धारा ७ : १.( लोक सेवक को रिश्वत दिए जाने से संबंधित अपराध :
भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम १९८८ अध्याय ३ : अपराध और शास्तियां : धारा ७ : १.( लोक सेवक को रिश्वत दिए जाने से संबंधित अपराध : ऐसा कोई लोक सेवक जो, - क) किसी व्यक्ति से, इस आशय से कोई असम्यक् लाभ अभिप्राप्त करता है या प्रतिगृहीत करता है या अभिप्राप्त करने… more »
धारा ६ : संक्षिप्तत: विचारण करने की शक्ति :
भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम १९८८ धारा ६ : संक्षिप्तत: विचारण करने की शक्ति : १) जहां कोई विशेष न्यायाधीश धारा ३ की उपधारा (१) में विनिर्दिष्ट ऐसे अपराध का विचारण करता है जा आवश्यक वस्तु अधिनियम द १९५५(१९५५ का १०) की धारा १२क की उपधारा (१) में निर्दिष्ट… more »
धारा ५ : प्रक्रिया और विशेष न्यायाधीश की शक्तियां :
भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम १९८८ धारा ५ : प्रक्रिया और विशेष न्यायाधीश की शक्तियां : १) विशेष न्यायाधीश अभियुक्त के विचारणार्थ सुपुर्द किए गए बिना भी अपराधों का संज्ञान कर सकता है, और वह अभियुक्त व्यक्ति के विचारण में दंड प्रक्रिया संहिता, १९७३(१९७४ का २)… more »
धारा ४ : विशेष न्यायाधीशों द्वारा विचारणीय मामले :
भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम १९८८ धारा ४ : विशेष न्यायाधीशों द्वारा विचारणीय मामले : १) दंड प्रक्रिया संहिता, १९७३(१९७४ का २) या तत्समय प्रवृत्त किसी अन्य विधि में किसी बात के होते हुए भी धारा ३ की उपधारा (१) में विनिर्दिष्ट अपराध विशेष न्यायाधीश द्वारा ही… more »
धारा ३ : विशेष न्यायाधीश नियुक्त करने की शक्ति :
भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम १९८८ अध्याय २ : विशेष न्यायाधीशों की नियुक्ति : धारा ३ : विशेष न्यायाधीश नियुक्त करने की शक्ति : १) केंद्रीय सरकार या राज्य सरकार, राजपत्र में अधिसूचना द्वारा निम्नलिखित अपराधों के विचारण के लिए इतने विशेष न्यायाधीश नियुक्त कर… more »
भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम १९८८ धारा २ : परिभाषाएं :
भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम १९८८ धारा २ : परिभाषाएं : इस अधिनियम, में, जब तक कि संदर्भ से अन्यथा अपेक्षित न हो, - क) निर्वाचन से संसद् या किसी विधान- मंडल, स्थानीय प्राधिकरण या अन्य लोक प्राधिकरण के सदस्यों के चयन के प्रयोजन के लिए किसी विधि के अधीन, किसी… more »
भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम १९८८ धारा १ : संक्षिप्त नाम और विस्तार :
भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम १९८८ अध्याय १ : प्रारंभिक : धारा १ : संक्षिप्त नाम और विस्तार : (१९८८ का अधिनियम संख्यांक ४९ ) ( ९ सितंबर १९८८) भ्रष्टाचार निवारण से संबंधित विधि का समेकन और संशोधन करने तथा उससे संबंधित विषयों के लिए अधिनियम भारत गणराज्य के… more »
बाल-विवाह प्रतिषेध अधिनियम २००६ धारा २१ : निरसन ..
बाल-विवाह प्रतिषेध अधिनियम २००६ धारा २१ : निरसन और व्यावृत्ति : १) बाल-विवाह अवरोध अधिनियम, १९२९ (१९२९ का १९) इसके द्वारा निरसित किया जाता है । २)ऐसे निरसन के होते हुए भी, इस अधिनियम के प्रारंभ पर उक्त अधिनियम के अधीन लंबित या जारी सभी मामले और अन्य… more »
धारा २० : १९५५ के अधिनियम संख्यांक २५ का संशोधन :
बाल-विवाह प्रतिषेध अधिनियम २००६ धारा २० : १९५५ के अधिनियम संख्यांक २५ का संशोधन : हिन्दू विवाह अधिनियम, १९५५ की धारा १८ के खंड (क) के स्थान पर निम्नलिखित खंड रखा जाएगा, अर्थात् :- क)धारा ५ के खंड (३) में विनिर्दिष्ट शर्त के उल्लंघन की दशा में, कठोर… more »
धारा १९ : नियम बनाने की राज्य सरकार की शक्ति :
बाल-विवाह प्रतिषेध अधिनियम २००६ धारा १९ : नियम बनाने की राज्य सरकार की शक्ति : १)राज्य सरकार, इस अधिनियम के उपबंधों को कार्यान्वित करने के लिए नियम, राजपत्र में अधिसूचना द्वारा , बना सकेगी । २)इस अधिनियम के अधीन बनाया गया प्रत्येक नियम बनाए जाने के… more »