Category: "आवश्यक वस्तु अधिनियम १९५५"
धारा १६ : निरसन और व्यावृत्तियां :
आवश्यक वस्तु अधिनियम १९५५ धारा १६ : निरसन और व्यावृत्तियां : (१) निम्नलिखित विधियां एतदद्वारा निरसित की जाती हैं:- (क) आवश्यक वस्तु अध्यादेश, १९५५ (१९५५ का १); (ख) इस अधिनियम के प्रारम्भ के ठीक पूर्व किसी राज्य में प्रवृत्त कोई अन्य विधि जहां तक कि ऐसी… more »
धारा १५ : अधिनियम के तीन की गई कार्रवाई के लिए परित्राण :
आवश्यक वस्तु अधिनियम १९५५ धारा १५ : अधिनियम के तीन की गई कार्रवाई के लिए परित्राण : (१) किसी व्यक्ति के खिलाफ कोई वाद, अभियोजन या अन्य विधिक कार्यवाही किसी ऐसी बात के लिए नहीं हो सकेगी जो धारा ३ के अधीन किए गए किसी आदेश के अनुसरण में सद्भावपूर्वक की गई… more »
धारा १४ : कतिपय मामलों में सबूत का भार :
आवश्यक वस्तु अधिनियम १९५५ धारा १४ : कतिपय मामलों में सबूत का भार : जहां कोई व्यक्ति धारा ३ के अधीन किए गए किसी ऐसे आदेश का उल्लंघन करने के लिए अभियोजित किया जाता है जो उसे विधिपूर्ण प्राधिकार के बिना अथवा किसी अनुज्ञा-पत्र, अनुजप्ति या अन्य दस्तावेज के… more »
धारा १३ : आदेशों के बारे में उपधारणा :
आवश्यक वस्तु अधिनियम १९५५ धारा १३ : आदेशों के बारे में उपधारणा : जहां कोई आदेश इस धारा के द्वारा या अधीन प्रदत्त किसी शक्ति के प्रयोग में किसी प्राधिकारी द्वारा किया गया और हस्ताक्षरित हुआ तात्पर्यित है वहां न्यायालय यह उपधारित करेगा कि ऐसा आदेश भारतीय… more »
धारा १२ख : सिविल न्यायालय द्वारा व्यादेशों आदि..
आवश्यक वस्तु अधिनियम १९५५ धारा १२ख : १.(सिविल न्यायालय द्वारा व्यादेशों आदि का दिया जाना : इस अधिनियम के अधीन या तद्धीन बनाए गए किसी आदेश के अधीन केन्द्रीय सरकार या किसी राज्य सरकार या किसी लोक अधिकारी द्वारा अपनी पदीय हैसियत से किए गए या किए गए… more »
धारा १२क : १.(संक्षेपत: विचारण की शक्ति :
आवश्यक वस्तु अधिनियम १९५५ धारा १२क : १.(संक्षेपत: विचारण की शक्ति : (१) यदि केन्द्रीय सरकार की राय हो कि ऐसी परिस्थिति पैदा हो गई है जिसमें २.(किसी आवश्यक वस्तु के जो उपधारा (२) के खण्ड (क) में निर्दिष्ट आवश्यक वस्तु नहीं है,) उत्पादन, प्रदाय या वितरण… more »
धारा १२ : जुमनि के बारे में विशेष उपबन्ध :
आवश्यक वस्तु अधिनियम १९५५ धारा १२ : जुमनि के बारे में विशेष उपबन्ध : दण्ड प्रक्रिया संहिता, १९७३ (१९७४ का २) की धारा २९ में किसी बात के होते हुए भी, धारा ३ के अधीन किए गए आदेश के उल्लंघन के लिए सिद्धदोष किसी व्यक्ति के बारे में पांच हजार रुपए से अधिक… more »
धारा ११ : अपराधों का संज्ञान :
आवश्यक वस्तु अधिनियम १९५५ धारा ११ : अपराधों का संज्ञान : कोई न्यायालय इस अधिनियम के अधीन दण्डनीय किसी अपराध का संज्ञान उस दशा के सिवाय नहीं करेगा जिसमें कि ऐसे अपराध को गठित करने वाले तथ्यों की लिखित रिपोर्ट ऐसे व्यक्ति द्वारा की गई हो जो भारतीय दण्ड… more »
धारा १०ग : आपराधिक मनःस्थिति की उपधारणा :
आवश्यक वस्तु अधिनियम १९५५ धारा १०ग : आपराधिक मनःस्थिति की उपधारणा : (१) इस अधिनियम के अधीन किसी ऐसे अपराध के अभियोजन में जिसमें अभियुक्त की आपराधिक मनःस्थिति होनी अपेक्षित है न्यायालय ऐसी मनःस्थिति विद्यमान होने की उपधारणा करेगा, किन्तु अभियुक्त के लिए… more »
धारा १०ख : १.(न्यायालय को अधिनियम के अधीन सिद्धदोष..
आवश्यक वस्तु अधिनियम १९५५ धारा १०ख : १.(न्यायालय को अधिनियम के अधीन सिद्धदोष कंपनियों के नाम, कारबार के स्थान आदि प्रकाशित करने की शक्ती : (१) जब कोई कम्पनी इस अधिनियम के अधीन सिद्धदोष ठहराई जाती है तब उस कम्पनी को सिद्धदोष ठहराने वाला न्यायालय इस बात… more »