Categories: "Indian Laws in Hindi"
अनुच्छेद ३४२क : १.(सामाजिक और शैक्षिक दृष्टि से पिछडे..
भारत का संविधान : अनुच्छेद ३४२क : १.(सामाजिक और शैक्षिक दृष्टि से पिछडे वर्ग : १) राष्ट्रपति, किसी राज्य या संघ राज्यक्षेत्र के संबंध में और जहां वह राज्य है, वहां उसके राज्यपाल से परामर्श करने के पश्चात् लोक अधिसूचना द्वारा, २.(केन्द्रीय सूची में… more »
अनुच्छेद ३३८ख : १.(पिछडे वर्गों के लिए राष्ट्रीय आयोग :
भारत का संविधान : अनुच्छेद ३३८ख : १.(पिछडे वर्गों के लिए राष्ट्रीय आयोग : १) सामाजिक और शैक्षिक दृष्टि से पिछडे वर्गों के लिए एक आयोग होगा जो राष्ट्रीय पिछडा वर्ग आयोग के नाम से ज्ञात होगा । २) संसद् द्वारा इस निमित्त बनाई गई किसी विधि के उपबंधों के… more »
अनुच्छेद २७९क : १.(माल और सेवा कर परिषद :
भारत का संविधान : अनुच्छेद २७९क : १.(माल और सेवा कर परिषद : १) राष्ट्रपति, संविधान (एक सौ एकवां संशोधन) अधिनियम २०१६ के प्रारंभ की तारीख से साठ दिन के भीतर, आदेश द्वारा, माल और सेवा कर परिषद के नाम से ज्ञात एक परिषद का गठन करेगा । २) माल और सेवा कर… more »
अनुच्छेद २६९क : १.(अन्तरराज्यिक व्यापार या वाणिज्य के...
भारत का संविधान : अनुच्छेद २६९क : १.(अन्तरराज्यिक व्यापार या वाणिज्य के अनुक्रम में माल और सेवा कर का उद्ग्रहण और संग्रहण : १) अन्तरराज्यिक व्यापार या वाणिज्य के अनुक्रम में प्रदाय पर माल और सेवा कर भारत सरकार द्वारा उद्ग्रहीत और संगृहीत किया जाएगा तथा… more »
धारा २१७क : १(मोटर यान अधिनियम, १९३९ के अधीन अनुदत्त..
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा २१७क : १(मोटर यान अधिनियम, १९३९ के अधीन अनुदत्त परमिट, चालक अनुज्ञप्ति और रजिस्ट्रीकरण का नवीकरण : धारा २१७ की उपधारा (१) द्वारा उस धारा में निर्दिष्ट अधिनियमितियों के निरसन के होते हुए भी, उक्त अधिनियमितियों के अधीन जारी किए… more »
धारा २१७ : निरसन और व्यावृत्तियां :
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा २१७ : निरसन और व्यावृत्तियां : १)मोटर यान अधिनियम, १९३९ (१९३९ का ४) और किसी राज्य में इस अधिनियम के प्रारंभ के ठीक पूर्व प्रवृत्त, इस अधिनियम की तत्स्थानी कोई विधि (जिन्हें इसके पश्चात् इस धारा में निरसित अधिनिमितियां कहा गया… more »
धारा २१६ : कठिनाइयों को दूर करने की शक्ति :
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा २१६ : कठिनाइयों को दूर करने की शक्ति : १)यदि इस अधिनियम के उपबंधों को प्रभावी करने में कोई कठिनाई उत्पन्न होती है तो केंद्रीय सरकार, राजपत्र में प्रकाशित आदेश द्वारा, इस अधिनियम के उपबंधों से सुसंगत ऐसे उपबंध कर सकेगी जो उसे… more »
धारा २१५ : सडक सुरक्षा परिषदें और समितियां :
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा २१५ : सडक सुरक्षा परिषदें और समितियां : १)केंद्रीय सरकार, राजपत्र में अधिसूचना द्वारा, देश के लिए एक राष्ट्रीय सडक सुरक्षा परिषद् गठित कर सकेगी जिसमें एक अध्यक्ष और उतने अन्य सदस्य होंगे जितने वह सरकार आवश्यक समझती है और वे… more »
धारा २१४ : आरंभिक प्राधिकारी द्वारा पारित आदेशों पर..
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा २१४ : आरंभिक प्राधिकारी द्वारा पारित आदेशों पर अपील और पुनरीक्षण का प्रभाव : १)जहां इस अधिनियम के अधीन आरंभिक प्राधिकारी द्वारा पारित किसी आदेश के विरूध्द अपील की गई है या पुनरीक्षण का आवेदन किया गया है, वहां ऐसी अपील या… more »
धारा २१३ : मोटर यान अधिकारियों की नियुक्ति :
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा २१३ : मोटर यान अधिकारियों की नियुक्ति : १) राज्य सरकार, इस अधिनियम, के उपबंधों को प्रभावी करने के प्रयोजन के लिए एक मोटर यान विभाग स्थापित कर सकेगी तथा ऐसे व्यक्तियों को उसके अधिकारी नियुक्त कर सकेगी जिन्हें वह ठीक समझे ।… more »