Category: "दण्ड प्रक्रिया संहिता १९७३"
धार २३६ : पूर्व दोषसिद्धि :
दण्ड प्रक्रिया संहिता १९७३ अध्याय १८ : सेशन न्यायालय के समक्ष विचारण : धार २३६ : पूर्व दोषसिद्धि : ऐसे मामले में, जिसमे धारा २११ की उपधारा (७) के उपबंधो के अधीन पूर्व दोषसिद्धी का आरोप लगाया गया है और अभियुक्त यह स्वीकार नहीं करता है कि आरोप में किए गए… more »
धारा २३५ : दोषमुक्ति या दोषसिद्धि का निर्णय :
दण्ड प्रक्रिया संहिता १९७३ अध्याय १८ : सेशन न्यायालय के समक्ष विचारण : धारा २३५ : दोषमुक्ति या दोषसिद्धि का निर्णय : १)बहस और विधि प्रश्न (यदि कोई हो) सुनन के पश्चात् न्यायाधीश मामले में निर्णय देगा । २)यदि अभियुक्त दोषसिद्ध किया जाता है तो न्यायाधीश,… more »
धारा २३४ : बहस : जब प्रतिरक्षा के साक्षियों ..
दण्ड प्रक्रिया संहिता १९७३ अध्याय १८ : सेशन न्यायालय के समक्ष विचारण : धारा २३४ : बहस : जब प्रतिरक्षा के साक्षियों की (यदि कोई हो) परीक्षा समाप्त हो जाती है तो अभियोजक अपने मामले का उपसंहार करगा और अभियुक्त या उसका प्लीडर उत्तर देने का हकदार होगा :… more »
धारा २३३ : प्ररिरक्षा (बचाव) आरंभ करना :
दण्ड प्रक्रिया संहिता १९७३ अध्याय १८ : सेशन न्यायालय के समक्ष विचारण : धारा २३३ : प्ररिरक्षा (बचाव) आरंभ करना : जहाँ अभियुक्त धारा २३२ के अधीन दोषमुक्त नहीं किया जाता है वहाँ उससे अपेक्षा की जाएगी कि अपनी प्रतिरक्षा आरंभ करे और कोई भी साक्ष्य जो उसके… more »
धारा २३२ : दोषमुक्ति :
दण्ड प्रक्रिया संहिता १९७३ अध्याय १८ : सेशन न्यायालय के समक्ष विचारण : धारा २३२ : दोषमुक्ति : यदि संबद्ध विषय के बारे में अभियोजन का साक्ष्य लेने, अभियुक्त की परीक्षा करने और अभियोजन और प्रतिरक्षा को सुनने के पश्चात् न्यायाधीश का यह विचार है कि इस बात… more »
धारा २३१ : अभियोजन के लिए साक्ष्य : १)ऐसे ..
दण्ड प्रक्रिया संहिता १९७३ अध्याय १८ : सेशन न्यायालय के समक्ष विचारण : धारा २३१ : अभियोजन के लिए साक्ष्य : १)ऐसे नियत तारिख पर न्यायाधीश ऐसा सब साक्ष्य लेने के लिए अग्रसर होगा जो अभियोजन के समर्थन में पेश किया जाए । २)न्यायाधीश, स्वविवेकानुसार, किसी… more »
धारा २३० : अभियोजन साक्ष्य के लिए तारीख : यदि ..
दण्ड प्रक्रिया संहिता १९७३ अध्याय १८ : सेशन न्यायालय के समक्ष विचारण : धारा २३० : अभियोजन साक्ष्य के लिए तारीख : यदि अभियुक्त अभिवचन करने से इन्कार करता है या अभिवचन नहीं करता है या विचारण किए जाने का दावा करता है या धारा २२९ के अधीन सिद्धदोष नहीं किया… more »
धारा २२९ : दोषी होने का अभिवचन : यदि ..
दण्ड प्रक्रिया संहिता १९७३ अध्याय १८ : सेशन न्यायालय के समक्ष विचारण : धारा २२९ : दोषी होने का अभिवचन : यदि अभियुक्त दोषी होने का अभिवचन करता है तो न्यायाधीश उस अभिवाक् को लेखबद्ध करेगा और उसके आधार पर उसे, स्वविवेकानुसार, दोषसिद्ध कर सकता है । Code… more »
धारा २२८ : आरोप विरचित करना :
दण्ड प्रक्रिया संहिता १९७३ अध्याय १८ : सेशन न्यायालय के समक्ष विचारण : धारा २२८ : आरोप विरचित करना : १)यदि पूर्वोक्त रुप से विचार, और सुनवाई के पश्चात् न्यायाधीश की यह राय है कि ऐसी उपधारणा करने का आधार है कि अभियुक्त ने ऐसा अपराध किया है जो - क)अनन्यत:… more »
धारा २२७ : उन्मोचन (बिनादोष छोडना) : यदि मामले..
दण्ड प्रक्रिया संहिता १९७३ अध्याय १८ : सेशन न्यायालय के समक्ष विचारण : धारा २२७ : उन्मोचन (बिनादोष छोडना) : यदि मामले के अभिलेख और उसके साथ दी गई दस्तावेजों पर विचार कर लेने पर, और इस निमित्त अभियुक्त और अभियोजन के निवेदन की सुनवाई कर लेने के पश्चात… more »