Tag: "Motor Vehicles Act Hindi"
धारा १८९ : दौड गति का मुकाबला :
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा १८९ : दौड गति का मुकाबला : जो कोई राज्य सरकार की लिखित सहमति के बिना किसी सार्वजनिक स्थान में मोटर यान की किसी भी प्रकार की दौड या गति का मुकाबला करने देगा या उसमें भाग लेगा, वह कारावास से, जिसकी अवधि एक मास तक की हो सकेगी, या… more »
धारा १८८ : कतिपय अपराधों का दुष्प्रेरण करने के लिए दण्ड :
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा १८८ : कतिपय अपराधों का दुष्प्रेरण करने के लिए दण्ड : जो कोई धारा १८४, धारा १८५ या धारा १८६ के अधीन अपराध के किए जाने का दुष्प्रेरण करेगा वह उस अपराध के लिए उपबंधित दण्ड से दण्डनीय होगा । #Motor Vehicles Act 1988 Hindi… more »
धारा १८७ : दुर्घटना सम्बन्धी अपराधों के लिए दण्ड :
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा १८७ : दुर्घटना सम्बन्धी अपराधों के लिए दण्ड : जो कोई धारा १३२ की उपधारा (१) के खण्ड (ग) या धारा १३३ या धारा १३४ के उपबंधों का अनुपालन करने में असफल रहेगा वह कारावास से, जिसकी अवधि तीन मास तक की हो सकेगी, या जुर्माने से, जो… more »
धारा १८६ : मोटर यान चलाने के लिए मानसिक या शारीरक रूप..
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा १८६ : मोटर यान चलाने के लिए मानसिक या शारीरक रूप से अयोग्य होते हुए यान चलाना : जो कोई किसी सार्वजनिक स्थान में उस समय मोटर यान चलाएगा जब उसे इस बात का ज्ञान है कि वह किसी ऐसे रोग या नि:शक्तता से ग्रस्त है जिसके परिणामस्वरूप… more »
धारा १८५ : किसी मत्त व्यक्ति द्वारा या मादक द्रव्यों के..
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा १८५ : किसी मत्त व्यक्ति द्वारा या मादक द्रव्यों के असर में होते हुए किसी व्यक्ति द्वारा मोटर यान चलाया जाना : मोटर यान को चलाते समय या चलाने का प्रयत्न करते समय- १.((क) जिस किसी के रक्त में किसी श्वास विश्लेषक द्वारा परीक्षण… more »
धारा १८४ : खतरनाक तरीके से मोटर यान चलाना :
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा १८४ : खतरनाक तरीके से मोटर यान चलाना : जो कोई मोटर यान को ऐसी गति से ऐसे तरीके से चलाएगा जो मामले की उन सब परिस्थितियों को, जिनके अन्तर्गत उस स्थान का स्वरूप, हालत और उपयोग भी है, जहां वह यान चलाया जा रहा है तथा उस स्थान में… more »
धारा १८३ : अत्यधिक गति आदि से चलाना :
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा १८३ : अत्यधिक गति आदि से चलाना : १) जो कोई धारा ११२ में निर्दिष्ट गति- सीमा का उल्लंघन करके मोटर यान चलाएगा वह जुर्माने से, जो चार सौ रूपए तक का हो सकेगा, या इस उपधारा के अधीन अपराध के लिए पहले ही दोषसिध्द हो चुकने पर इस… more »
धारा १८२क : १(यान के सन्निर्माण और अनुरक्षण से संबंधित..
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा १८२क : १(यान के सन्निर्माण और अनुरक्षण से संबंधित अपराधों के लिए दंड : कोई व्यक्ति जो धारा १०९ की उपधारा (३) के उपबंधों का उल्लंघन करेगा, प्रथम अपराध के लिए एक हजार रूपए जुर्माने से और किन्हीं पश्चात्वर्ती अपराधों के लिए पांच… more »
धारा १८२ : अनुज्ञप्ति संबंधी अपराध :
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा १८२ : अनुज्ञप्ति संबंधी अपराध : १)जो कोई चालन-अनुज्ञप्ति धारण करने या अभिप्राप्त करने के लिए इस अधिनियम के अधीन निरर्हित होते हुए सार्वजनिक स्थान या किसी अन्य स्थान में मोटर यान चलाएगा या चालन-अनुज्ञप्ति के लिए आवेदन करेगा या… more »
धारा १८१ : धारा ३ या धारा ४ के उल्लंघन में यानों को चलाना :
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा १८१ : धारा ३ या धारा ४ के उल्लंघन में यानों को चलाना : जो कोई धारा ३ या धारा ४ के उल्लंघन में किसी मोटर यान को चलाएगा, वह कारावास से, जिसकी अवधि तीन मास तक की हो सकेगी, या जुर्माने से, जो पांच सौ रूपए तक का हो सकेगा, अथवा… more »