धारा ८ : वह न्यायालय जिसमें अर्जी दी जानी चाहिए :
बाल-विवाह प्रतिषेध अधिनियम २००६ धारा ८ : वह न्यायालय जिसमें अर्जी दी जानी चाहिए : धारा ३, धारा ४ और धारा ५ के अधीन अनुतोष प्रदान करने के प्रयोजन के लिए अधिकारिता रखने वाले जिला न्यायालय में उस स्थान के ऊपर जहां प्रतिवादी या बालक निवास करता है या जहां… more »
धारा ७ : जिला न्यायालय की धारा ४ और धारा ५ के अधीन जारी...
बाल-विवाह प्रतिषेध अधिनियम २००६ धारा ७ : जिला न्यायालय की धारा ४ और धारा ५ के अधीन जारी किए गए आदेशों को उपांतरित करने की शक्ति : जिला न्यायालय को धारा ४ या धारा ५ के अधीन और यदि परिस्थितियों में कोई परिवर्तन है जो अर्जी के लंबित रहने के दौरान किसी भी… more »
धारा ६ : बाल-विवाहों से जन्मे बालकों की धर्मजता :
बाल-विवाह प्रतिषेध अधिनियम २००६ धारा ६ : बाल-विवाहों से जन्मे बालकों की धर्मजता : इस बात के होते हुए भी बाल-विवाह धारा ३ के अधीन अकृतता की डिक्री द्वारा बातिल कर दिया गया है, डिक्री किए जाने के पूर्व ऐसे विवाह से जन्मा या गर्भाहित प्रत्येक बालक, चाहे वह… more »
धारा ५ : बाल-विवाह से जन्मे बालकों का भरण-पोषण और अभिरक्षा :
बाल-विवाह प्रतिषेध अधिनियम २००६ धारा ५ : बाल-विवाह से जन्मे बालकों का भरण-पोषण और अभिरक्षा : १) जहां बाल-विवाह से जन्मे बालक हैं, वहां जिला न्यायालय ऐसे बालकों की अभिरक्षा के लिए समुचित आदेश करेगा । २)इस धारा के अधीन किसी बालक की अभिरक्षा के लिए कोई… more »
धारा ४ : बाल-विवाह के... भरण-पोषण और निवास के लिए उपबंध :
बाल-विवाह प्रतिषेध अधिनियम २००६ धारा ४ : बाल-विवाह के बंधन में आने वाली महिला पक्षकार के भरण-पोषण और निवास के लिए उपबंध : १)धारा ३ के अधीन डिक्री प्रदान करते समय, जिला न्यायालय बाल-विवाह के बंधन में आने वाले पुरूष पक्षकार को और यदि ऐसे विवाह के बंधन में… more »
धारा ३ : बाल-विवाहों का, बंधन में आने वाले पक्षकार के, जो बालक..
बाल-विवाह प्रतिषेध अधिनियम २००६ धारा ३ : बाल-विवाहों का, बंधन में आने वाले पक्षकार के, जो बालक है, विकल्प पर शुन्यकरणीय होना : १)प्रत्येक बाल-विवाह जो चाहे इस अधिनियम के प्रारंभ के पूर्व या पश्चात् अनुष्ठापित किया गया हो, विवाह बंधन में आने वाले ऐसे… more »
बाल-विवाह प्रतिषेध अधिनियम २००६ धारा २ : परिभाषाएं :
बाल-विवाह प्रतिषेध अधिनियम २००६ धारा २ : परिभाषाएं : इस अधिनियम में, जब तक कि संदर्भ से अन्यथा अपेक्षित न हो, - क)बालक से ऐसा व्यक्ति अभिप्रेत है जिसने, यदि पुरूष है तो, इक्कीस वर्ष की आयु पूरी नहीं की है और यदि नारी है तो, अठारह वर्ष की आयु पूरी नहीं… more »
बाल-विवाह प्रतिषेध अधिनियम २००६ धारा १ : संक्षिप्त नाम, ..
बाल-विवाह प्रतिषेध अधिनियम २००६ धारा १ : संक्षिप्त नाम, विस्तार और प्रारंभ : (२००७ का अधिनियम संख्यांक ६) (१० जनवरी, २००७) बाल-विवाहों के अनुष्ठान के प्रतिषेध और उससे संबंधित या उसके आनुषंगिक विषयों का उपबंध करने के लिए अधिनियम भारत गणराज्य के सतावनर्वे… more »
धारा ३० : (निरसन) :
हिंदू विवाह अधिनियम १९५५ धारा ३० : (निरसन) : रिपीलिंग एण्ड अमेंडिंग ऐक्ट, १९६० (१९६० का ५८) की धारा २ और प्रथम अनुसूची द्वारा निरसित । #HinduMarriageAct1955Hindi #हिंदूविवाहअधिनियम१९५५धारा३० #HinduMarriageAct1955Hindisection30… more »
व्यावृत्तियां और निरसन : धारा २९ : व्यावृत्तियां :
हिंदू विवाह अधिनियम १९५५ व्यावृत्तियां और निरसन : धारा २९ : व्यावृत्तियां : (१) इस अधिनियम के प्रारंभ के पूर्व हिन्दुओं के बीच, अनुष्ठापित ऐसा विवाह, जो अन्यथा विधिमान्य हो, केवल इस तथ्य के कारण, अविधिमान्य या कभी अविधिमान्य रहा हुआ न समझा जाएगा कि उसके… more »