सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८
भाग २ :
निष्पादन
साधारण
धारा ३६ :
३.(आदेशों को लागू होना :
इस संहिता के डिक्रियों के निष्पादन से सम्बन्धित उपबन्धों के बारे में (जिनके अन्तर्गत डिक्री के अधीन संदाय से संबंधित उपबन्ध भी है) यही समझा जाएगा कि वे आदेशों के निष्पादन को (जिनके अन्तर्गत आदेश के अधीन संदाय भी है) वहां तक लागू है जहां तक कि वे उन्हें लागू किए जा सकेंगे ।)
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१. १९७६ के अधिनियम सं. १०४ की धारा १६ द्वारा (१-२-१९७७ से) धारा ३६ के स्थान पर प्रतिस्थापित ।
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