धारा १३५ : सिविल आदेशिका के अधीन गिरफ्तारी से छूट :
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ धारा १३५ : सिविल आदेशिका के अधीन गिरफ्तारी से छूट : १) कोई भी न्यायाधीश, मजिस्ट्रेट या अन्य न्यायिक अधिकारी उस समय सिविल आदेशिका के अधीन गिरफ्तार नहीं किया जा सकेगा जब वह अपने न्यायालय को जा रहा हो, उसमें पीठासीन हो या वहां… more »
धारा १३४ : डिक्री के निष्पादन में की जाने से अन्यथा..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ धारा १३४ : डिक्री के निष्पादन में की जाने से अन्यथा गिरफ्तारी : धारा ५५, धारा ५७ और धारा ५९ के उपबन्ध इस संहिता के अधीन गिरफ्तार किए गए सभी व्यक्तियों को, जहां तक हो सके, लागू होंगे । INSTALL Android APP * नोट (सूचना) : इस… more »
धारा १३३ : अन्य व्यक्तियों को छूट :
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ धारा १३३ : अन्य व्यक्तियों को छूट : १.(१) निम्नलिखित व्यक्ति न्यायालय में स्वीय उपसंजाति से छूट पाने के हकदार होंगे, अर्थांत् :- एक) भारत का राष्ट्रपति ; दो) भारत का उपराष्ट्रपति ; तीन) लोक सभा का अध्यक्ष ; चार) संघ के मंत्री… more »
धारा १३२ : कुढ स्त्रियों को स्वीय उपसंजाति से छूट :
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ भाग ११ : प्रकीर्ण : धारा १३२ : कुढ स्त्रियों को स्वीय उपसंजाति से छूट : १) जो स्त्रियां देश की रुढियों और रीतियों के अनुसार लोगों के सामने आने के लिए विवश नहीं की जानी चाहिएं उन्हें न्यायालय में स्वीय उपसंजाति से छूट होगी ।… more »
धारा १३१ : नियमों का प्रकाशन :
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ धारा १३१ : नियमों का प्रकाशन : धारा १२९ या धारा १३० के अनुसार बनाए गए नियम १.(राजपत्र) में प्रकाशित किए जाएंगे और प्रकाशन की तारीख से या ऐसी अन्य तारीख से जो विनिर्दिष्ट की जाए, विधि का बल रखेंगे । ------- १. भारत शासन… more »
धारा १३० : प्रक्रिया से भिन्न विषयों..नियम बनाने...
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ धारा १३० : १.(प्रक्रिया से भिन्न विषयों के सम्बन्ध में नियम बनाने की अन्य उच्च न्यायालयों की शक्ति : वह उच्च न्यायालय २.(जो ऐसा उच्च न्यायालय नहीं है जिसे धारा १२९ लागू होती है,) प्रक्रिया से भिन्न किसी भी विषय के संबंध में… more »
धारा १२९ : अपनी आरम्भिक सिविल प्रक्रिया के सम्बन्ध में ..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ धारा १२९ : अपनी आरम्भिक सिविल प्रक्रिया के सम्बन्ध में नियम बनाने की उच्च न्यायालयों की शक्ति : इस संहिता में किसी बात के होते हुए भी, कोई ऐसा उच्च न्यायालय १.(जो न्यायिक आयुक्त का न्यायालय नहीं है) ऐेसे नियम बना सकेगा जो… more »
धारा १२८ : वे विषय जिनके लिए नियम उपबन्ध कर सकेंगे :
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ धारा १२८ : वे विषय जिनके लिए नियम उपबन्ध कर सकेंगे : १) ऐसे नियम इस संहिता के पाठ में के उपबन्धों से असंगत नहीं होंगे किन्तु उनके अधीन रहते हुए, सिविल न्ययालयों की प्रक्रिया से सम्बन्धित किन्हीं भी विषयों के लिए उपबंध कर… more »
धारा १२७ : नियमों का प्रकाशन :
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ धारा १२७ : नियमों का प्रकाशन : इस प्रकार बनाए गए और १.(अनुमोदित किए गए) नियम २.(राजपत्र) में प्रकाशित किए जाएंगे और प्रकाशन की तारीख से या ऐसी अन्य तारीख से जो विनिर्दिष्ट की जाए, उस उच्च न्यायालय की अधिकारिता की स्थानीय… more »
धारा १२६ : नियमों का अनुमोदन के अधीन होना :
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ धारा १२६ : १.(नियमों का अनुमोदन के अधीन होना : पूर्वगामी उपबन्धों के अधीन बनाए गए नियम उस राज्य सरकार के पूर्व अनुमोदन के, जिसमें वह न्यायालय जिसकी प्रक्रिया का विनियमन वे नियम करते है, स्थित है या यदि वह न्यायालय किसी राज्य… more »