Category: "भारतीय दंड संहिता १८६० हिंदी"
धारा ३७६ घख : १२ वर्ष से कम आयु की स्त्री के साथ सामुहिक..
भारतीय दंड संहिता १८६० हिंदी : धारा ३७६ घख: १.(१२ वर्ष से कम आयु की स्त्री के साथ सामुहिक बलात्संग के लिए दण्ड : २.(अपराध का वर्गीकरण : अपराध : १२ वर्ष से कम आयु की स्त्री के साथ सामुहिक बलात्संग. दण्ड : कठोर कारावास, किन्तु जो आजीवन कारावास , जिससे उस… more »
धारा ३७६-घक : १६ वर्ष से...सामुहिक बलात्संग के लिए दण्ड :
भारतीय दंड संहिता १८६० हिंदी : धारा ३७६ घक: १.(१६ वर्ष से कम आयु की स्त्री के साथ सामुहिक बलात्संग के लिए दण्ड : २.(अपराध का वर्गीकरण : अपराध : १६ वर्ष से कम आयु की स्त्री के साथ सामुहिक बलात्संग. दण्ड : कठोर कारावास, किन्तु जो आजीवन कारावास , जिससे उस… more »
धारा ३७६-कख : १२ वर्ष से कम आयु की स्त्री के साथ बलात्संग..
भारतीय दंड संहिता १८६० हिंदी : अध्याय १६ : धारा ३७६ कख : १.(१२ वर्ष से कम आयु की स्त्री के साथ बलात्संग के लिए दण्ड : २.(अपराध का वर्गीकरण : अपराध : १२ वर्ष से कम आयु की स्त्री के साथ बलात्संग. दण्ड : कम से कम बीस वर्ष के लिए कठोर कारावास, किन्तु जो… more »
धारा ५११ : आजीवन कारावास या अन्य कारावास से दण्डनीय ...
भारतीय दंड संहिता १८६० हिंदी : अध्याय २३ : अपराधों को करने के प्रयत्नों के विषय में : धारा ५११ : आजीवन कारावास या अन्य कारावास से दण्डनीय अपराधों को करने के प्रयत्न करने के लिए दण्ड : अपराध का वर्गीकरण : अपराध : आजीवन कारावास या कारावास से दंडनीय… more »
धारा ५१० : मत्त (शराब पिया व्यक्ती) व्यक्तीयों द्वारा लोक...
भारतीय दंड संहिता १८६० हिंदी : धारा ५१० : मत्त (शराब पिया व्यक्ती) व्यक्तीयों द्वारा लोक स्थान में अवचार : अपराध का वर्गीकरण : अपराध : मत्तता की हालत में लोक स्थान, आदि में प्रवेश करना और किसी व्यक्ति को क्षोभ कारित करना । दण्ड :चौबीस घण्टे के लिए सादा… more »
धारा ५०९ : शब्द, अंग विक्षेप या कार्य जो किसी स्त्री की...
भारतीय दंड संहिता १८६० हिंदी : धारा ५०९ : शब्द, अंग विक्षेप या कार्य जो किसी स्त्री की लज्जा का अनादर करने के लिए आशयित हैं : अपराध का वर्गीकरण : अपराध : स्त्री की लज्जा का अनादर करने के आशय से कोई शब्द कहना या कोई अंगविक्षेप करना, आदि । दण्ड :तीन वर्ष… more »
धारा ५०८ : किसी व्यक्ती को यह विश्वास करने के लिए ..
भारतीय दंड संहिता १८६० हिंदी : धारा ५०८ : किसी व्यक्ती को यह विश्वास करने के लिए उत्प्रेरित करके कि वह दैवी अप्रसाद का भाजन होगा, कराया गया कार्य : अपराध का वर्गीकरण : अपराध : व्यक्ति को यह विश्वास करने के लिए उत्प्रेरित करके कि वह दैवी अप्रसाद का भाजन… more »
धारा ५०७ : अनाम (अज्ञात) आपराधिक अभित्रास (धमकी / डराना) :
भारतीय दंड संहिता १८६० हिंदी : धारा ५०७ : अनाम (अज्ञात) आपराधिक अभित्रास (धमकी / डराना) : अपराध का वर्गीकरण : अपराध : अनाम संसूचना द्वारा अथवा वह धमकी कहां से आती है उसके छिपाने की पूर्वावधानी करके किया गया आपराधिक अभित्रास । दण्ड :धारा ५०६ के अधीन दण्ड… more »
धारा ५०६ : आपराधिक अभित्रास (धमकी / डराना) के लिए दण्ड :
भारतीय दंड संहिता १८६० हिंदी : धारा ५०६ : आपराधिक अभित्रास (धमकी / डराना) के लिए दण्ड : अपराध का वर्गीकरण : अपराध : आपराधिक अभित्रास । दण्ड :दो वर्ष के लिए कारावास, या जुर्माना, या दोनों । संज्ञेय या असंज्ञेय :असंज्ञेय ( राज्य संशोधन, मध्यप्रदेश और… more »
धारा ५०५ : लोक रिष्टिकारक वक्तव्य : १) जो कोई..
भारतीय दंड संहिता १८६० हिंदी : धारा ५०५ : १.(लोक रिष्टिकारक वक्तव्य : अपराध का वर्गीकरण : अपराध : मिथ्या कथन, जनश्रुति, आदि को इस आशय से परिचालित करना कि विद्रोह हो अथवा लोक-शान्ति के विरुद्ध अपराध हो । दण्ड :तीन वर्ष के लिए कारावास, या जुर्माना, या… more »