Category: "दण्ड प्रक्रिया संहिता १९७३"
धारा ४८४ : निरसन और व्यावृत्तियाँ :
दण्ड प्रक्रिया संहिता १९७३ अध्याय ३७ : प्रकीर्ण : धारा ४८४ : निरसन और व्यावृत्तियाँ : १)दण्ड प्रक्रिया संहिता, १८९८ (१८९८ का ५) इसके द्वारा निरसित की जाती है । २)ऐसे निरसन के होते हुए भी यह है कि-- क)यदि उस तारीख के जिसको यह संहिता प्रवृत्त हो, ठीक… more »
धारा ४८३ : न्यायिक मजिस्ट्रेटो के न्यायालयों पर अधीक्षण का ..
दण्ड प्रक्रिया संहिता १९७३ अध्याय ३७ : प्रकीर्ण : धारा ४८३ : न्यायिक मजिस्ट्रेटो के न्यायालयों पर अधीक्षण का निरंतर प्रयोग करने का उच्च न्यायालय का कर्तव्य : प्रत्येक उच्च न्यायालय अपने अधीनस्थ न्यायिक मजिस्ट्रेटों के न्यायालयों पर अपने अधीक्षण का… more »
धारा ४८२ : उच्च न्यायालय की अन्तर्निहित शक्तियों की व्यावृत्ति :
दण्ड प्रक्रिया संहिता १९७३ अध्याय ३७ : प्रकीर्ण : धारा ४८२ : उच्च न्यायालय की अन्तर्निहित शक्तियों की व्यावृत्ति : इस संहिता की कोई बात उच्च न्यायालय की ऐसे आदेश देने की अन्तर्निहित शक्ति को सीमित या प्रभावित करने वाली न समझी जाएगी जैसे इस संहिता के… more »
धारा ४८१ : विक्रय से संबद्ध लोक-सेवक का सम्पत्ति का क्रय न ..
दण्ड प्रक्रिया संहिता १९७३ अध्याय ३७ : प्रकीर्ण : धारा ४८१ : विक्रय से संबद्ध लोक-सेवक का सम्पत्ति का क्रय न करना और उसके लिए बोली न लगाना : कोई लोक-सेवक, जिसे इस संहिता के अधीन संपत्ति के विक्रय के बारे में किसी कर्तव्य का पालन करना है, उस संपत्ति का न… more »
धारा ४८० : विधि-व्यवसाय करने वाले प्लीडर का कुछ न्यायालयों में मजिस्ट्रेट...
दण्ड प्रक्रिया संहिता १९७३ अध्याय ३७ : प्रकीर्ण : धारा ४८० : विधि-व्यवसाय करने वाले प्लीडर का कुछ न्यायालयों में मजिस्ट्रेट के तौर प न बैठना : कोई प्लीडर, जो किसी मजिस्ट्रेट के न्यायालय में विधि-व्यवसाय करता है, उस न्यायालय में या उस न्यायालय की स्थानीय… more »
धारा ४७९ : वह मामला जिसमें न्यायाधीश या मजिस्ट्रेट वैयक्तिक ...
दण्ड प्रक्रिया संहिता १९७३ अध्याय ३७ : प्रकीर्ण : धारा ४७९ : वह मामला जिसमें न्यायाधीश या मजिस्ट्रेट वैयक्तिक रुप से हितबद्ध है : कोई न्यायाधीश या मजिस्ट्रेट किसी ऐसे मामले का, जिसमें वह पक्षकार है, या वैयक्तिक रुप से हितबद्ध है, उस न्यायालय की अनुज्ञा… more »
धारा ४७८ : कुछ दशाओं में कार्यपालक मजिस्ट्रेटों को सौंपे गए कृत्यों को ...
दण्ड प्रक्रिया संहिता १९७३ अध्याय ३७ : प्रकीर्ण : धारा ४७८ : कुछ दशाओं में कार्यपालक मजिस्ट्रेटों को सौंपे गए कृत्यों को परिवर्तित करने की शक्ति : यदि किसी राज्य का विधान-मण्डल संकल्प द्वारा ऐसी अनुज्ञा देता है तो राज्य सरकार, उच्च न्यायालय से परामर्श… more »
धारा ४७७ : उच्च न्यायालय की नियम बनाने की शक्ति :
दण्ड प्रक्रिया संहिता १९७३ अध्याय ३७ : प्रकीर्ण : धारा ४७७ : उच्च न्यायालय की नियम बनाने की शक्ति : १)प्रत्येक उच्च न्यायालय राज्य सरकार की पूर्व मंजूरी से निम्नलिखित के बारे में नियम बना सकेगा - क)वे व्यक्ति जो उसके अधीनस्थ दण्ड न्यायालयों में अर्जी… more »
धारा ४७६ : प्ररुप : संविधान के अनुच्छेद ..
दण्ड प्रक्रिया संहिता १९७३ अध्याय ३७ : प्रकीर्ण : धारा ४७६ : प्ररुप : संविधान के अनुच्छेद २२७ द्वारा प्रदत्त शक्तियों के अधीन रहते हुए, द्वितीय अनुसूची में दिए गए प्ररुप ऐसे परिवर्तनों सहित, जैसे प्रत्येक मामले की परिस्थितियों से अपेक्षित हों, उसमें… more »
धारा ४७५ : सेना न्यायालय द्वारा विचारणीय व्यकियों का कमान ...
दण्ड प्रक्रिया संहिता १९७३ अध्याय ३७ : प्रकीर्ण : धारा ४७५ : सेना न्यायालय द्वारा विचारणीय व्यकियों का कमान अफसरों को सौंपा जाना : १)केन्द्रीय सरकार इस संहिता से और सेना अधिनियम, १९५० (१९५० का ४६), नौसेना अधिनियम, १९५७ (१९५७ का ६२) और वायुसेना अधिनियम,… more »