धारा ८० : सूचना :
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ धारा ८० : सूचना : १.(१)२.(उसके सिवाय जैसा उपधारा (२) में उपबन्धित है, ३.(सरकार के (जिसके अन्तर्गत जम्मू-कश्मीर राज्य की सरकार भी आती है) विरुद्ध) या ऐसे कार्य की बाबत जिसके बारे में यह तात्पर्यित है कि वह ऐसे लोक अधिकारी… more »
धारा ७९ : सरकार द्वारा या उसके विरुद्ध वाद :
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ भाग ४ : विशिष्ट मामलों में वाद सरकार द्वारा या उसके विरुद्ध वाद या अपनी पदीय हैसियत में लोक अधिकारी द्वारा या उसके विरुद्ध वाद धारा ७९ : १.(सरकार द्वारा या उसके विरुद्ध वाद : सरकार द्वारा या उसके विरुद्ध वाद में, यथास्थिति,… more »
धारा ७८ : विदेशी न्यायालयों द्वारा निकाले गए कमीशन :
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ धारा ७८ : १.(विदेशी न्यायालयों द्वारा निकाले गए कमीशन : ऐसी शर्तों और परिसीमाओं के अधीन रहते हुए जो विहित की जाएं, साक्षियों की परीक्षा करने के लिए कमीशनों के निष्पादन और लौटने के सम्बन्ध रखने वाले उपबन्ध उन कमीशनों को लागू… more »
धारा ७७ : अनुरोध-पत्र :
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ धारा ७७ : अनुरोध-पत्र : कमीशन निकालने के बदले न्यायालय ऐसे व्यक्ति की परीक्षा करने के लिए अनुरोध-पत्र निकाल सकेगा जो ऐसे स्थान में निवास करता है जो १.(भारत) के भीतर नहीं है । -------- १. १९५१ के अधिनियम सं. २ की धारा ३ द्वारा… more »
धारा ७६ : अन्य न्यायालय को कमीशन :
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ धारा ७६ : अन्य न्यायालय को कमीशन : १) किसी व्यक्ति की परीक्षा करने के लिए कमीशन उस राज्य से, जिसमें उसे निकालने वाला न्यायालय स्थित है, भिन्न राज्य में स्थित किसी ऐसे न्यायालय को निकाला जा सकेगा (जो उच्च न्यायालय नहीं है और)… more »
धारा ७५ : कमीशन निकालने की न्यायालय की शक्ति :
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ भाग ३ आनुषंगिक कार्यवाहियां कमीशन धारा ७५ : कमीशन निकालने की न्यायालय की शक्ति : ऐसी शर्तों और परिसीमाओं के अधीन रहते हुए, जो विहित की जाएं न्यायालय - क) किसी व्यक्ति की परीक्षा करने के लिए; ख) स्थानीय अन्वेषण करने के लिए ;… more »
धारा ७४ : निष्पादन का प्रतिरोध :
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ धारा ७४ : निष्पादन का प्रतिरोध : जहां न्यायालय का यह समाधन हो जाता है कि स्थावर सम्पत्ति के कब्जे के लिए डिक्री के निष्पादन में विक्रीत स्थावर सम्पत्ति का क्रेता सम्पत्ति पर कब्जा अभिप्राप्त करने में निर्णीत-ऋणी या उसकी ओर से… more »
धारा ७३ : निष्पादन-विक्रय के आगमों का डिक्रीदारों..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आस्तियों का वितरण धारा ७३ : निष्पादन-विक्रय के आगमों का डिक्रीदारों के बीच आनुपातिक रुप से वितरित किया जाना : १) जहां आस्तियां न्यायालय द्वारा धारित है और ऐसी आस्तियों की अभिप्राप्ति के पूर्व एक से अधिक व्यक्तियों ने धन के… more »
धारा ६८ से ७२ : निरसित :
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ स्थावर सम्पत्ति के विरुद्ध डिक्रियों का निष्पादन करने की शक्ति का कलक्टर को प्रत्यायोजन धारा ६८ से ७२ : निरसित : सिविल प्रक्रिया संहिता (संशोधन) अधिनियम, १९५६ (१९५६ का ६६) की धारा ७ द्वारा निरसित । INSTALL Android APP *… more »
धारा ६७ : धन के संदाय की डिक्रियों के निष्पादन में भूमि..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ धारा ६७ : धन के संदाय की डिक्रियों के निष्पादन में भूमि के विक्रय के बारे में नियम बनाने की राज्य सरकार की शक्ति : १.(१) २.(*) राज्य सरकार किसी भी स्थानीय क्षेत्र के लिए ऐसे नियम, जो धन के संदाय की डिक्रियों के निष्पादन में… more »