Category: "सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८"
अभिवचन : प्ररुप संख्यांक २७ : जल-सारणी को मोडना :
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ परिशिष्ट क : अभिवचन : प्ररुप संख्यांक २७ : जल-सारणी को मोडना : (शीर्षक) उक्त वादी क ख यह कथन करत है कि - १. वादी का कब्जा ------------- जिले के ------------ ग्राम के ---------- नाम से ज्ञात (धारा) पर स्थित मिल पर है और इसमें… more »
अभिवचन : प्ररुप संख्यांक २६ : राजमार्ग में बाधा डालना :
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ परिशिष्ट क : अभिवचन : प्ररुप संख्यांक २६ : राजमार्ग में बाधा डालना : (शीर्षक) १. प्रतिवादी ---------- से ------------- को जाने वाले लोक राजमार्ग में दोषपूर्वक एक खाई खोद दी है और उस पर मिट्टी और पत्थर ऐसे जमा कर दिए है जिससे… more »
अभिवचन :प्ररुप संख्यांक २५ : मार्गाधिकार में बाधा..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ परिशिष्ट क : अभिवचन : प्ररुप संख्यांक २५ : मार्गाधिकार में बाधा डालना : (शीर्षक) उक्त वादी क ख यह कथन करता है कि- १. वादी का कब्जा ( --------- ग्राम में के एक गृह पर) है और इसमें आगे उल्लिखित समय पर था । २. वादी वर्ष में सब… more »
अभिवचन : प्ररुप संख्यांक २४ : अपायकर विनिर्माण चलाना :
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ परिशिष्ट क : अभिवचन : प्ररुप संख्यांक २४ : अपायकर विनिर्माण चलाना : (शीर्षक) उक्त वादी क ख यह कथन करता है कि - १. ---------------- नाम से ज्ञात और --------------- में स्थित कुछ भूमियां वादी के कब्जे में है और इसमें आगे लिखित… more »
अभिवचन : प्ररुप संख्यांक २३ : वादी की भूमि के नीचे के..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ परिशिष्ट क : अभिवचन : प्ररुप संख्यांक २३ : वादी की भूमि के नीचे के जल को प्रदूषित करना : (शीर्षक) उक्त वादी क ख यह कथन करता है कि - १. -------------- नाम से ज्ञात और ------------ में स्थित कुछ भूमि और उसमें कुआं और उस कुएं का… more »
अभिवचन : प्ररुप संख्यांक २२ : अन्य व्यक्ति को उधार..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ परिशिष्ट क : अभिवचन : प्ररुप संख्यांक २२ : अन्य व्यक्ति को उधार पर दिया जाना, कपटपूर्वक उपाप्त करना : (शीर्षक) उक्त वादी क ख यह कथन करता है कि - १. ता. ------------- को प्रतिवादी ने वादी से व्यपदिष्ट किया कि च छ शोधक्षम है और… more »
अभिवचन : प्ररुप संख्यांक २१ : कपट द्वारा सम्पत्ति..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ परिशिष्ट क : अभिवचन : प्ररुप संख्यांक २१ : कपट द्वारा सम्पत्ति उपाप्त करना : (शीर्षक) उक्त वादी क ख यह कथन करता है कि - १. प्रतिवादी ने वादी को इस बात के लिए उत्प्रेरित करने प्रयोजन से कि वह प्रतिवादी का कुछ माल बेचे ता.… more »
अभिवचन : प्ररुप संख्यांक २० : क्षतिपूर्ति के करार पर :
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ परिशिष्ट क : अभिवचन : प्ररुप संख्यांक २० : क्षतिपूर्ति के करार पर : (शीर्षक) उक्त वादी क ख यह कथन करता है कि - १. ता. ------------ को वादी और प्रतिवादी ने, जो क ख और ग घ अभिनाम से किए जाने वाले व्यापार में भागीदार है, अपनी… more »
अभिवचन : प्ररुप संख्यांक १९ : उस अभिधारी द्वारा जिसे..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ परिशिष्ट क : अभिवचन : प्ररुप संख्यांक १९ : उस अभिधारी द्वारा जिसे विशेष नुकसान हुआ है, भू-स्वामी के विरुद्ध : (शीर्षक) उक्त वादी क ख यह कथन करता है कि - १. ता. --------- को प्रतिवादी ने वादी को रजिसस्ट्रीकृत लिखत द्वारा… more »
अभिवचन : प्ररुप संख्यांक १८ : लिपिक की विश्वस्तता के..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ परिशिष्ट क : अभिवचन : प्ररुप संख्यांक १८ : लिपिक की विश्वस्तता के बन्धपत्र पर : (शीर्षक) उक्त वादी क ख यह कथन करता है कि - १. ता. -------------- को वादी ने च छ को लिपिक के रुप में अपनी सेवा में नियोजित किया । २. उसके… more »