Tag: "धारा २८"
धारा २८ : दण्डादेश, जो उच्च न्यायालय और सेशन न्यायालय..
दण्ड प्रक्रिया संहिता १९७३ अध्याय ३ : न्यायालयों की शक्ति : धारा २८ : दण्डादेश, जो उच्च न्यायालय और सेशन न्यायालय दे सकेंगे : १)उच्च न्यायालय विधि द्वारा प्राधिकृत कोई दण्डादेश दे सकता है । २)सेशन न्यायाधीश या अपर सेशन न्यायाधीश विधि द्वारा प्राधिकृत… more »
धारा २८ : अधिनियम का किसी अन्य विधि के अल्पीकरण में न..
महिलाओं का कार्यस्थल पर लैंगिक उत्पीडन अधिनियम २०१३ अध्याय ८ : प्रकिर्ण : धारा २८ : अधिनियम का किसी अन्य विधि के अल्पीकरण में न होना : इस अधिनियम के उपबंध, तत्समय प्रवृत्त किसी अन्य विधि के उपबंधों के अतिरिक्त होंगे, न कि उनके अल्पीकरण में। Sexual… more »
धारा २८ : नियम बनाने की सक्षम प्राधिकारी की शक्ति :
सूचना का अधिकार अधिनियम २००५ अध्याय ६ : प्रकिर्ण : धारा २८ : नियम बनाने की सक्षम प्राधिकारी की शक्ति : १) सक्षम प्राधिकारी, इस अधिनियम के उपबंधों को कार्यान्वित करने के लिए, राजपत्र में अधिसूचना द्वारा, नियम बना सकेगा । २) विशिष्टतया और पूर्वगामी शक्ति… more »
धारा २८ : उत्पेरणा, धमकी या वचन से पैदा हुए मन पर प्रभाव...
भारतीय साक्ष्य अधिनियम १८७२ अध्याय २ : स्वीकृतियाँ : धारा २८ : उत्पेरणा, धमकी या वचन से पैदा हुए मन पर प्रभाव के दूर हो जाने के पश्चात् की गई संस्वीकृति सुसंगत है : यदि ऐसी कोई संस्वीकृति, जैसी धारा २४ में निर्दिष्ट है, न्यायालय की राय में उसके मन पर… more »
धारा २८ : कूटकरण (नकली) :
भारतीय दंड संहिता १८६० हिंदी : धारा २८ : कूटकरण (नकली) : जब किसी व्यक्तीने एक चीज(वस्तू) दुसरी चीज सदृश्य(जैसे लगते है) करता है, इसमे उद्देश्य उसे धोका देणे को हो; और इसमे धोका होणे का संभाव्य जानते हुए करता है, वह कूटकरण(नकली) करता है, यह कहा जाता है ।… more »