Category: "दण्ड प्रक्रिया संहिता १९७३"
धारा ४७४ : उच्च न्यायालयों के समक्ष विचारण :
दण्ड प्रक्रिया संहिता १९७३ अध्याय ३७ : प्रकीर्ण : धारा ४७४ : उच्च न्यायालयों के समक्ष विचारण : जब किसी अपराध का विचारण उच्च न्यायालय द्वारा धारा ४०७ के अधीन न करके अन्यथा किया जाता है तब वह अपराध के विचारण में वैसी ही प्रक्रिया का अनुपालन करेगा, जिसका… more »
धारा ४७३ : कुछ दशाओं में परिसीमा-काल का विस्तारण :
दण्ड प्रक्रिया संहिता १९७३ अध्याय ३६ : कुछ अपराधों का संज्ञान करने के लिए परिसीमा । धारा ४७३ : कुछ दशाओं में परिसीमा-काल का विस्तारण : इस अध्याय के पूर्ववर्ती उपबंधों में अंतर्विष्ट किसी बात के होते हुए भी, कोई भी न्यायालय किसी अपराध का संज्ञान… more »
धारा ४७२ : चालू रहने वाला अपराध : किसी चालू ..
दण्ड प्रक्रिया संहिता १९७३ अध्याय ३६ : कुछ अपराधों का संज्ञान करने के लिए परिसीमा । धारा ४७२ : चालू रहने वाला अपराध : किसी चालू रहने वाले अपराध की दशा में नया परिसीमा-काल उस समय के प्रत्येक क्षण से प्रारंभ होगा जिसके दौरान अपराध चालू रहता है । Code of… more »
धारा ४७१ : जिस तारिख को न्यायालय बंद हो उस तारीख का ..
दण्ड प्रक्रिया संहिता १९७३ अध्याय ३६ : कुछ अपराधों का संज्ञान करने के लिए परिसीमा । धारा ४७१ : जिस तारिख को न्यायालय बंद हो उस तारीख का अपवर्जन : यदि परिसीमा-काल उइ दिन समाप्त होता है जब न्यायालय बंद है तो न्यायालय उस दिन संज्ञान कर सकता है जिस दिन… more »
धारा ४७० : कुछ दशाओं में समय का अपवर्जन (निकालना / छोडना) :
दण्ड प्रक्रिया संहिता १९७३ अध्याय ३६ : कुछ अपराधों का संज्ञान करने के लिए परिसीमा । धारा ४७० : कुछ दशाओं में समय का अपवर्जन (निकालना / छोडना) : १)परिसीमा-काल की संगणना करने में, उस समय का अपवर्जन किया जाएगा, जिसके दौरान कोई व्यक्ति चाहे प्रथम बार के… more »
धारा ४६९ : परिसीमा-काल का प्रारंभ :
दण्ड प्रक्रिया संहिता १९७३ अध्याय ३६ : कुछ अपराधों का संज्ञान करने के लिए परिसीमा । धारा ४६९ : परिसीमा-काल का प्रारंभ : १)किसी अपराधी के संबंध में परिसीमा-काल- क)अपराध की तारीख को प्रारंभ होगा; या ख)जहाँ अपराध के किए जाने की जानकारी अपराध द्वारा व्यथित… more »
धारा ४६८ : परिसीमा-काल की समाप्ती के पश्चात् संज्ञान का वर्जन :
दण्ड प्रक्रिया संहिता १९७३ अध्याय ३६ : कुछ अपराधों का संज्ञान करने के लिए परिसीमा । धारा ४६८ : परिसीमा-काल की समाप्ती के पश्चात् संज्ञान का वर्जन : १)इस संहिता में अन्यत्र जैसा अन्यथा उपबंधित है उसके सिवाय, कोई न्यायालय उपधारा (२) में विनिर्दिष्ट… more »
धारा ४६७ : परिभाषा : कुछ अपराधों का ..
दण्ड प्रक्रिया संहिता १९७३ अध्याय ३६ : कुछ अपराधों का संज्ञान करने के लिए परिसीमा । (इस अध्याय के उपंबध कतिपय आर्थिक अपराधों को लागू नहीं होंगे, देखिए आर्थिक अपराध (परिसीमा का लागू न होना) अधिनियम, १९७४ (१९७४ का १२) की धारा २ और अनुसुची ।) धारा ४६७ :… more »
धारा ४६६ : त्रुटि या गलती के कारण कुर्की का अवैध न होना :
दण्ड प्रक्रिया संहिता १९७३ अध्याय ३५ : अनियमित कार्यवाहियाँ : धारा ४६६ : त्रुटि या गलती के कारण कुर्की का अवैध न होना : इस संहिता के अधीन की गई कोई कुर्की ऐसी किसी त्रुटि के कारण या प्ररुप के अभाव के कारण विधिविरुद्ध न समझी जाएगी जो समन, दोषसिद्धी,… more »
धारा ४६५ : निष्कर्ष या दण्डादेश कब गलती, लोप या अनियमितता ...
दण्ड प्रक्रिया संहिता १९७३ अध्याय ३५ : अनियमित कार्यवाहियाँ : धारा ४६५ : निष्कर्ष या दण्डादेश कब गलती, लोप या अनियमितता के कारण उलटने योग्य होगा : १)इसमें इसके पूर्व अन्तर्विष्ट उपबंधो के अधीन यह है कि सक्षम अधिकारिता वाले न्यायालय द्वारा पारित कोई… more »