Category: "दण्ड प्रक्रिया संहिता १९७३"
धारा १०५ : आदेशिकोओं के बारे में व्यतिकारी व्यवस्था :
दण्ड प्रक्रिया संहिता १९७३ अध्याय ७ : ग - तलाशी सम्बन्धी साधारण उपबंध : धारा १०५ : आदेशिकोओं के बारे में व्यतिकारी (पारस्परिक / आपसी) व्यवस्था : १)जहाँ उन राज्यक्षेत्रों का कोई न्यायालय, जिन पर इस संहिता का विस्तार है (जिन्हें इसके पश्चात् इस धारा में… more »
धारा १०४ : पेश की गई दस्तावेज आदि, को परिबद्ध (जब्त )..
दण्ड प्रक्रिया संहिता १९७३ अध्याय ७ : घ - प्रकिर्ण : धारा १०४ : पेश की गई दस्तावेज आदि, को परिबद्ध (जब्त )करने की शक्ती : यदि कोई न्यायालय ठिक समझता है, तो वह किसी दस्तावेज या चीज को, जो इस संहिता के अधीन उसके समक्ष पेश की गई है, परिबद्ध कर सकता है ।… more »
धारा १०३ : मजिस्ट्रेट अपनी उपस्थिति में तलाशी ली जाने का..
दण्ड प्रक्रिया संहिता १९७३ अध्याय ७ : घ - प्रकिर्ण : धारा १०३ : मजिस्ट्रेट अपनी उपस्थिति में तलाशी ली जाने का निदेश दे सकता है : कोई मजिस्ट्रेट किसी स्थान की, जिसकी तलाशी के लिए वह तलाशी वारण्ट जारी करने के लिए सक्षम है, अपनी उपस्थिती में तलाशी ली जाने… more »
धारा १०२ : कुछ संपत्ति को अभिगृहित (जब्त) करने की पुलिस..
दण्ड प्रक्रिया संहिता १९७३ अध्याय ७ : घ - प्रकिर्ण : धारा १०२ : कुछ संपत्ति को अभिगृहित (जब्त) करने की पुलिस अधिकारी की शक्ति : १) कोई पुलिस अधिकारी किसी ऐसी संपत्ति को, अभिगृहित कर सकता है जिसके बारें में यह अभिकथन या संदेह है कि वह चुराई हुई है अथवा… more »
धारा १०१ : अधिकारिता के परे तलाशी में पाई गई चीजों का ..
दण्ड प्रक्रिया संहिता १९७३ अध्याय ७ : ग - तलाशी सम्बन्धी साधारण उपबंध : धारा १०१ : अधिकारिता के परे तलाशी में पाई गई चीजों का व्ययन : जब तलाशी वारण्ट को किसी ऐसे स्थान में निष्पादित करने में, जो उस न्यायालय की जिसने उसे जारी किया है, स्थानीय अधिकारिता… more »
धारा १०० : बंद स्थान के भारसाधक व्यक्ति तलाशी लेने देंगे :
दण्ड प्रक्रिया संहिता १९७३ अध्याय ७ : ग - तलाशी सम्बन्धी साधारण उपबंध : धारा १०० : बंद स्थान के भारसाधक व्यक्ति तलाशी लेने देंगे : १)जब कभी इस अध्याय के अधीन तलाशी लिए जाने या निरीक्षण किए जाने वाला काई स्थान बंद है तब उस स्थान में निवास करने वाला या… more »
धारा ९९ : तलाशी वारण्टों का निदेशन आदि :
दण्ड प्रक्रिया संहिता १९७३ अध्याय ७ : ग - तलाशी सम्बन्धी साधारण उपबंध : धारा ९९ : तलाशी वारण्टों का निदेशन आदि : धारा ३८,७०,७२,७४,७७,७७,७८ और ७९ के उपबंध जहाँ तक हो सके, उन सब तलाशी-वारण्टों को लागू होंगे जो धारा ९३, ९४, ९५ और धारा ९७ के अधीन किए जाते… more »
धार ९८ : अपऱ्हत स्त्रियों का वापस करने के लिए विवश करने..
दण्ड प्रक्रिया संहिता १९७३ अध्याय ७ : ख - तलाशी-वारण्ट : धार ९८ : अपऱ्हत स्त्रियों का वापस करने के लिए विवश करने की शक्ति : किसी स्त्री या अठराह वर्ष से कम आयु की किसी बालिका के किसी विधिविरुद्ध प्रयोजन के लिए अपऱ्हत किए जाने या विधिविरुद्ध निरुद्ध रखे… more »
धारा ९७ : सदोष परिरुद्द (कैद रखना) व्यक्तियों के लिए..
दण्ड प्रक्रिया संहिता १९७३ अध्याय ७ : ख - तलाशी-वारण्ट : धारा ९७ : सदोष परिरुद्द (कैद रखना) व्यक्तियों के लिए तलाशी : यदि किसी जिला मजिस्ट्रेट, उपखण्ड मजिस्ट्रेट या प्रथम वर्ग मजिस्ट्रेट को यह विश्वास करने का कारण है कि कोई व्यक्ति ऐसी परिस्थितियों में… more »
धारा ९६ : समपहरण (जब्ती) की घोषणा को अपास्त (रद्द करना) ..
दण्ड प्रक्रिया संहिता १९७३ अध्याय ७ : ख - तलाशी-वारण्ट : धारा ९६ : समपहरण (जब्ती) की घोषणा को अपास्त (रद्द करना) करने के लिए उच्च न्यायालय में आवेदन : १) किसी ऐसे समाचारपत्र, पुस्तक या अन्य दस्तावेज में, जिसके बारे में धारा ९५ के अधीन समपहरण की घोषणा की… more »