Category: "दण्ड प्रक्रिया संहिता १९७३"
धारा ४३७ : अजमानतीय अपराध की दशा में कब जमानत ली ...
दण्ड प्रक्रिया संहिता १९७३ अध्याय ३३ : जमानत और बंधपत्रों के बारे में उपबंध : धारा ४३७ : अजमानतीय अपराध की दशा में कब जमानत ली जा सकेगी : १)जब कोई व्यक्ति, जिस पर अजमानतीय अपराध का अभियोग है या जिस पर यह संदेह है कि उसने अजमानतीय अपराध किया है, पुलिस… more »
धारा ४३६-क : अधिकतम अवधि जिसके लिए विचाराधीन कैदी निरुद्ध ...
दण्ड प्रक्रिया संहिता १९७३ अध्याय ३३ : जमानत और बंधपत्रों के बारे में उपबंध : धारा ४३६-क : अधिकतम अवधि जिसके लिए विचाराधीन कैदी निरुद्ध किया जा सकता है : जहाँ कोई व्यक्ति, किसी विधि के अधीन किसी अपराध के (जो ऐसा अपराध नहीं है जिसके लिए उस विधि के अधीन… more »
धारा ४३६ : किन मामलों में जमानत ली जाएगी :
दण्ड प्रक्रिया संहिता १९७३ अध्याय ३३ : जमानत और बंधपत्रों के बारे में उपबंध : धारा ४३६ : किन मामलों में जमानत ली जाएगी : १)जब अजमानतीय अपराध के अभियुक्त व्यक्ति से भिन्न कोई व्यक्ति पुलिस थाने के भारसाधक अधिकारी द्वारा वारण्ट के बिना गिरफ्तार या निरुद्ध… more »
धारा ४३५ : कुछ मामलों में राज्य सरकार का केन्द्रीय सरकार से ..
दण्ड प्रक्रिया संहिता १९७३ अध्याय ३२ : ङ - दण्डादेशों का निलम्बन, परिहार और लघुकरण : धारा ४३५ : कुछ मामलों में राज्य सरकार का केन्द्रीय सरकार से परामर्श करने के पश्चात् कार्य करना : १)किसी दण्डादेश का परिहार करने या उसके लघुकरण के बारे में धारा ४३२ और… more »
धारा ४३४ : मृत्यु दण्डादेशों की दशा में केन्द्रीय सरकार की समवर्ती ...
दण्ड प्रक्रिया संहिता १९७३ अध्याय ३२ : ङ - दण्डादेशों का निलम्बन, परिहार और लघुकरण : धारा ४३४ : मृत्यु दण्डादेशों की दशा में केन्द्रीय सरकार की समवर्ती शक्ति : धारा ४३२ और ४३३ द्वारा राज्य सरकार को प्रदत्त शक्तियाँ मृत्यु दण्डादेशों की दशा ेमं केन्द्रीय… more »
धारा ४३३-क : कुछ मामलों में छूट या लघुकरण की शक्तियों पर निर्बंधन :
दण्ड प्रक्रिया संहिता १९७३ अध्याय ३२ : ङ - दण्डादेशों का निलम्बन, परिहार और लघुकरण : धारा ४३३-क : कुछ मामलों में छूट या लघुकरण की शक्तियों पर निर्बंधन : धारा ४३२ में किसी बात के होते हुए भी, जहाँ किसी व्यक्ति को ऐसे अपराध के लिए, जिसके लिए मृत्यु दण्ड… more »
धारा ४३३ : दण्डादेश के लघुकरण की शक्ति :
दण्ड प्रक्रिया संहिता १९७३ अध्याय ३२ : ङ - दण्डादेशों का निलम्बन, परिहार और लघुकरण : धारा ४३३ : दण्डादेश के लघुकरण की शक्ति : समुचित सरकार दण्डादिष्ट व्यक्ति की सम्मति के बिना - क)मृत्यु दण्डादेश का भारतीय दण्ड संहिता, १८६० (१८६० का ४५) द्वारा उपबंधित… more »
धारा ४३२ : दण्डादेशों का निलम्बन या परिहार करने की शक्ति :
दण्ड प्रक्रिया संहिता १९७३ अध्याय ३२ : ङ - दण्डादेशों का निलम्बन, परिहार और लघुकरण : धारा ४३२ : दण्डादेशों का निलम्बन या परिहार करने की शक्ति : १)जब किसी व्यक्ती को किसी अपराध के लिए दण्डादेश दिया जाता है तब समुचित सरकार किसी समय, शर्तों के बिना या ऐसी… more »
धारा ४३१ : जिस धन का संदाय करने को आदेश दिया गया है ...
दण्ड प्रक्रिया संहिता १९७३ अध्याय ३२ : घ - निष्पादन के बारे में साधारण उपबंध : धारा ४३१ : जिस धन का संदाय करने को आदेश दिया गया है उसका जुर्माने के रुप में वसूल किया जा सकना : कोई धन (जो जुर्माने से भिन्न है ) जो इस संहिता के अधीन दिए गए किसी आदेश के… more »
धारा ४३० : दण्डादेश के निष्पादन पर वारण्ट का लौटाया जाना :
दण्ड प्रक्रिया संहिता १९७३ अध्याय ३२ : घ - निष्पादन के बारे में साधारण उपबंध : धारा ४३० : दण्डादेश के निष्पादन पर वारण्ट का लौटाया जाना : जब दण्डादेश पूर्णतया निष्पादित किय जा चुका है तब उसका निष्पादन करने वाला अधिकारी वारण्ट को, स्व-हस्ताक्षर सहित… more »