Categories: "Indian Laws in Hindi"
धारा ४६ : आज्ञापत्र :
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ धारा ४६ : आज्ञापत्र : १) जब कभी डिक्री पारित करने वाला न्यायालय डिक्रीदार के आवेदन पर ठीक समझे तब वह किसी ऐसे अन्य न्यायालय को जो उस डिक्री के निष्पादन के लिए सक्षम है, यह आज्ञापत्र निकाल सकेगा कि वह निर्णीत-ऋणी की उसी… more »
धारा ४५ : भारत के बाहर डिक्रियों का निष्पादन :
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ धारा ४५ : १.(भारत के बाहर डिक्रियों का निष्पादन : इस भाग की पूर्वगामी धाराओं में से उतनी धाराओं का, जितनी न्यायालय को किसी अन्य न्यायालय में निष्पादन के लिए डिक्री भेजने के लिए सशक्त करती है, यह अर्थ लगाया जाएगा कि वह किसी… more »
धारा ४४ : जिन स्थानों पर...डिक्रीयों का निष्पादन :
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ धारा ४४ : १.(जिन स्थानों पर इस संहिता का विस्तार नहीं है, वहां के राजस्व न्यायालयों द्वारा पारित डिक्रीयों का निष्पादन : राज्य सरकार, राजपत्र में अधिसूचना द्वारा, यह घोषित कर सकेगी कि भारत के ऐसे किसी भाग के, जिस पर इस संहिता… more »
धारा ४४-क : १.( व्यतिकारी राज्यक्षेत्रों के न्यायालयों..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ धारा ४४-क : १.( व्यतिकारी राज्यक्षेत्रों के न्यायालयों द्वारा पारित डिक्रियों का निष्पादन : १) जहां २.(***) किसी व्यतिकारी राज्यक्षेत्र के वरिष्ठ न्यायालयों में से किसी की डिक्री की प्रमाणित प्रति जिला न्यायालय में फाइल की गई… more »
धारा ४३ : जिन स्थानों पर इस संहिता का विस्तार नहीं..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ धारा ४३ : १.(जिन स्थानों पर इस संहिता का विस्तार नहीं है, वहां के सिविल न्यायालयों द्वारा पारित डिक्रीयों का निष्पादन : यदि कोई डिक्री, जो किसी ऐसे सिविल न्यायालय द्वारा पारित की गई है, जो भारत के किसी ऐसे भाग में स्थापित है… more »
धारा ४२ : अन्तरित डिक्री के निष्पादन में न्यायालय..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ धारा ४२ : अन्तरित डिक्री के निष्पादन में न्यायालय की शक्तियां : १.(१) अपने को भेजी गई डिक्री का निष्पादन करने वाले न्यायालय को ऐसी डिक्री के निष्पादन में वे ही शक्तियां होंगी जो उसकी होती यदि वह उसके ही द्वारा पारित की गई… more »
धारा ४१ : निष्पादन कार्यवाहियों के परिणाम का प्रमाणित..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ धारा ४१ : निष्पादन कार्यवाहियों के परिणाम का प्रमाणित किया जाना : वह न्यायालय, जिसे डिक्री निष्पादन के लिए भेजी जाती है ऐसी डिक्री पारित करने वाले न्यायालय को ऐसे निष्पादन का तथ्य या जहां पूर्व कथित न्यायालय उसे निष्पादित… more »
धारा ४० : किसी अन्य राज्य के न्यायालय को डिक्री..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ धारा ४० : किसी अन्य राज्य के न्यायालय को डिक्री का अन्तरण : जहां डिक्री किसी अन्य राज्य में निष्पादन के लिए भेजी जाती है वहां वह ऐसे न्यायालय को भेजी जाएगी, और ऐसी रीति से निष्पादित की जाएगी जो उस राज्य में प्रवृत्त नियमों… more »
धारा ३९ : डिक्री का अन्तरण :
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ धारा ३९ : डिक्री का अन्तरण : १) डिक्री पारित करने वाला न्यायालय डिक्रीदार के आवेदन पर उसे १.(सक्षम अधिकारिता वाले अन्य न्यायालय को) निष्पादन के लिए भेजेगा :- क) यदि वह व्यक्ति, जिसके विरुद्ध डिक्री पारित की गई है, ऐसे अन्य… more »
धारा ३८ : वह न्यायालय जिसके द्वारा डिक्रियां निष्पादित..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ वे न्यायालय जिनके द्वारा डिक्रियां निष्पादित की जा सकेंगी धारा ३८ : वह न्यायालय जिसके द्वारा डिक्रियां निष्पादित की जा सकेगी : डिक्री या तो उसे पारित करने वाले न्यायालय द्वारा या उस न्यायालय द्वारा, जिसे वह निष्पादन के लिए… more »