Category: "सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८"
अभिवचन : प्ररुप संख्यांक ४७ : विनिर्दिष्ट पालन..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ परिशिष्ट क : अभिवचन : प्ररुप संख्यांक ४७ : विनिर्दिष्ट पालन (संख्यांक १) (शीर्षक) उक्त वादी क ख यह कथन करता है कि - १. तारीख ------------ के और प्रतिवादी द्वारा हस्ताक्षरित करार द्वारा प्रतिवादी ने उसमें वर्णित और निर्दिष्ट… more »
अभिवचन : प्ररुप संख्यांक ४६ : मोचन :
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ परिशिष्ट क : अभिवचन : प्ररुप संख्यांक ४६ : मोचन : (शीर्षक) उक्त वादी क ख यह कथन करता है कि - १. वादी उन भूमियों का बन्धककर्ता है जिनका बन्धकदार प्रतिवादी है । २. बन्धक की विशिष्टियां निम्नलिखित हैं - क) (तारीख) ; ख)… more »
अभिवचन : प्ररुप संख्यांक ४५ : पुरोबन्ध या विक्रय :
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ परिशिष्ट क : अभिवचन : प्ररुप संख्यांक ४५ : पुरोबन्ध या विक्रय : (शीर्षक) उक्त वादी क ख यह कथन करता है कि - १. वादी प्रतिवादी की भूमियों का बन्धकदार है । २. बन्धक की विशिष्टियां निम्नलिखित है - क) (तारीख) ; ख) (बन्धककर्ता और… more »
अभिवचन : प्ररुप संख्यांक ४४ : न्यासों का निष्पादन :
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ परिशिष्ट क : अभिवचन : प्ररुप संख्यांक ४४ : न्यासों का निष्पादन : (शीर्षक) उक्त वादी क ख यह कथन करता है कि - १. वह ता. ------------ या उसके लगभग की तारीख की व्यवस्थापन लिखत के अधीन, जो व्यवस्थापन प्रतिवादी के पिता और माता ङ च… more »
अभिवचन : प्ररुप संख्यांक ४३ : धनीय वसीयतदार द्वारा..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ परिशिष्ट क : अभिवचन : प्ररुप संख्यांक ४३ : धनीय वसीयतदार द्वारा प्रशासन : (शीर्षक) (प्ररुप संख्यांक ४१ को इस प्रकार परिवर्तित कीजिए) (पैरा १ छोड दीजिए और पैरा २ के स्थान पर यह लिखिए कि) मृत ङ च की, जो ---------- का था, मृत्यु… more »
अभिवचन : प्ररुप संख्यांक ४२ : विनिर्दिष्ट वसीयतदार द्वारा..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ परिशिष्ट क : अभिवचन : प्ररुप संख्यांक ४२ : विनिर्दिष्ट वसीयतदार द्वारा प्रशासन : (शीर्षक) (प्ररुप संख्यांक ४१ को इस प्रकार परिवर्तित कीजिए ) (पैरा १ छोड दीजिए और पैरा २ इस प्रकार आरम्भ कीजिए) मृत ङ च की जो, ---------- का था,… more »
अभिवचन : प्ररुप संख्यांक ४१ : लेनदार द्वारा अपनी ओर से..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ परिशिष्ट क : अभिवचन : प्ररुप संख्यांक ४१ : लेनदार द्वारा अपनी ओर से और सब लेनदारों की ओर से प्रशासन : (शीर्षक) उक्त वादी क ख यह कथन करता है कि - १. मृत ङ च, जो ---------- का था, अपनी मृत्यु के समय वादी के प्रति ----------… more »
अभिवचन : प्ररुप संख्यांक ४० : अन्तराभिवाची :
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ परिशिष्ट क : अभिवचन : प्ररुप संख्यांक ४० : अन्तराभिवाची : (शीर्षक) उक्त वादी क ख यह कथन करता है कि - १. इसमें आगे उल्लिखित दावों की तारीख के पहले ज झ ने वादी के पास (सम्पत्ति का वर्णन कीजिए) को (सुरिक्षित रुप से रखने के लिए)… more »
अभिवचन : प्ररुप संख्यांक ३९ : उक्त जंगम सम्पत्ति के..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ परिशिष्ट क : अभिवचन : प्ररुप संख्यांक ३९ : उक्त जंगम सम्पत्ति के प्रत्यावर्तन के लिए जिसके विनाश की धमकी दी जा रही है, और व्यादेश के लिए : (शीर्षक) उक्त वादी क ख यह कथन करता है कि - १. वादी (अपने पितामह के रुपचित्र का, जो एक… more »
अभिवचन : प्ररुप संख्यांक ३८ : जल-सरणी मोडने के विरुद्ध..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ परिशिष्ट क : अभिवचन : प्ररुप संख्यांक ३८ : जल-सरणी मोडने के विरुद्ध व्यादेश : (शीर्षक) उक्त वादी क ख यह कथन करता है कि - (जैसा प्ररुप संख्यांक २७ में है ।) वादी दावा करता है कि पूवोक्त जल-सारणी को मोडने से प्रतिवादी व्यादेश… more »