Categories: "Indian Laws in Hindi"
धारा १०६ : कौन से न्यायालय अपील सुनेंगे :
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ धारा १०६ : कौन से न्यायालय अपील सुनेंगे : जहां किसी आदेश की अपील अनुज्ञात है, वहां वह उस न्यायालय में होगी, जिसमें उस वाद की डिक्री की अपील होती है जिसमें ऐसा आदेश किया गया था, या जहां ऐसा आदेश अपीली अधिकारिता के प्रयोग में… more »
धारा १०५ : अन्य आदेश :
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ धारा १०५ : अन्य आदेश : १) अभिव्यक्त रुप से अन्यथा उपबन्धित के सिवाय, किसी न्यायालय द्वारा अपनी आरंभिक या अपीली अधिकारिता के प्रयोग में किए गए किसी भी आदेश की कोई भी अपील नहीं होगी, किन्तु जहां डिक्री की अपील की जाती है वहां… more »
धारा १०४ : वे आदेश जिनकी अपील होगी :
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेशों की अपील धारा १०४ : वे आदेश जिनकी अपील होगी : १) निम्नलिखित की अपील होगी - १.(***) २.(चच) धारा ३५-क के अधीन आदेश;) ३.(चचक) धारा ९१ या धारा ९२ के अधीन, यथास्थिति, धारा ९१ या धारा ९२ में निर्दिष्ट प्रकृति के वाद को… more »
धारा १०३ : तथ्य-विवाद्यकों का अवधारण करने की उच्च..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ धारा १०३ : १.(तथ्य-विवाद्यकों का अवधारण करने की उच्च न्यायालय की शक्ति : यदि अभिलेख में का साक्ष्य पर्याप्त हो तो किसी भी द्वितीय अपील में उच्च न्यायालय ऐसी अपील के निपटारे के लिए आवश्यक कोई विवाद्यक अवधारित कर सकेगा, जो - क)… more »
धारा १०२ : कतिपय मामलों में आगे द्वितीय अपील का..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ धारा १०२ : १.(कतिपय मामलों में आगे द्वितीय अपील का न होना : किसी डिक्री से कोई द्वितीय अपील नहीं होगी जब मूल वाद की विषय वस्तु पच्चीस हजार रुपए से अधिक धन की वसूली के लिए नहीं है ।) -------- १. २००२ के अधिनियम सं. २२ की धारा… more »
धारा १०१ : द्वितीय अपील का किसी भी अन्य आधार पर न होना :
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ धारा १०१ : द्वितीय अपील का किसी भी अन्य आधार पर न होना : कोई भी द्वितीय अपील धारा १०० में वर्णित आधारों पर होगी, अन्यथा नहीं । INSTALL Android APP * नोट (सूचना) : इस वेबसाइट पर सामग्री या जानकारी केवल शिक्षा या शैक्षणिक… more »
धारा १००-क : कतिपय मामलों में आगे अपील का न होना :
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ धारा १००-क : १.(कतिपय मामलों में आगे अपील का न होना : किसी उच्च न्यायालय के लिए किसी लेटर्स पेटेंट में या विधि का बल रखने वाली किसी लिखत में या तत्समय प्रवृत्त किसी अन्य विधि में किसी बात के होते हुए भी, जहां किसी मूल या… more »
धारा १०० : द्वितीय अपील :
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ अपीली डिक्रियों की अपीलें धारा १०० : १.(द्वितीय अपील : १) उसके सिवाय जैसा इस संहिता के पाठ में या तत्समय प्रवृत्त किसी अन्य विधि में अभिव्यक्त रुप से उपबंधित है, उच्च न्यायालय के अधीनस्थ किसी न्यायालय द्वारा अपील में पारित… more »
धारा ९९-क : धारा ४७ के अधीन तब तक किसी आदेश को..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ धारा ९९-क : धारा ४७ के अधीन तब तक किसी आदेश को उलटा न जाना या उपान्तरित न किया जाना जब तक मामले के विनिश्चय पर प्रतिकूल नहीं पडता है : धारा ९९ के उपबंधों की व्यापकता पर प्रतिकूल प्रभाव डाले बिना, धारा ४७ के अधीन कोई भी आदेश,… more »
धारा ९९ : कोई भी डिक्री ऐसी गलती या अनियमितता के कारण..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ धारा ९९ : कोई भी डिक्री ऐसी गलती या अनियमितता के कारण जिससे गुणागुण या अधिकारिता पर प्रभाव नहीं पडता है न तो उलटी जाएगी और न उपान्तरित की जाएगी : पक्षकारों या वादहेतुकों के ऐसे कुसंयोजन १.(या असंयोजन) के या बाद की किन्हीं भी… more »