सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८
परिशिष्ट ख :
आदेशिका :
प्ररुप संख्यांक ६ :
मृतक प्रतिवादी के विधिक प्रतिनिधि को समन (आदेश २२ का नियम ४) :
प्रेषिती-
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-------------- वादी ने इस न्यायालय में ता. ------------ को ----------- प्रतिवादी के विरुद्ध वाद संस्थित किया था । प्रतिवादी की अब मृत्यु हो चुकी है और उक्त वादी ने यह अभिकथन करते हुए इस न्यायालय में आवेदन किया है कि आप उक्त ------------ मृतक के विधिक प्रतिनिधि है और यह इच्छा प्रकट की है कि आपको उसके बदले में प्रतिवादी बनाया जाए ।
आपको समन किया जाता है कि आप उक्त वाद में प्रतिरक्षा करने के लिए ता. ----------- को --------- बजे पूर्वान्ह इस न्यायालय में हाजिर हों और यदि आप ऊपर बताई गई तारीख को उपसंजात नहीं होंगे तो वाद की सुनवाई और उसका अवधारण आपकी अनुपस्थिति में किया जाएगा ।
यह आज ता. ----------- को मेरे हस्ताक्षर से और न्यायालय की मुद्रा लगाकर दिया गया ।
न्यायाधीश ।
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