सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८
परिशिष्ट क :
अभिवचन :
प्ररुप संख्यांक २८ :
जल का सिंचाई के लिए उपयोग करने के अधिकार में बाधा डालना :
(शीर्षक)
उक्त वादी क ख यह कथन करता है कि -
१. वादी का कब्जा -------------- इत्यादि में स्थित कुछ भूमियों पर है और इसमें आगे उल्लिखित समय पर था और वादी अमुक धारा के जल का एक भाग उक्त भूमियों की सिंचाई के लिए लेने और उपयोग में लाने का हकदार है और इसमें आगे उल्लिखित समय पर था ।
२. ता. ------------ को प्रतिवादी ने उक्त धारा को दोषपूर्वक बाधित करके तथा उसे मोडकर वादी को उक्त जल के उक्त भाग को उक्त रुप में लेने और उपयोग में लाने से रोक दिया ।
(जैसा प्ररुप संख्यांक १ के पैरा ४ और ५ में है, और वह अनुतोष जिसका दावा किया गया है ।)
INSTALL Android APP
* नोट (सूचना) : इस वेबसाइट पर सामग्री या जानकारी केवल शिक्षा या शैक्षणिक उद्देश्यों के लिए है, हालांकि इसे कहीं भी कानूनी कार्रवाई के लिए उपयोग नहीं किया जाना चाहिए, और प्रकाशक या वेबसाइट मालिक इसमें किसी भी त्रुटि के लिए उत्तरदायी नहीं होगा, अगर कोई त्रुटि मिलती है तो गलतियों को सही करने के प्रयास किए जाएंगे ।