Category: "अनैतिक व्यापार (निवारण) अधिनियम १९५६"
धारा १०क : सुधार संस्था में निरोध :
अनैतिक व्यापार (निवारण) अधिनियम १९५६ धारा १०क : सुधार संस्था में निरोध : १) जहां क) कोई अपराधी नारी धारा ७ या ८ के अधीन किसी अपराध के लिए सिद्धदोष ठहराई जाती है १.(***); और ख) अपराधी का चरित्र, स्वास्थ्य, उसकी मानसिक दशा और मामले की अन्य परिस्थितियां… more »
धारा १० : १.(सदाचरण की परिवीक्षा पर या सस्यकख भत्र्सना..
अनैतिक व्यापार (निवारण) अधिनियम १९५६ धारा १० : १.(सदाचरण की परिवीक्षा पर या सस्यकख भत्र्सना देकर निर्मुक्त किया जाना : स्त्री तथा लडकी अनैतिक व्यापार दमन (संशोधन) अधिनियम १९८६ (१९८६ का ४४) की धारा १३ द्वारा (२६-१-१९८७ से) निरसित । --------- १. १९७८ के… more »
धारा ९ : अभिरक्षा में के व्यक्ति को विलुब्ध करना :
अनैतिक व्यापार (निवारण) अधिनियम १९५६ धारा ९ : अभिरक्षा में के व्यक्ति को विलुब्ध करना : १.(*) कोई व्यक्ति जो २.(किसी ३.(व्यक्ति) को अपनी अभिरक्षा, अपने भाराधीन या देख-रेख में रखते हुए या उस पर प्राधिकार की स्थिति में रहते हुए) उस ३.(व्यक्ति) को… more »
धारा ८ : वेश्यावृत्ति के प्रयोजनों के लिए विलुब्ध करना..
अनैतिक व्यापार (निवारण) अधिनियम १९५६ धारा ८ : वेश्यावृत्ति के प्रयोजनों के लिए विलुब्ध करना या याचना करना : जो कोई किसी सार्वजनिक स्थान पर या किसी सार्वजनिक स्थान पर दिखाई देते हुए और ऐसी रिति में जिससे दिखाई दे या सुनाई दे, चाहे किसी भवन या घर के अन्दर… more »
धारा ७ : सार्वजनिक स्थान में या उनके समीप वेश्यावृत्ति :
अनैतिक व्यापार (निवारण) अधिनियम १९५६ धारा ७ : सार्वजनिक स्थान में या उनके समीप वेश्यावृत्ति : १.(१) वेश्यावृत्ति करने वाला कोई २.(व्यक्ति) और वह व्यक्ति जिसके साथ ऐसी वेश्यावृत्ति ऐसे किन्हीं परिसरों में की जाएगी - क) जो उपधारा (३) के अधिन अधिसूचित… more »
धारा ६ : किसी व्यक्ति को ऐसे परिसर में निरुद्ध करना..
अनैतिक व्यापार (निवारण) अधिनियम १९५६ धारा ६ : किसी व्यक्ति को ऐसे परिसर में निरुद्ध करना जहां वेश्यावृत्ति की जाती है : १) कोई व्यक्ति जो १.(किसी अन्य व्यक्ति) को चाहे उसकी सम्मति से या उसके बिना - क) किसी वेश्यागृह में निरुद्ध करेगा, या ख) किसी परिसर… more »
धारा ५ : १.(व्यक्ति) को वेश्यावृत्ति के लिए उपाप्त करना,..
अनैतिक व्यापार (निवारण) अधिनियम १९५६ धारा ५ : १.(व्यक्ति) को वेश्यावृत्ति के लिए उपाप्त करना, उत्प्रेरित करना या ले जाना : १) कोई व्यक्ति जो - क) किसी १.(व्यक्ति) को चाहे उसकी सम्मति से या उसके बिना वेश्यावृत्ति के प्रयोजनों के लिए उपाप्त करेगा या… more »
धारा ४ : वेश्यावृत्ति के उपार्जनों पर जीवन निर्वाह के..
अनैतिक व्यापार (निवारण) अधिनियम १९५६ धारा ४ : वेश्यावृत्ति के उपार्जनों पर जीवन निर्वाह के लिए दण्ड : १) अठारह वष की आयु से अधिक का कोई व्यक्ति जो जानबूझकर १.(किसी अन्य व्यक्ति) की वेश्यावृत्ति के उपार्जनों पर पूर्णत: या भागत: जीवन निर्वाह करेगा, वह… more »
धारा ३ : वेश्यागृह चलाने या परिसरों को वेश्यागृह के रुप में..
अनैतिक व्यापार (निवारण) अधिनियम १९५६ धारा ३ : वेश्यागृह चलाने या परिसरों को वेश्यागृह के रुप में प्रयुक्त करने देने के लिए दण्ड : १) कोई व्यक्ति जो कोई वेश्यागृह चलाता है या उसका प्रबन्धन करता है अथवा उसको चलाने या उसके प्रबन्ध में काम करता है या सहायता… more »
धारा २क : १.( जम्मू-काश्मीर को लागू न होने वाली..
अनैतिक व्यापार (निवारण) अधिनियम १९५६ धारा २क : १.( जम्मू-काश्मीर को लागू न होने वाली अधिनियमितियों की बाबत अर्थान्वयन का नियम : इस अधिनियम में किसी ऐसी विधि के, जो जम्मू-कश्मीर राज्य में प्रवृत्त नहीं है, प्रति किसी निर्देश का उस राज्य के सम्बन्ध में यह… more »