Tag: "अभिवचन प्ररुप ३५ सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८"
अभिवचन : प्ररुप संख्यांक ३५ : दुव्र्यय रोकने के लिए..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ परिशिष्ट क : अभिवचन : प्ररुप संख्यांक ३५ : दुव्र्यय रोकने के लिए व्यादेश : (शीर्षक) उक्त वादी क ख यह कथन करता है कि - १. वादी (सम्पत्ति का वर्णन कीजिए) का आत्यन्तिक स्वामी है । २. प्रतिवादी का उस पर कब्जा वादी से लिए गए पट्टे… more »