Categories: "Indian Laws in Hindi"
आदेश ७ नियम ६ : परिसीमा विधि से छूट के आधार :
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ७ : नियम ६ : परिसीमा विधि से छूट के आधार : जहां वाद परिसीमा विधि द्वारा विहित अवधि के अवसान के पश्चात् संस्थित किया जाता है वहां वादपत्र में वह आधार दर्शित किया जाएगा जिस पर ऐसी विधि से छूट पाने का दावा किया गया है :… more »
आदेश ७ नियम ५ : प्रतिवादी के हित और दायित्व का दर्शित..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ७ : नियम ५ : प्रतिवादी के हित और दायित्व का दर्शित किया जाना : वादपत्र में यह दर्शित किया जाएगा कि प्रतिवादी विषय-वस्तु में हित रखता है या रखने का दावा करता है और वादी की मांग का उत्तर देने के लिए अपेक्षित किए जाने का… more »
आदेश ७ नियम ४ : जब वादी प्रतिनिधि के रुप में वाद लाता..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ७ : नियम ४ : जब वादी प्रतिनिधि के रुप में वाद लाता है : जहां वादी प्रतिनिधि की हैसियत में वाद लाता है वहां वादपत्र में न केवल यह दर्शित होगा कि उसका विषय-वस्तु में वास्तविक विद्यमान हित है,वरन् यह भी दर्शित होगा कि उससे… more »
आदेश ७ नियम ३ : जहां वाद की विषय-वस्तु स्थावर सम्पत्ति..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ७ : नियम ३ : जहां वाद की विषय-वस्तु स्थावर सम्पत्ति है : जहां वाद की विषय-वस्तु स्थावर सम्पत्ति है वहां वादपत्र में सम्पत्ति का ऐसा वर्णन होगा जो उसकी पहचान कराने के लिए पर्याप्त है और उस दशा में जिसमें ऐसी सम्पत्ति की… more »
आदेश ७ नियम २-क : जहां वाद में ब्याज ईप्सित है :
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ७ : नियम २-क : १.(जहां वाद में ब्याज ईप्सित है : १) जहां वादी ब्याज की ईप्सा करता है, वहां वादपत्र में उपनियम (२) और उपनियम (३) के अधीन उपवर्णित ब्यौरे के साथ उस प्रभाव का एक कथन अंतर्विष्ट किया जाएगा । २) जहां वादी… more »
आदेश ७ नियम २ : धन के वादों में :
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ७ : नियम २ : धन के वादों में : जहां वादी धन की वसूली चाहता है वहां दावा की गई ठीक रकम वादपत्र में कथित की जाएगी : किन्तु जहां वादी अन्त:कालीन लाभों के लिए या ऐसी रकम के लिए जो उसके और प्रतिवादी के बीच हिसाब किए जोन पर… more »
आदेश ७ नियम १ : वादपत्र में अन्तर्विष्ट की जाने वाली..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ७ : वादपत्र : नियम १ : वादपत्र में अन्तर्विष्ट की जाने वाली विशिष्टियां : वादपत्र में निम्नलिखित विशिष्टियां होंगी - क) उस न्यायालय का नाम जिसमें वाद लाया गया है; ख) वादी का नाम, वर्णन और निवास-स्थान; ग) जहां तक… more »
आदेश ६ नियम १८ : आदेश के पश्चात् संशोधन करने में असफल..
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ६ : नियम १८ : आदेश के पश्चात् संशोधन करने में असफल रहना : यदि कोई पक्षकार, जिसने संशोधन करने की इजाजत के लिए आदेश प्राप्त कर लिया है, उस आदेश द्वारा उस प्रयोजन के लिए परिसीमित समय के भीतर या यदि उसके द्वारा कोई समय… more »
आदेश ६ नियम १७ : अभिवचनों का संशोधन :
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ६ : नियम १७ : १.(अभिवचनों का संशोधन : न्यायालय कार्यवाहियों के किसी भी प्रक्रम पर, किसी भी पक्षकार को, ऐसी रीति से और ऐसे निबंधनों पर, जो न्यायसंगत हों, अपने अभिवचनों को परिवर्तित या संशोधित करने के लिए अनुज्ञात कर सकेगा… more »
आदेश ६ नियम १६ : अभिवचन का काट दिया जाना :
सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८ आदेश ६ : नियम १६ : १.(अभिवचन का काट दिया जाना : न्यायालय कार्यवाहियों के किसी भी प्रक्रम में आदेश दे सकेगा कि किसी भी अभिवचन में की कोई भी ऐसी बात काट दी जाए या संशोधित कर दी जाए, - क) जो अनावश्यक, कलंकात्मक, तुच्छ या तंग… more »