Category: "मोटर यान अधिनियम १९८८"
धारा २१७क : १(मोटर यान अधिनियम, १९३९ के अधीन अनुदत्त..
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा २१७क : १(मोटर यान अधिनियम, १९३९ के अधीन अनुदत्त परमिट, चालक अनुज्ञप्ति और रजिस्ट्रीकरण का नवीकरण : धारा २१७ की उपधारा (१) द्वारा उस धारा में निर्दिष्ट अधिनियमितियों के निरसन के होते हुए भी, उक्त अधिनियमितियों के अधीन जारी किए… more »
धारा २१७ : निरसन और व्यावृत्तियां :
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा २१७ : निरसन और व्यावृत्तियां : १)मोटर यान अधिनियम, १९३९ (१९३९ का ४) और किसी राज्य में इस अधिनियम के प्रारंभ के ठीक पूर्व प्रवृत्त, इस अधिनियम की तत्स्थानी कोई विधि (जिन्हें इसके पश्चात् इस धारा में निरसित अधिनिमितियां कहा गया… more »
धारा २१६ : कठिनाइयों को दूर करने की शक्ति :
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा २१६ : कठिनाइयों को दूर करने की शक्ति : १)यदि इस अधिनियम के उपबंधों को प्रभावी करने में कोई कठिनाई उत्पन्न होती है तो केंद्रीय सरकार, राजपत्र में प्रकाशित आदेश द्वारा, इस अधिनियम के उपबंधों से सुसंगत ऐसे उपबंध कर सकेगी जो उसे… more »
धारा २१५ : सडक सुरक्षा परिषदें और समितियां :
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा २१५ : सडक सुरक्षा परिषदें और समितियां : १)केंद्रीय सरकार, राजपत्र में अधिसूचना द्वारा, देश के लिए एक राष्ट्रीय सडक सुरक्षा परिषद् गठित कर सकेगी जिसमें एक अध्यक्ष और उतने अन्य सदस्य होंगे जितने वह सरकार आवश्यक समझती है और वे… more »
धारा २१४ : आरंभिक प्राधिकारी द्वारा पारित आदेशों पर..
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा २१४ : आरंभिक प्राधिकारी द्वारा पारित आदेशों पर अपील और पुनरीक्षण का प्रभाव : १)जहां इस अधिनियम के अधीन आरंभिक प्राधिकारी द्वारा पारित किसी आदेश के विरूध्द अपील की गई है या पुनरीक्षण का आवेदन किया गया है, वहां ऐसी अपील या… more »
धारा २१३ : मोटर यान अधिकारियों की नियुक्ति :
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा २१३ : मोटर यान अधिकारियों की नियुक्ति : १) राज्य सरकार, इस अधिनियम, के उपबंधों को प्रभावी करने के प्रयोजन के लिए एक मोटर यान विभाग स्थापित कर सकेगी तथा ऐसे व्यक्तियों को उसके अधिकारी नियुक्त कर सकेगी जिन्हें वह ठीक समझे ।… more »
धारा २१२ : नियमों और अधिसूचनाओं का प्रकाशन, प्रारंभ और..
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा २१२ : नियमों और अधिसूचनाओं का प्रकाशन, प्रारंभ और रखश जाना : १) इस अधिनियम के अधीन नियम बनाने की शक्ति इस शर्त के अधीन है कि नियम पूर्व प्रकाशन के पश्चात् बनाए जाएंगे । २)इस अधिनियम के अधीन बनाए गए सभी नियम राजपत्र में… more »
धारा २११ : फीस उद्गृहीत करने की शक्ति :
मोटर यान अधिनियम १९८८ अध्याय १४ : प्रकीर्ण : धारा २११ : फीस उद्गृहीत करने की शक्ति : ऐसे किसी नियम में, जिसे केंद्रीय सरकार या राज्य सरकार इस अधिनियम के अधीन बनाने के लिए सशक्त है, आवेदनों, दस्तावेजों के संशोधन, प्रमाणपत्र, अनुज्ञप्ति, परमिट दिए जाने,… more »
धारा २१० : दोषसिध्दि संबंधी सूचना का न्यायालयों द्वारा..
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा २१० : दोषसिध्दि संबंधी सूचना का न्यायालयों द्वारा भेजा जाना : प्रत्येक न्यायालय, जिसके द्वारा कोई ऐसा व्यक्ति, जो चालन-अनुज्ञप्ति धारण किए हुए है, इस अधिनियम के अधीन किसी अपराध के लिए या ऐसे किसी अपराध के लिए, जिसके किए जाने… more »
धारा २०९ : दोषसिध्दि पर निर्बंधन :
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा २०९ : दोषसिध्दि पर निर्बंधन : धारा १८३ या धारा १८४ के अधीन दण्डनीय अपराध के लिए अभियोजित कोई भी व्यक्ति तभी दोषसिध्द किया जाएगा जब - क)अपराध किए जाने के समय उसे यह चेतावनी दे दी गई थी कि उसका अभियोजन करने के प्रश्न पर विचार… more »