Category: "स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५"
धारा ३१ : पूर्व दोषसिद्ध के पश्चात् अपराधों के लिए ..
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ३१ : १.(पूर्व दोषसिद्ध के पश्चात् अपराधों के लिए वर्धित दंड : १) यदि कोई व्यक्ति, जिसको इस अधिनियम के अधीन दंडनीय कोई अपराध करने या करने का प्रयत्न करने या उसका दुष्प्रेरण करने या करने का आपराधिक… more »
धारा ३० : तैयारी : यदि कोई व्यक्ति, ऐसा कोई कार्य...
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ३० : तैयारी : यदि कोई व्यक्ति, ऐसा कोई कार्य, जो १.(धारा १९, धारा २४ और धारा २७-क के किसी उपबंध के अधीन दंडनीय अपराध और किसी ऐसे अपराध के लिए जो किसी स्वापक ओषधि या मन:प्रभावी पदार्थ की वाणिज्यिक मात्रा… more »
धारा २९ : दुष्प्रेरण और आपराधिक षडयंत्र के लिए दंड :
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा २९ : दुष्प्रेरण और आपराधिक षडयंत्र के लिए दंड : १) जो कोई इस अध्याय के अधीन दंडनीय किसी अपराध का दुष्प्रेरण करेगा या ऐसा कोई अपराध करने के आपराधिक षडयंत्र का पक्षकार होगा, वह चाहे ऐसा अपराध ऐसे… more »
धारा २८ : अपराध करने के प्रयत्नों के लिए दंड :
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा २८ : अपराध करने के प्रयत्नों के लिए दंड : जो कोई इस अध्याय के अधीन दंडनीय कोई अपराध करने का या ऐसे अपराध का किया जाना कारित करने का प्रयत्न करेगा और ऐसा प्रयत्न करने में उस अपराध के संबंध में कोई कार्य… more »
धारा २७-ख : धारा ८-क के उल्लंघन के लिए दंड : जो कोई..
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा २७-ख : १.(धारा ८-क के उल्लंघन के लिए दंड : जो कोई, धारा ८-क के उपबंध का उल्लंघन करेगा, ऐसी अवधि के, जो तीन वर्ष से कम की नहीं होगी, किन्तु जो दस वर्ष तक की हो सकेगी, कठोर कारावास से दंडनीय होगा और… more »
धारा २७-क : अवैध व्यापार..अपराधियों को संश्रय देने के लिए दंड :
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा २७-क : १.(अवैध व्यापार का वित्त पोषण करने और अपराधियों को संश्रय देने के लिए दंड : जो कोई, प्रत्यक्षत: या अप्रत्यक्षत:, धारा २ के खंड (आंठ-क) के उपखंड (एक) से उपखंड (पांच) तक में विनिर्दिष्ट किसी… more »
धारा २७ : किसी स्वापक ओषधि..पदार्थ के उपभोग के लिए दंड :
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा २७ : १.( किसी स्वापक ओषधि या मन:प्रभावी पदार्थ के उपभोग के लिए दंड : जो कोई, किसी स्वापक ओषधि या मन:प्रभावी पदार्थ का उपभोग करेगा, वह, - क) जहां ऐसी स्वापक ओषधि या मन:प्रभावी पदार्थ, जिसका उपभोग किया… more »
धारा २६ : अनुज्ञप्तिधारी...किए गए कुछ कार्यों के लिए दंड :
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा २६ : अनुज्ञप्तिधारी या उसके सेवकों द्वारा किए गए कुछ कार्यों के लिए दंड : यदि इस अधिनियम या इसके अधीन बनाए गए किसी नियम या निकाले गए किसी आदेश के अधीन दी गई किसी अनुज्ञप्ति, अनुज्ञापत्र या प्राधिकार का… more »
धारा २५-क : धारा ९-क के अधीन किए गए आदेशों के उल्लंघन..
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा २५-क : १.(धारा ९-क के अधीन किए गए आदेशों के उल्लंघन के लिए दंड : यदि कोई व्यक्ति धारा ९-क के अधीन किए गए किसी आदेश का उल्लंघन करेगा तो वह कठोर कारावास से, जिसकी अवधि दस वर्ष तक की हो सकेगी, और जुर्माने… more »
धारा २५ : किसी अपराध के किए जाने के लिए किसी परिसर..
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा २५ : १.( किसी अपराध के किए जाने के लिए किसी परिसर, आदि का उपयोग किए जाने की अनुज्ञा देने के लिए दंड : जो कोई, किसी गृह, कक्ष, अहाते, जगह, स्थान, जीव-जंतु या प्रवहन का स्वामी या अधिभोगी होते हुए अथवा… more »