Category: "स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५"
धारा ८३ : कठिनाइयों को दूर करने की शक्ति :
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ८३ : कठिनाइयों को दूर करने की शक्ति : १) यदि इस अधिनियम के उपबंधों को कार्यान्वित करने में कोई कठिनार्स उत्पन्न होती है तो केन्द्रीय सरकार, राजपत्र में प्रकाशित आदेश द्वारा, ऐसे उपबन्ध कर सकेगी जो इस… more »
धारा ८२ : निरसन और व्यावृत्ति : १) अफीम अधिनियम, १८५७..
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ८२ : निरसन और व्यावृत्ति : १) अफीम अधिनियम, १८५७ (१८५७ का १३), अफीम अधिनियम, १८७८ (१८७८ का १) और अनिष्टकर मादक द्रव्य अधिनियम, १९३० (१९३० का २) इसके द्वारा निरसित किए जाते है । २) ऐसे निरसन के होते हुए… more »
धारा ८१ : राज्य और विशेष विधियों की व्यावृत्ति :
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ८१ : राज्य और विशेष विधियों की व्यावृत्ति : इस अधिनियम या इसके अधीन बनाए गए नियमों की कोई बात तत्समय प्रवृत्त किसी ऐसे प्रान्तीय अधिनियम की या किसी राज्य विधान-मंडल के ऐसे अधिनियम की अथवा उसके अधीन बनाए… more »
धारा ८० : ओषधि और प्रसाधन सामग्री अधिनियम, १९४० के लागू..
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ८० : ओषधि और प्रसाधन सामग्री अधिनियम, १९४० के लागू होने का वर्जित न होना : इस अधिनियम या इसके अधीन बनाए गए नियमों के उपबंध ओषधि और प्रसाधन सामग्री अधिनियम, १९४० (१९४० का २३) या उसके अधीन बनाए गए नियमों… more »
धारा ७९ : सीमाशुल्क अधिनियम, १९६२ का लागू होना :
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ७९ : सीमाशुल्क अधिनियम, १९६२ का लागू होना : स्वापक ओषधियों और मन:प्रभावी पदार्थों के भारत में आयात, भारत से निर्यात और यानान्तरणों पर इस अधिनियम द्वारा या उसके अधीन अधिरोपित सभी प्रतिषेध और निर्बन्धन… more »
धारा ७८ : नियम बनाने की राज्य सरकार की शक्ति :
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ७८ : नियम बनाने की राज्य सरकार की शक्ति : १) राज्य सरकार, इस अधिनियम के प्रयोजनों को कार्यान्वित करने के लिए नियम राजपत्र में अधिसूचना द्वारा, बना सकेगी । २) पूर्वगामी शक्ति की व्यापकता पर प्रतिकूल… more »
धारा ७७ : नियमों और अधिसूचनोओं को संसद् के समक्ष रखा..
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ७७ : नियमों और अधिसूचनोओं को संसद् के समक्ष रखा जाना : १.(केन्द्रीय सरकार द्वार इस अधिनियम के अधीन बनाया गया प्रत्येक नियम और धारा २ के खंड (सात-क), खंड (ग्यारह), खंड (तेरह-क), धारा ३, धारा ७-क, धारा… more »
धारा ७६ : नियम बनाने की केन्द्रीय सरकार की शक्ति :
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ७६ : नियम बनाने की केन्द्रीय सरकार की शक्ति : १) इस अधिनियम के अन्य उपबंन्धों के अधीन रहते हुए केन्द्रीय सरकार, इस अधिनियम के प्रयोजनों को कार्यान्वित करने के लिए नियम राजपत्र में अधिसूचना द्वारा बना… more »
धारा ७५ : प्रत्यायोजन की शक्ति : १) केन्द्रीय सरकार..
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ७५ : प्रत्यायोजन की शक्ति : १) केन्द्रीय सरकार, राजपत्र में अधिसूचना द्वारा, ऐसी शर्तों और परिसीमाओं के अधीन रहते हुए, जो अधिसूचना में विनिर्दिष्ट की जाएं, इस अधिनियम के अधीन अपनी ऐसी शक्तियां और… more »
धारा ७४-क : केन्द्रीय सरकार की निदेश देने की शक्ति :
स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम १९८५ धारा ७४-क : १.( केन्द्रीय सरकार की निदेश देने की शक्ति : केन्द्रीय सरकार इस अधिनियम के उपबंधों का निष्पादन करने के सम्बन्ध में राज्य सरकार को ऐसे निदेश दे सकेगी जो वह आवश्यक समझे, और राज्य सरकार ऐसे निदेशों… more »