Category: "सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८"
अभिवचन : प्ररुप संख्यांक ७ : युक्तियुक्त दर पर सेवाएं :
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ परिशिष्ट क : अभिवचन : प्ररुप संख्यांक ७ : युक्तियुक्त दर पर सेवाएं : (शीर्षक) उक्त वादी क ख यह कथन करता है कि - १. ता. ----------- और ता.----------- के बीच -----------में, वादी ने प्रतिवादी की प्रार्थना पर उसके लिए (विविध… more »
अभिवचन : प्ररुप संख्यांक ६ : नीलाम में विक्रय किए गए
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ परिशिष्ट क : अभिवचन : प्ररुप संख्यांक ६ : (नीलाम में विक्रय किए गए माल के) पुनर्विक्रय में हुई कमी : (शीर्षक) उक्त वादी क ख यह कथन करता है कि- १. ता. ---------- को वादी ने विविध (माल) इस शर्त पर नीलाम पर चढाया कि विक्रय के… more »
अभिवचन : प्रारुप संख्यांक ५ : प्रतिवादी की प्रार्थना पर..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ परिशिष्ट क : अभिवचन : प्रारुप संख्यांक ५ : प्रतिवादी की प्रार्थना पर बनाया गया, किन्तु स्वीकार न किया गया माल : (शीर्षक) उक्त वादी क ख यह कथन करता है कि - १. ता. ---------- को ङ च ने वादी से यह करार किया था कि वादी उसके लिए… more »
अभिवचन : प्रारुप संख्यांक ४ : युक्तियुक्त कीमत पर विक्रय..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ परिशिष्ट क : अभिवचन : प्रारुप संख्यांक ४ : युक्तियुक्त कीमत पर विक्रय किया गया और परिदत्त माल : (शीर्षक) उक्त वादी क ख यह कथन करता है कि - १. ता. ----------- को वादी ने प्रतिवादी को (घरेलू फर्नीचर की विविध वस्तुएं) विक्रय की… more »
अभिवचन : प्रारुप संख्यांक ३ : नियत कीमत पर विक्रय किया..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ परिशिष्ट क : अभिवचन : प्रारुप संख्यांक ३ : नियत कीमत पर विक्रय किया गया और परिदत्त माल : (शीर्षक) उक्त वादी क ख यह कथन करता है कि - १. ता. ------ का ङ च ने (आटे के एक सौ बोरे या इससे उपाबद्ध अनुसूची में वर्णित माल या विविध… more »
परिशिष्ट क : प्रारुप संख्यांक २ : अतिसंदत्त धन :
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ परिशिष्ट क : प्रारुप संख्यांक २ : अतिसंदत्त धन : (शीर्षक) उक्त वादी क ख यह कथन करता है कि - १. चांदी की ---------छडें--------- आने प्रति तोला परिष्कृत चांदी की दर से खरीदने के लिए वादी ने और बेचने के लिए प्रतिवादी ने तो .… more »
परिशिष्ट क : प्रारुप संख्यांक १ : उधार दिया गया धन :
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ परिशिष्ट क : ३) वादपत्र : प्रारुप संख्यांक १ : उधार दिया गया धन : (शीर्षक) उक्त वादी क ख यह कथन करता है कि - १. ता. ------ को उसने प्रतिवादी को -------------- रुपए उधार दिए थे जो ता. --------- को प्रतिसंदेय थे । २. प्रतिवादी… more »
परिशिष्ट क : अभिवचन : १) वादों के शीर्षक..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ परिशिष्ट क : अभिवचन : १) वादों के शीर्षक : ----------------------------------- के न्यायालय में क ख (वर्णन और निवास-स्थान भी लिखिए ) ------------- वादी बनाम : ग घ (वर्णन और निवास-स्थान भी लिखिए) ------------------ प्रतिवादी… more »
आदेश ५१ नियम १ : प्रेसिडेन्सी लघुवाद न्यायालय :
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ५१ : प्रेसिडन्सी लघुवाद न्यायालय : नियम १ : प्रेसिडेन्सी लघुवाद न्यायालय : आदेश ५ के नियम २२ और नियम २३, आदेश २१ के नियम ४ और नियम ७ और आदेश २६ के नियम ४ में और प्रेसिडेन्सी लघुवाद न्यायालय अधिनियम १८८२ (१८८२ का १५)… more »
आदेश ५० नियम १ : प्रान्तीय लघुवाद न्यायालय :
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ५० : प्रान्तीय लघुवाद न्यायालय : नियम १ : प्रान्तीय लघुवाद न्यायालय : इसमें इसके पश्चात् विनिर्दिष्ट उपबन्धों का विस्तार प्रान्तीय लघुवाद न्यायालय अधिनियम १८८७ (१८८७ का ९) १.(या बरार लघुवाद न्यायालय विधि १९०५ के अधीन)… more »