Category: "विदेशी अभिदाय (विनियमन) अधिनियम २०१०"
धारा ५४ : निरसन और व्यावृत्ति :
विदेशी अभिदाय (विनियमन) अधिनियम २०१० धारा ५४ : निरसन और व्यावृत्ति : १)विदेशी अभिदाय (विनियमन)अधिनियम, १९७६ (१९७६ का ४९ ) (जिसे इसमें इसके पश्चात् निरसित अधिनियम कहा गया है ) इसके द्वारा निरसित किया जाता है । २)ऐसे निरसन के होते हुए भी, - क)निरसित… more »
धारा ५३ : कठिनाइयों को दूर करने की शक्ति :
विदेशी अभिदाय (विनियमन) अधिनियम २०१० धारा ५३ : कठिनाइयों को दूर करने की शक्ति : १)यदि इस अधिनियम के उपबंधों को प्रभावी करने में कोई कठिनाई उत्पन्न होती है तो केन्द्रीय सरकार, राजपत्र में प्रकाशित आदेश द्वारा, ऐसे उपबंध कर सकेगी, जो इस अधिनियम के उपबंधों… more »
धारा ५२ : अन्य विधियों के लागू होने का वर्जित न होना :
विदेशी अभिदाय (विनियमन) अधिनियम २०१० धारा ५२ : अन्य विधियों के लागू होने का वर्जित न होना : इस अधिनियम के उपबंध तत्समय प्रवृत्त किसी अन्य विधि के उपबंधों के अतिरिक्त होंगे, न कि उनके अल्पीकरण में । INSTALL Android APP * नोट (सूचना) : इस वेबसाइट पर… more »
धारा ५१ : अधिनियम का कतिपय सरकारी संव्यवहारों को लागू..
विदेशी अभिदाय (विनियमन) अधिनियम २०१० धारा ५१ : अधिनियम का कतिपय सरकारी संव्यवहारों को लागू न होना : इस अधिनियम की कोई बात, भारत सरकार और किसी विदेशी या विदेशी राज्यक्षेत्र की सरकार के बीच हुए किसी संव्यवहार को लागू नहीं होगी । INSTALL Android APP * नोट… more »
धारा ५० : कतिपय मामलों में छूट देने की शक्ति :
विदेशी अभिदाय (विनियमन) अधिनियम २०१० धारा ५० : कतिपय मामलों में छूट देने की शक्ति : यदि केन्द्रीय सरकार की यह राय हो कि लोकहित में ऐसा करना आवश्यक या समीचीन है तो वह किसी व्यक्ति या किसी संगम या संगठन (जो राजनीतिक दल नहीं है ), या किसी व्यष्टि को (जो… more »
धारा ४९ : आदेशों और नियमों का संसंद् के समक्ष रखा जाना :
विदेशी अभिदाय (विनियमन) अधिनियम २०१० धारा ४९ : आदेशों और नियमों का संसंद् के समक्ष रखा जाना : धारा ५ के अधीन किया गया प्रत्येक आदेश और इस अधिनियम के अधीन केन्द्रीय सरकार द्वारा बनाया गया प्रत्येक नियम, बनाए जाने के पश्चात्, यथाशीघ्र, संसंद् के प्रत्येक… more »
धारा ४८ : नियम बनाने की शक्ति :
विदेशी अभिदाय (विनियमन) अधिनियम २०१० धारा ४८ : नियम बनाने की शक्ति : १)केन्द्रीय सरकार इस अधिनियम के उपबंधों को कार्यान्वित करने के लिए नियम, राजपत्र में अधिसूचना द्वारा, बना सकेगी । २)विशिष्टतया और पूर्वगामी शक्ति की व्यापकता पर प्रतिकूल प्रभाव डाले… more »
धारा ४७ : शक्तियों का प्रत्योयोजन :
विदेशी अभिदाय (विनियमन) अधिनियम २०१० धारा ४७ : शक्तियों का प्रत्योयोजन : केन्द्रीय सरकार अधिसूचना द्वारा यह निदेश दे सकेगी कि इस अधिनियम के अधीन उसकी शक्तियों और कृत्यों का, धारा ४८ का अधीन नियम बनाने की शक्ति के सिवाय, ऐसी शर्तों और परिसीमाओं के अधीन… more »
धारा ४६ : निदेश देने की केन्द्रीय सरकार की शक्ति :
विदेशी अभिदाय (विनियमन) अधिनियम २०१० धारा ४६ : निदेश देने की केन्द्रीय सरकार की शक्ति : केन्द्रीय सरकार इस अधिनियम के उपबंधों को कार्यान्वित करने के संबंध में किसी अन्य प्राधिकारी या किसी व्यक्ति या व्यक्तियों के वर्ग को ऐसे निदेश दे सकेगी, जो वह आवश्यक… more »
धारा ४५ : सभ्दावपूर्वक की गई कार्रवाई के लिए संरक्षण :
विदेशी अभिदाय (विनियमन) अधिनियम २०१० धारा ४५ : सभ्दावपूर्वक की गई कार्रवाई के लिए संरक्षण : इस अधिनियम या इसके अधीन बनाए गए किसी नियम या किए गए किसी आदेश के उपबंधों के अनुसरण में सभ्दावपूर्वक की गई या की जाने के लिए आशयित किसी बात से हुई या हो सकने वाली… more »