धारा १८० : अप्राधिकृत व्यक्तियों को यान चलाने की अनुज्ञा..
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा १८० : अप्राधिकृत व्यक्तियों को यान चलाने की अनुज्ञा देगा : जो कोई किसी मोटर यान का स्वामी यां भारसाधक व्यक्ति होते हुए ऐसे अन्य किसी व्यक्ति से, जो धारा ३ या धारा ४ के उपबन्धों की पूर्ति नहीं करता है, यान चलवाएगा या चलाने… more »
धारा १७९ : आदेशों की अवज्ञा, बाधा डालना और जानकारी देने..
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा १७९ : आदेशों की अवज्ञा, बाधा डालना और जानकारी देने से इंकार करना : १) जो कोई जानबूझकर ऐसे किसी निर्देश की अवज्ञा करेगा जो वैसा निदेश देने के लिए इस अधिनियम के अधीन सशक्त किसी व्यक्ति या प्राधिकारी द्वारा विधिपूर्वक दिया गया है… more »
धारा १७८ : पास या टिकट के बिना यात्रा करने और कंडक्टर..
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा १७८ : पास या टिकट के बिना यात्रा करने और कंडक्टर द्वारा कर्तव्य की अवहेलना के लिए तथा ठेका गाडी आदि के चलाने से इंकार करने के लिए शास्ति आदि : १)जो कोई मंजिली गाडी में समुचित पास या टिकट के बिना यात्रश करेगा या मंजिली गाडी में… more »
धारा १७७ : अपराधों दे दण्ड के लिए साधारण उपबंध :
मोटर यान अधिनियम १९८८ अध्याय १३ : अपराध, शास्तियां और प्रक्रिया : धारा १७७ : अपराधों दे दण्ड के लिए साधारण उपबंध : जो कोई इस अधिनियम या इसके अधीन बनाए ग, किसी नियम, विनियम या अधिसूचना के किसी उपबंध का उल्लंघन करेगा वह जब उस अपराध के लिए कोई शास्ति… more »
धारा १७६ : राज्य सरकार की नियम बनाने की शक्ति :
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा १७६ : राज्य सरकार की नियम बनाने की शक्ति : राज्य सरकार धारा १६५ से धारा १७४ तक के उपबन्धों को कार्यान्वित करने के प्रयोजन के लिए नियम बना सकेगी और ऐसे नियम विशिष्टतया निम्नलिखित सभी बातों या उनमें से किसी के लिए उपबन्ध कर… more »
धारा १७५ : सिविल न्यायालयों की अधिकारिता का वर्जन :
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा १७५ : सिविल न्यायालयों की अधिकारिता का वर्जन : जहां किसी क्षेत्र के लिए कोई दावा अधिकरण गठित किया गया है वहां किसी भी सिविल न्यायालय को यह अधिकारिता न होगी कि वह प्रतिकर के किसी दावे से संबंधित किसी ऐसे प्रश्न को ग्रहण करे… more »
धारा १७४ : बीमाकर्ता से धनराशि की वसूली भू -राजस्व की..
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा १७४ : बीमाकर्ता से धनराशि की वसूली भू -राजस्व की बकाया के रूप में करना : जहां किसी अधिनिर्णय के अधीन किसी व्यक्ति द्वारा कोई रकम देय है वहां दावा अधिकरण उस रकम के हकदर व्यक्ति द्वारा उसे आवेदन किए जाने पर उस रकम का प्रमाणपत्र… more »
धारा १७३ : अपीलें :
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा १७३ : अपीलें : १) उपधारा (२) के उपबंधों के अधीन रहते हुए, कोई भी व्यक्ति, जो दावा अधिकरण के अधिनिर्णय से व्यथित है, उस अधिनिर्णय की तारीख से नब्बे दिन के भीतर उच्च न्यायालय का अपील कर सकेगा : परंतु ऐसे व्यक्ति की अपील उच्च… more »
धारा १७२ : कतिपय मामलो में प्रतिकरात्मक खर्चे दिलाना :
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा १७२ : कतिपय मामलो में प्रतिकरात्मक खर्चे दिलाना : १)इस अधिनियम के अधीन प्रतिकर के किसी दावे का न्यायनिर्णयन करने वाले दावा अधिकरण का जहां किसी मामले में ऐसे कारणों से, जो लेखबध्द जाएंगे, यह समाधान हो जाता है कि - क)बीमा पालिसी… more »
धारा १७१ : जहां दावा मंजूर किया गया है वहां ब्याज दिलाना :
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा १७१ : जहां दावा मंजूर किया गया है वहां ब्याज दिलाना : जहां कोई दावा अधिकरण इस अधिनियम के अधीन किए गए प्रतिकर के दावे को मंजूर करता है वहां ऐसा अधिकरण यह निदेश दे सकेगा कि प्रतिकर की रकम के अतिरिक्त उतनी दर से तथा उस तारीख से… more »