ओषधि और प्रसाधन सामग्री अधिनियम १९४०
१.(प्रथम अनुसूची :
धारा (३क) देखिए।
२.(क - आयुर्वेदिक और सिद्ध प्रणालियां)
क्रम संख्या - पुस्तक का नाम
आयुर्वेद
१.आरोग्य कल्पद्रुम
२.अर्क प्रकाश
३.आर्य भिषक
४.अष्टांग हृदय
५.आष्टांग संग्रह
६.आयुर्वेद कल्पदुम
७.आयुर्वेद प्रकाश
८.आयुर्वेद संग्रह
९.भैषज्य रत्नावली
१०.बृहत भैषज्य रत्नाकर
११.भाव प्रकाश
१२.बृहत निघंटु रत्नागर
१३.चरक संहिता
१४.चक्र दत्त
१५.गद निग्रह
१६.कूपी पक्व रसायन
१७.निघंटु रत्नाकर
१८.रस चंदांशु
१९.रस राज सुन्दर
२०.रसरत्न समुच्चय
२१.रसतंत्र सार सिद्ध प्रयोग संग्रह
२२.रस तरंगिणी
२३.रस योग सागर
२४.रस योग रत्नाकर
२५.रस योग संग्रह
२६.रसेन्द्र सार संग्रह
२७.रस प्रदीपिका
२८.सहस्रयोग
२९.सर्वरोग चिकित्सा रत्नम्
३०.सर्वयोग चिकित्सा रत्नम्
३१.शार्डधर संहिता
३२.सिद्ध भैषज्य मणिमाला
३३.सिद्ध योग संग्रह
३४.सुश्रुत संहिता
३५.वैद्य चिन्तामणि
३६.वैद्यक शब्द सिन्धु
३७.वैद्यक चिकित्सा सार
३८.वैद्य जीवन
३९.वासव राजीयम्
४०.योग रत्नाकर
४१.योग तंरगिणी
४२.योग चिन्तामणि
४३.कश्यप संहिता
४४.भेल संहिता
४५.विश्वनाथ चिकित्सा
४६.वृन्द चिकित्सा
४७.आयुर्वेद चिंतामणि
४८.अभिनव चिन्तामणि
४९.आयुर्वेद-रत्नाकर
५०.योगरत्न संग्रह
५१.रसमित्र
५२.द्रव्यगुण निघंटु
५३.रसमंजरी
५४.बंग सेन
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आयुर्वेद
सिद्ध
५५.सिद्ध वैद्य तिरठ्ठ
५६.तेरयर महा करिसल
५७.ब्रह्म मुनि क्रूक्कडै (३००)
५८.भोगर (७००)
५९.पुलिप्पणि
६०.अगस्तियर परिपुराणम् (४००)
६१.तेरयर यामगम्
६२.अगास्तियर चेन्दुरम् (३००)
६३.अगस्तियर (१५००)
६४.आत्मरक्षामृतम्
६५.अगस्तियर पिन (८०)
६६.अगस्तियर रत्न चुरुक्कम
६७.तेरियर करिसल (३००)
६८.वीरामामुनि नास कण्डम
६९.अगस्तियर (६००)
७०.अगस्तियर कन्म सूत्रिरम्
७१.१८ सिद्धर का चिल्लरै कौवे
७२.योगी वात काव्यम्
७३.तेरियर तरु
७४.अगस्तियर वैद्य काव्यम् (१५००)
७५.बाल वगडम
७६.चिमिटू रत्न (रत्न) चुरुक्कम्
७७.नागमुनि (२००)
७८.अगस्तियर चिल्लरै कौवे
७९.चिकिक्चा रत्न दीपम्
८०.अगस्तियर नयन विधि
८१.युगि करिसल (१५१)
८२.अगस्तियर वल्लति (६००)
८३.तेरियर तैल वर्कम्
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३.(ख -युनानी (तिब्ब) प्रणाली)
१.कराबादीन कादरी
२.करावादीन कबीर
३.कराबादीन आजान
४.इलाज-उल-अमराज
५.अल कराबादीन
६.बैज कबीर जिल्द २
७.कराबादीन जदीद
८.कितल्फ-उल-तकलीस
९.सनत-उल-तकलीस
१०.मिफता-उल-खजाएन
११.मादान-उल-अक्सीर
१२.मखजन-उल-मुरब्बात
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१. १९६४ के अधिनियम सं० १३ की धारा ३१ द्वारा अनुसूची के स्थान पर प्रतिस्थापित । प्रथम अनुसूची (१-२-१९६९ से) और द्वितीय अनुसूची (१५-९-१९६४ मे) प्रवृत्त हुई।
२. १९८२ के अधिनियम सं० ६८ की धारा ४१ द्वारा शीर्षक क (सिद्ध सहित) आयुर्वेदिक प्रणाली के स्थान पर (१-२-१९८३ से) प्रतिस्थापित ।
३.१९८२ के अधिनियम सं० ६८ की धारा ४१ द्वारा (१-२-१९८३ से) ख-यूनानी (तिब्ब) प्रणाली शीर्षक के स्थान पर प्रतिस्थापित ।
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