ६६ : परमिटों की आवश्यकता : १) किसी मोटर यान का स्वामी किसी सार्वजनिक स्थान मे उस यान का परिवहन यान के रूप में उपयोग, चाहे उस यान से वास्तव में यात्री या माल का वहन किया जा रहा है या नहींं,… more »
धारा ६५ : राज्य सरकार की नियम बनाने की शक्ति :
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा ६५ : राज्य सरकार की नियम बनाने की शक्ति : १) राज्य सरकार धारा ६४ में विनिर्दिष्ट विषयों से भिन्न इस अध्याय के उपबंधों को क्रियान्वित करने के प्रयोजन के लिए नियम बना सकेगी । २) पूर्वगामी शक्ति की व्यापकता पर प्रतिकूल प्रभाव… more »
धारा ६४ : केन्द्रीय सरकार की नियम बनाने की शक्ति :
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा ६४ : केन्द्रीय सरकार की नियम बनाने की शक्ति : केन्द्रीय सरकार निम्नलिखित सभी विषयों या उनमें से किसी का उपबंध करने के लिए नियम बना सकेगी, अर्थात् :- क)वह अवधि जिसके भीतर और वह प्ररूप जिसमें कोई आवेदन किया जाएगा और वे… more »
धारा ६३ : राज्य मोटर यान संबंधी रजिस्टरों का रखा जाना :
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा ६३ : राज्य मोटर यान संबंधी रजिस्टरों का रखा जाना : १)प्रत्येक राज्य सरकार, ऐसे प्ररूप में जो केन्द्रीय सरकार विहित करे, राज्य मोटर यान रजिस्टर के रूप में ज्ञात एक रजिस्टर उस राज्य में के मोटर यानों की बाबत रखेगी जिसमें… more »
धारा ६२ : चुराए गए और बरामद किए गए मोटर यानों के संबंध..
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा ६२ : चुराए गए और बरामद किए गए मोटर यानों के संबंध में जानकारी का पुलिस द्वारा राज्य परिवहन प्राधिकरण को दिया जाना : राज्य सरकार, यदि वह लोक हित में ऐसा करना आवश्यक या समीचीन समझती है, तो पुलिस मानिरीक्षक (चाहे किसी भी पदनाम से… more »
धारा ६१ : अध्याय का ट्रेलरों को लागू होना :
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा ६१ : अध्याय का ट्रेलरों को लागू होना : १)इस अध्याय के उपबंध ट्रेलरों के रजिस्ट्रीकरण को वैसे ही लागू होंगे जैसे वे किसी अन्य मोटर यान के रजिस्ट्रीकरण को लागू होते हैं । २)ट्रेलर को दिया गया रजिस्ट्रीकरण चिहन, चलाने वाले यान के… more »
धारा ६० : केन्द्रीय सरकार के यानों का रजिस्ट्रीकरण :
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा ६० : केन्द्रीय सरकार के यानों का रजिस्ट्रीकरण : १)ऐसा प्राधिकारी, जिसे केन्द्रीय सरकार, राजपत्र में अधिसूचना द्वारा, विनिर्दिेष्ट करे, ऐसे किसी मोटर यान को रजिस्टर कर सकेगा, जो केन्द्रीय सरकार की संपत्ति है या उस समय अनन्य रूप… more »
धारा ५९ : मोटर यान की आयु सीमा नियत करने की शक्ति :
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा ५९ : मोटर यान की आयु सीमा नियत करने की शक्ति : १) केन्द्रीय सरकार, लोक सुरक्षा, सुविधा और इस अधिनियम के उद्देश्यों को ध्यान में रखते हुए, राजपत्र में अधिसूचना द्वारा, किसी मोटर यान का जीवन काल विनिर्दिष्ट कर सकेगी जिसकी गिनती… more »
धारा ५८ : परिवहन यानों के बारे में विशेष उपबंध :
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा ५८ : परिवहन यानों के बारे में विशेष उपबंध : १) केन्द्रीय सरकार (मोटर टैक्सी से भिन्न) किसी परिवहन यान के पहियों में लगे टायरों की संख्या, प्रकार और आकार और उनकी बनावट और माडल और अन्य सुसंगत बातों को ध्यान में रखते हुए, हर… more »
धारा ५७ : अपील :
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा ५७ : अपील : १.(१) धारा ४१, धारा ४२, धारा ४३, धारा ४५. धारा ४७, धारा ४८, धारा ४९, धारा ५०, धारा ५२, धारा ५३, धारा ५५ या धारा ५६ के अधीन रजिस्ट्रीकर्ता प्राधिकारी के किसी आदेश से व्यथित कोई व्यक्ति, उस तारीख से तीस दिन के भीतर,… more »
धारा ५६ : परिवहन यानों के ठीक हालत में होने का प्रमाणपत्र :
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा ५६ : परिवहन यानों के ठीक हालत में होने का प्रमाणपत्र : १) धारा ५९ और धारा ६० के उपबंधों के अधीन रहते हुए किसी परिवहन यान को धारा ३९ के प्रयोजनों के लिए तभी विधिमान्यत: रजिस्ट्रीकृत समझा जाएगा जब उसके पास ऐसे प्ररूप में जिसमें… more »
धारा ५५ : रजिस्ट्रीकरण का रद्द किया जाना :
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा ५५ : रजिस्ट्रीकरण का रद्द किया जाना : १)यदि कोई मोटर यान नष्ट हो गया है या स्थायी रूप से इस लायक नहीं रह गया है कि उसका उपयोग किया जा सके, तो स्वामी उस बात की रिपोर्ट चौदह दिन के अन्दर अथवा यथाशक्य शीघ्र, उस रजिस्ट्रीकर्ता… more »
धारा ५४ : धारा ५३ के अधीन निलंबित रजिस्ट्रीकरण का रद्द..
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा ५४ : धारा ५३ के अधीन निलंबित रजिस्ट्रीकरण का रद्द किया जाना : जहां धारा ५३ के अधीन किसी यान के रजिस्ट्रीकरण का निलंबन किसी अवरोध के बिना, कम से कम छह मास की अवधि तक जारी रहा है, वहां ऐसा रजिस्ट्रीकर्ता प्राधिकारी जिसकी… more »
धारा ५३ : रजिस्ट्रीकरण का निलंबन :
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा ५३ : रजिस्ट्रीकरण का निलंबन : १) यदि किसी रजिस्ट्रीकर्ता प्राधिकारी या अन्य विहित प्राधिकारी के पास यह विश्वास करने का कारण है कि उसकी अधिकारिता के अंदर कोई मोटर यान - क)ऐसी हालत में है जिसमें सार्वजनिक स्थान में उसके उपयोग से… more »
धारा ५२ : १.(मोटर यान में परिवर्तन :
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा ५२ : १.(मोटर यान में परिवर्तन : १) मोटर यान का कोई स्वामी, यान में इस प्रकार का परिवर्तन नहीं करेगा जिससे रजिस्ट्रीकरण प्रमाणफत्र में अंतर्विष्ट विशिष्टियों से भिन्न हों जो विनिर्माता द्वारा मूल रूप से विनिर्दिष्ट की गई हों :… more »
धारा ५१ : अवक्रय करार, आदि के अधीन मोटर यान के बारे..
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा ५१ : अवक्रय करार, आदि के अधीन मोटर यान के बारे में विशेष उपबंध : १) जहां उस मोटर यान के रजिस्ट्रीकरण के लिए आवेदन किया जाता है, जो अवक्रय, पट्टा या आडमान करार (जिस इस धारा में इसके पश्चात् उक्त करार कहा गया है ) के अधीन धारित… more »
धारा ५० : स्वामित्व का अंतरण :
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा ५० : स्वामित्व का अंतरण : १)जब इस अध्याय के अधीन रजिस्ट्रीकृत किसी मोटर यान का स्वामित्व अंतरित किया जाता है तब, - क)अंतरक - १)उसी राज्य के भीतर रजिस्ट्रीकृत यान की दशा में, अंतरण के चौदह दिन के भीतर अंतरण के तथ्य की रिपोर्ट… more »
धारा ४९ : निवास स्थान या कारबार के स्थान का परिवर्तन :
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा ४९ : निवास स्थान या कारबार के स्थान का परिवर्तन : १) यदि किसी मोटर यान का स्वामी उस स्थान पर, जिसका पता यान के रजिस्ट्रीकरण प्रमाणपत्र में अभिलिखित है, निवास करना छोड देता है या अपने कारबार का स्थान बंद कर देता है तो वह अपने… more »
धारा ४८ : आक्षेप न होने का प्रमाणपत्र :
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा ४८ : आक्षेप न होने का प्रमाणपत्र : १)किसी मोटर यान का स्वामी धारा ४७ की उपधारा (१) के अधीन नया रजिस्ट्रीकरण चिहन दिए जाने के लिए आवेदन करते समय, या जहां किसी मोटर यान को उसके रजिस्ट्रीकरण के राज्य से भिन्न किसी राज्य में… more »
धारा ४७ : दूसरे राज्यों को ले जाए जाने पर नए रजिस्ट्रीकरण..
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा ४७ : दूसरे राज्यों को ले जाए जाने पर नए रजिस्ट्रीकरण चिहन का दिया जाना : १) जब कोई मोटर यान, जो एक राज्य में रजिस्ट्रीकृत है, दूसरे राज्य में बारह मास से अधिक अवधि के लिए रखा गया है, तब उस यान का स्वामी नया रजिस्ट्रीकरण चिहन… more »
धारा ४६ : रजिस्ट्रीकरण की भारत में प्रभावशीलता :
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा ४६ : रजिस्ट्रीकरण की भारत में प्रभावशीलता : धारा ४७ के उपबंधों के अधीन रहते हुए, ऐेसे मोटर यान की बाबत, जो किसी राज्य में इस अध्याय के अनुसार रजिस्ट्रीकृत है, यह अपेक्षित न होगा कि उसे भारत में अन्यत्र रजिस्टर कराया जाए और ऐसे… more »
धारा ४५ : रजिस्ट्रीकरण से या रजिस्ट्रीकरण प्रमाणपत्र के..
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा ४५ : रजिस्ट्रीकरण से या रजिस्ट्रीकरण प्रमाणपत्र के नवीकरण से इंकार : रजिस्ट्रीकर्ता प्राधिकारी, आदेश द्वारा किसी मोटर यान का रजिस्ट्रीकरण करने से या किसी मोटर यान (परिवहन यान से भिन्न ) की बाबत रजिस्ट्रीकरण प्रमाणपत्र नवीकरण… more »
धारा ४४ : रजिस्ट्रीकरण के समय यान का पेश किया जाना :
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा ४४ : रजिस्ट्रीकरण के समय यान का पेश किया जाना : रजिस्ट्रीकर्ता प्राधिकारी किसी मोटर यान को रजिस्टर करने के संबंध में या परिवहन यान से भिन्न यान की बाबत रजिस्ट्रीकरण प्रमाणपत्र के नवीकरण के संबंध में कोई कार्रवाई करने से पूर्व… more »
धारा ४३ : अस्थायी रजिस्ट्रीकरण :
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा ४३ : अस्थायी रजिस्ट्रीकरण : १) धारा ४० में किसी बात के होते हुए भी, किसी मोटर यान का स्वामी विहित रीति से यान को अस्थायी रूप में रजिस्टर कराने के लिए और विहित रीति से अस्थायी रजिस्ट्रीकरण प्रमाणपत्र और अस्थायी रजिस्ट्रीकरण… more »
धारा ४२ : राजनयिक अधिकारियों आदि के मोटर यानों के..
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा ४२ : राजनयिक अधिकारियों आदि के मोटर यानों के रजिस्ट्रीकरण के लिए विशेष उपबंध : १) जहां किसी मोटर यान के रजिस्ट्रीकरण के लिए किसी राजनयिक अधिकारी अथवा कौंसलीय अधिकारी द्वारा अथवा उसकी ओर से धारा ४१ की उपधारा (१) के अधीन आवेदन… more »