Tag: "सिविल अधिकार संरक्षण अधिनियम १९५५"
धारा १७ : निरसन :
सिविल अधिकार संरक्षण अधिनियम १९५५ धारा १७ : निरसन : अनुसूची में विनिर्दिष्ट अधिनियमितियां, जहां तक कि वे या उनमें अन्तर्विष्ट उपबन्धों में से कोई इस अधिनियम या उसमें अन्तर्विष्ट उपबंधों में से किसी के समान है या उसके विरुद्ध है, एतद्द्वारा निरसित की… more »
धारा १६ख : नियम बनाने की शक्ति :
सिविल अधिकार संरक्षण अधिनियम १९५५ धारा १६ख : नियम बनाने की शक्ति : (१) केन्द्रीय सरकार, राजपत्र में अधिसूचना द्वारा, इस अधिनियम के उपबन्धों का पालन करने के लिए, नियम बना सकेगी। (२) इस अधिनियम के अधीन केन्द्रीय सरकार द्वारा बनाया गया प्रत्येक नियम, बनाए… more »
धारा १६क : अपराधी परिवीक्षा अधिनियम, १९५८ का चौदह..
सिविल अधिकार संरक्षण अधिनियम १९५५ धारा १६क : १.(अपराधी परिवीक्षा अधिनियम, १९५८ का चौदह वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों को लागू न होना : अपराधी परिवीक्षा अधिनियम, १९५८ (१९५८ का २०) के उपबन्ध किसी ऐसे व्यक्ति को लागू नहीं होंगे, जो चौदह वर्ष से अधिक आयु का… more »
धारा १६ : अधिनियम अन्य विधियों का अध्यारोहण करेगा :
सिविल अधिकार संरक्षण अधिनियम १९५५ धारा १६ : अधिनियम अन्य विधियों का अध्यारोहण करेगा : इस अधिनियम में अभिव्यक्त रूप से अन्यथा उपबन्धित के सिवाय, इस अधिनियम के उपबन्ध, किसी तत्समय प्रवृत्त विधि में उनसे असंगत किसी बात के होते हुए भी या किसी रूढी या प्रथा… more »
धारा १५क : १.(अस्पृश्यता का अंत करने से प्रोद्भूत अधिकारों..
सिविल अधिकार संरक्षण अधिनियम १९५५ धारा १५क : १.(अस्पृश्यता का अंत करने से प्रोद्भूत अधिकारों से सम्बन्धित व्यक्तियों द्वारा फायदा उठाना सुनिश्चित करने का राज्य सरकार का कर्तव्य : (१) ऐसे नियमों के अधीन रहते हुए, जो केन्द्रीय सरकार इस निमित्त बनाए, राज्य… more »
धारा १५ : १.(अपराध संज्ञेय और संक्षेपत: विचारणीय होंगे :
सिविल अधिकार संरक्षण अधिनियम १९५५ धारा १५ : १.(अपराध संज्ञेय और संक्षेपत: विचारणीय होंगे : (१) दण्ड प्रक्रिया संहिता, १९७३ (१९७४ का २) में किसी बात के होते हुए भी इस अधिनियम के अधीन दण्डनीय हर अपराध संज्ञेय होगा और ऐसे हर अपराध पर सिवाय उसके जो कम से कम… more »
धारा १४क : १.(सद्भावपूर्वक की गई कार्रवाई के लिए संरक्षण :
सिविल अधिकार संरक्षण अधिनियम १९५५ धारा १४क : १.(सद्भावपूर्वक की गई कार्रवाई के लिए संरक्षण : (१) कोई भी वाद, अभियोजन या अन्य विधिक कार्यवाही किसी भी ऐसी बात के बारे में, जो इस अधिनियम के अधिन सद्भावपूर्वक की गई हो या की जाने के लिए आशयित हो, केन्द्रीय… more »
धारा १४ : कंपनियों द्वारा अपराध :
सिविल अधिकार संरक्षण अधिनियम १९५५ धारा १४ : कंपनियों द्वारा अपराध : (१) यदि इस अधिनियम के अधीन अपराध करने वाला व्यक्ति कम्पनी हो तो हर ऐसा व्यक्ति, जो अपराध किए जाने के समय उस कम्पनी के कारबार के संचालन के लिए उस कम्पनी का भारसाधक और उस कम्पनी के प्रति… more »
धारा १३ : सिविल न्यायालयों की अधिकारिता की परिसीमा :
सिविल अधिकार संरक्षण अधिनियम १९५५ धारा १३ : सिविल न्यायालयों की अधिकारिता की परिसीमा : (१) यदि सिविल न्यायालय के समक्ष के किसी वाद या कार्यवाही में अन्तग्र्रस्त दावा या किसी डिक्री या आदेश का दिया जाना या किसी डिक्री या आदेश का पूर्णत: या भागत: निष्पादन… more »
धारा १२ : कुछ मामलों में न्यायालयों द्वारा उपधारणा :
सिविल अधिकार संरक्षण अधिनियम १९५५ धारा १२ : कुछ मामलों में न्यायालयों द्वारा उपधारणा : जहां कि इस अधिनियम के अधीन अपराध गठित करने वाला कोई कार्य १.(***) अनुसूचित जाति के सदस्य के सम्बन्ध में किया जाए वहां, जब तक कि प्रतिकूल साबित न किया जाए, न्यायालय यह… more »