Tag: "धारा ३०"
धारा ३० : जुर्माना देने में व्यतिक्रम (अदायगी या भूगतान..
दण्ड प्रक्रिया संहिता १९७३ अध्याय ३ : न्यायालयों की शक्ति : धारा ३० : जुर्माना देने में व्यतिक्रम (अदायगी या भूगतान नहीं करना ) होने पर कारावास का दण्डादेश : १) किसी मजिस्ट्रेट का न्यायालय जुर्माना देने में व्यतिक्रम होने पर इतनी अवधि का कारावास… more »
धारा ३० : कठिनाइयों को दूर करने की शक्ति : १) यदि..
महिलाओं का कार्यस्थल पर लैंगिक उत्पीडन अधिनियम २०१३ अध्याय ८ : प्रकिर्ण : धारा ३० : कठिनाइयों को दूर करने की शक्ति : १) यदि इस अधिनियम के उपबंधों को प्रभावी करने में कोई कठिनाई उत्पन्न होती है तो केन्द्रीय सरकार, शासकीय राजपत्र में प्रकाशित आदेश द्वारा… more »
धारा ३० : कठिनाइयों को दूर करने की शक्ति : १) यदि इस..
सूचना का अधिकार अधिनियम २००५ अध्याय ६ : प्रकिर्ण : धारा ३० : कठिनाइयों को दूर करने की शक्ति : १) यदि इस अधिनियम के उपबंधो को प्रभावी करने में कोई कठिनाई उत्पन्न होती है तो केन्द्रीय सरकार, राजपत्र में प्रकाशि आदेश द्वारा ऐसे उपबंध बना सकेगी, जो इस… more »
धारा ३० : साबित संस्वीकृति को, जो उसे करने वाले व्यक्ति..
भारतीय साक्ष्य अधिनियम १८७२ अध्याय २ : स्वीकृतियाँ : धारा ३० : साबित संस्वीकृति को, जो उसे करने वाले व्यक्ति तथा एक ही अपराध के लिए संयुक्त रुप से विचरित अन्य को प्रभावित करती है विचार में लेना : जबकि एक से अधिक व्यक्ति एक ही अपराध के लिए संयुक्त रुप से… more »
धारा ३० : मूल्यवान प्रतिभूति(सुरक्षा) :
भारतीय दंड संहिता १८६० हिंदी : धारा ३० : मूल्यवान प्रतिभूति(सुरक्षा) : मूल्यवान प्रतिभूति शब्द का अर्थ उस दस्तावेज के द्योतक या समझना है , जो एसा दस्तावेज हे जिसके द्वारा कोई विधिक (वैध) अधिकार सृजित(रचना), विस्तृत,अन्तरित(हस्तांतरित), निर्बन्धित,… more »