Category: "दण्ड प्रक्रिया संहिता १९७३"
धारा ४०९ : सेशन न्यायाधीशों द्वारा मामलों और अपीलों का वापस ...
दण्ड प्रक्रिया संहिता १९७३ अध्याय ३१ : आपराधिक मामलों का अन्तरण : धारा ४०९ : सेशन न्यायाधीशों द्वारा मामलों और अपीलों का वापस लिया जाना : १)सेशन न्यायाधीश अपने अधीनस्थ किसी सहायक सेशन न्यायाधीश या मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट से कोई मामला या अपील वापस ले… more »
धारा ४०८ : मामलों और अपीलों को अंतरित करने की सेशन न्यायाधीश ...
दण्ड प्रक्रिया संहिता १९७३ अध्याय ३१ : आपराधिक मामलों का अन्तरण : धारा ४०८ : मामलों और अपीलों को अंतरित करने की सेशन न्यायाधीश की शक्ति : १)जब कभी सेशन न्यायाधीश को यह प्रतीत कराया जाता है कि न्याय के उद्देश्यों के लिए यह समीचीन है कि इस उपधारा के अधीन… more »
धारा ४०७ : मामलों और अपीलों को अंतरित करने की उच्च ...
दण्ड प्रक्रिया संहिता १९७३ अध्याय ३१ : आपराधिक मामलों का अन्तरण : धारा ४०७ : मामलों और अपीलों को अंतरित करने की उच्च न्यायालय की शक्ति : १)जब कभी उच्च न्यायालय को यह प्रतीत कराया जाता है कि- क)उसके अधीनस्थ किसी दण्ड न्यायालय में ऋजु और पक्षपात रहित जाँच… more »
धारा ४०६ : मामलों और अपीलों को अंतरित करने की उच्चतम न्यायालय ...
दण्ड प्रक्रिया संहिता १९७३ अध्याय ३१ : आपराधिक मामलों का अन्तरण : धारा ४०६ : मामलों और अपीलों को अंतरित करने की उच्चतम न्यायालय की शक्ति : १)जब कभी उच्चतम न्यायालय को यह प्रतीत कराया जाता है कि न्याय के उद्देश्यों के लिए यह समीचीन है कि इस धारा के अधीन… more »
धारा ४०५ : उच्च न्यायालय के आदेश का प्रमाणित करके निचले ...
दण्ड प्रक्रिया संहिता १९७३ अध्याय ३० : निर्देश (संकेत / उल्लेख / संदर्भ) और पुनरिक्षण (संशोधन / सुधार / दोहराना) : धारा ४०५ : उच्च न्यायालय के आदेश का प्रमाणित करके निचले न्यायालय को भेजा जाना : जब उच्च न्यायालय या सेशन न्यायाधीश द्वारा कोई मामला इस… more »
धारा ४०४ : महानगर मजिस्ट्रेट के विनिश्चय के आधारों के कथन पर ...
दण्ड प्रक्रिया संहिता १९७३ अध्याय ३० : निर्देश (संकेत / उल्लेख / संदर्भ) और पुनरिक्षण (संशोधन / सुधार / दोहराना) : धारा ४०४ : महानगर मजिस्ट्रेट के विनिश्चय के आधारों के कथन पर उच्च न्यायालय द्वारा विचार किया जाना : जब उच्च न्यायालय या सेशन न्यायालय… more »
धारा ४०३ : पक्षकारों को सुनने का न्यायालय का विकल्प :
दण्ड प्रक्रिया संहिता १९७३ अध्याय ३० : निर्देश (संकेत / उल्लेख / संदर्भ) और पुनरिक्षण (संशोधन / सुधार / दोहराना) : धारा ४०३ : पक्षकारों को सुनने का न्यायालय का विकल्प : इस संहिता में अभिव्यक्त रुप से जैसा उपबंधित है उसके सिवाय, जो न्यायालय अपनी… more »
धारा ४०२ : उच्च न्यायालय की पुनरीक्षण के मामलों को वापर लेने या ...
दण्ड प्रक्रिया संहिता १९७३ अध्याय ३० : अपीलें : धारा ४०२ : उच्च न्यायालय की पुनरीक्षण के मामलों को वापर लेने या अंतरित करने की शक्ति : १)जब एक ही विचारण में दोषसिद्ध एक या अधिक व्यक्ति पुनरिक्षण के लिए आवेदन उच्च न्यायालय को करते है और उसी विचारण में… more »
धारा ४०१ : उच्च न्यायालय की पुनरिक्षण की शक्तियाँ :
दण्ड प्रक्रिया संहिता १९७३ अध्याय ३० : निर्देश (संकेत / उल्लेख / संदर्भ) और पुनरिक्षण (संशोधन / सुधार / दोहराना) : धारा ४०१ : उच्च न्यायालय की पुनरिक्षण की शक्तियाँ : १)ऐसी किसी कार्यवाही के मामले में, जिसका अभिलेख उच्च न्यायालय ने स्वयं मंगवाया है या… more »
धारा ४०० : अपर सेशन न्यायाधीश की शक्ति :
दण्ड प्रक्रिया संहिता १९७३ अध्याय ३० : निर्देश (संकेत / उल्लेख / संदर्भ) और पुनरिक्षण (संशोधन / सुधार / दोहराना) : धारा ४०० : अपर सेशन न्यायाधीश की शक्ति : अपर सेशन न्यायाधीश को किसी ऐसे मामले के बारे में, जो सेशन न्यायाधीश के किसी साधारण या विशेष आदेश… more »