धारा २२ : कुछ दशाओं में सम्पत्ति अर्जित करने का ..अधिकार :
हिन्दू उत्तराधिकार अधिनियम १९५६ धारा २२ : कुछ दशाओं में सम्पत्ति अर्जित करने का अधिमानी अधिकार : (१) जहां कि इस अधिनियम के प्रारम्भ के पश्चात निर्वसीयत की किसी स्थावर सम्पत्ति में या उसके द्वारा चाहे स्वयं या दूसरों के साथ किए जाने वाले किसी कारबार में… more »
धारा २१ : सम-सामयिक मृत्युओं के विषय में उपधारणा :
हिन्दू उत्तराधिकार अधिनियम १९५६ धारा २१ : सम-सामयिक मृत्युओं के विषय में उपधारणा : जहां कि दो व्यक्ति ऐसी परिस्थितियों में मरे हों जिनमें यह अभिनिश्चित हो कि उनमें से कोई दूसरे का उत्तरजीवी रहा या नहीं और रहा तो कौन सा, वहां जब तक प्रतिकूल साबित न किया… more »
धारा २० : गर्भ स्थित अपत्य का अधिकार :
हिन्दू उत्तराधिकार अधिनियम १९५६ धारा २० : गर्भ स्थित अपत्य का अधिकार : जो अपत्य निर्वसीयत की मृत्यु के समय गर्भ में स्थित था और जो तत्पश्चात जीवित पैदा हुआ हो उसके निर्वसीयत की विरासत के विषय में वही अधिकार होंगे जो उसके होते यदि वह निर्वसीयत की मृत्यु… more »
धारा १९ : दो या अधिक वारिसों के उत्तराधिकार का ढंग :
हिन्दू उत्तराधिकार अधिनियम १९५६ धारा १९ : दो या अधिक वारिसों के उत्तराधिकार का ढंग : यदि दो या अधिक वारिस निवर्ससीयत की सम्पत्ति के एक साथ उत्तराधिकारी होते हैं तो वे सम्पत्ति को निम्नलिखित प्रकार से पाएंगे - (क) इस अधिनियम में अभिव्यक्त तौर पर अन्यथा… more »
धारा १८ : पूर्णरक्त को अर्धरक्त पर अधिमान प्राप्त है :
हिन्दू उत्तराधिकार अधिनियम १९५६ उत्तराधिकार से संबंधित साधारण उपबंध : धारा १८ : पूर्णरक्त को अर्धरक्त पर अधिमान प्राप्त है : निर्वसीयत से पूर्णरक्त सम्बन्ध रखने वाले वारिसों को अर्धरक्त सम्बन्ध रखने वाले वारिसों पर अधिमान प्राप्त होगा यदि उस सम्बन्ध की… more »
धारा १७ : मरुमक्कत्तायम और अलियसन्तान विधियों ..
हिन्दू उत्तराधिकार अधिनियम १९५६ धारा १७ : मरुमक्कत्तायम और अलियसन्तान विधियों द्वारा शासित व्यक्तियों के विषय में विशेष उपबन्ध : धाराओं ८, १०, १५ और २३ के उपबन्ध उन व्यक्तियों के सम्बन्ध में जो यदि यह अधिनियम पारित न किया गया होता तो मरुमक्कत्तायम विधि… more »
धारा १६ : हिन्दू नारी के वारिसों में उत्तराधिकार .. वितरण की रीति :
हिन्दू उत्तराधिकार अधिनियम १९५६ धारा १६ : हिन्दू नारी के वारिसों में उत्तराधिकार का क्रम और वितरण की रीति : धारा १५ में निर्दिष्ट वारिसों में उत्तराधिकार का क्रम और उन वारिसों में निर्वसीयत की संपत्ति का वितरण निम्नलिखित नियमों के अनुसार होगा, अर्थात :-… more »
धारा १५ : हिन्दू नारी की दशा में उत्तराधिकार के साधारण नियम :
हिन्दू उत्तराधिकार अधिनियम १९५६ धारा १५ : हिन्दू नारी की दशा में उत्तराधिकार के साधारण नियम : (१) निर्वसीयत मरने वाली हिन्दू नारी की सम्पत्ति धारा १६ में दिए गए नियमों के अनुसार निम्नलिखित को न्यागत होगी :- (क) प्रथमतः पुत्रों और पुत्रियों (जिसके… more »
धारा १४ : हिन्दू नारी की सम्पत्ति उसकी .. अपनी सम्पत्ति होगी :
हिन्दू उत्तराधिकार अधिनियम १९५६ धारा १४ : हिन्दू नारी की सम्पत्ति उसकी आत्यंतिकतः अपनी सम्पत्ति होगी : (१) हिन्दू नारी के कब्जे में की कोई भी सम्पत्ति, चाहे वह इस अधिनियम के प्रारम्भ से पूर्व या पश्चात अर्जित की गई हो, उसके द्वारा पूर्ण स्वामी के तौर पर… more »
धारा १३ : डिग्रियों की संगणना :
हिन्दू उत्तराधिकार अधिनियम १९५६ धारा १३ : डिग्रियों की संगणना : (१) गोत्रजों या बन्धुओं के बीच उत्तराधिकार क्रम के अवधारण के प्रयोजन के लिए निर्वसीयत से, यथास्थिति, उपरली डिग्री या निचली डिग्री या दोनों के अनुसार के वारिस के सम्बन्ध की संगणना की जाएगी।… more »